भारतीय नौसेना की स्वदेशी डाइविंग सपोर्ट वेसल आईएनएस निस्तार सिंगापुर में चल रहे बहुराष्ट्रीय पनडुब्बी बचाव अभ्यास एक्सरसाइज पैसिफिक रीच 2025 में भाग ले रही है।
By: Sandeep malviya
Sep 21, 202510 hours ago
सिंगापुर। भारतीय नौसेना की स्वदेशी डाइविंग सपोर्ट वेसल आईएनएस निस्तार सिंगापुर में चल रहे बहुराष्ट्रीय पनडुब्बी बचाव अभ्यास एक्सरसाइज पैसिफिक रीच 2025 (एक्सपीआर25) में भाग ले रही है। यह जहाज डीप सी डाइविंग और डीएसआरवी के मादरशिप के रूप में कार्य करता है। कमांडिंग आॅफिसर ने बताया कि इसका उद्देश्य सभी नौसेनाओं के पनडुब्बी दलों को सुरक्षित रखना है।
सिंगापुर में चल रहे बहुराष्ट्रीय पनडुब्बी बचाव अभ्यास में भारतीय नौसेना ने अपना दम दिखाया। जहां भारतीय नौसेना अपने 17 साथी देशों के साथ मिलकर बहुराष्ट्रीय पनडुब्बी बचाव अभ्यास एक्सरसाइज पैसिफिक रीच 2025 (एक्सपीआर25) की तैयारी कर रही है। इस अभ्यास का समुद्री चरण सिंगापुर में हो रहा है, जिसमें भारत की स्वदेशी बनी डाइविंग सपोर्ट वेसल (डीएसवी) आईएनएस निस्तार भी हिस्सा ले रही है। आईएनएस निस्तार को हिंदुस्तान शिपयार्ड लिमिटेड में बनाया गया है और इसे 18 जुलाई को नौसेना में शामिल किया गया। यह जहाज 120 मीटर लंबा है और डीप सबमर्शन रिज्क्यू व्हीकल (डीएसआरवी) के साथ मिलकर 134 मीटर तक बढ़ जाता है। इसका मुख्य काम गहरे समुद्र में गोताखोरी करना और पनडुब्बी बचाव मिशन में डीएसआरवी के लिए मादरशिप (मोतशिप) का कार्य करना है।
कमांडिंग आफिसर ने दी जानकारी
मामले में कमांडिंग आफिसर अमितसुभ्रो बनर्जी ने बताया कि आईएनएस निस्तार का दो मुख्य काम हैं, पहला गहरे समुद्र में गोताखोरी करना और पनडुब्बी बचाव के दौरान डीएसआरवी के लिए मादरशिप की भूमिका निभाना।वहीं पूरब नौसैनिक कमांड के पनडुब्बी बचाव इकाई के अधिकारी कैप्टन विकास गौतम ने कहा कि एक्सपीआर25 जैसे विश्व स्तरीय अभ्यास में हिस्सा लेना गर्व की बात है। यह अभ्यास समुद्री जीवन को सुरक्षित रखने के लिए हमारे समर्पण को दशार्ता है।
दो चरणों में रहा अभ्यास
नौसेना का ये अभ्यास दो चरणों में हो रहा है, पहला हर्बर फेज (15 से 21 सितंबर) और दूसरा समुद्री फेज (21 से 29 सितंबर)। हर्बर फेज में तकनीकी चर्चा, विशेषज्ञों के आदान-प्रदान और मेडिकल सेमिनार होते हैं। समुद्री फेज में आईएनएस निस्तार और बचाव इकाई दक्षिणी चीन सागर में विभिन्न बचाव अभ्यास करेंगी।
40 से अधिक देशों ने लिया है हिस्सा
गौरतलब है कि एक्सरसाइज पैसिफिक रीच 2025 (एक्सपीआर25) में 40 से अधिक देशों ने हिस्सा लिया है, जो पनडुब्बी बचाव के लिए सबसे बड़ा और सहयोगात्मक अंतरराष्ट्रीय अभ्यास माना जाता है। आईएनएस निस्तार के साथ, भारतीय नौसेना समुद्री बचाव क्षमताओं को मजबूत कर रही है और विश्व भर के पनडुब्बी दलों के जीवन की सुरक्षा में अपना योगदान दे रही है।