उपराष्ट्रपति के पद से जगदीप धनखड़ ने इस्तीफा दे दिया है। उनके इस इस्तीफे के बाद राजनीतिक भूचाल आ गया है। इसको लेकर जम कर सियासत हो रही है। वहीं, जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद उनकी कुछ नेताओं के साथ नाराजगी की भी चर्चा हो रही है। इस बीच सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर जगदीप धनखड़ के बाद देश का अगला उपराष्ट्रपति कौन होगा।
By: Arvind Mishra
Jul 24, 20259:51 AM
उपराष्ट्रपति के पद से जगदीप धनखड़ ने इस्तीफा दे दिया है। उनके इस इस्तीफे के बाद राजनीतिक भूचाल आ गया है। इसको लेकर जम कर सियासत हो रही है। वहीं, जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद उनकी कुछ नेताओं के साथ नाराजगी की भी चर्चा हो रही है। इस बीच सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर जगदीप धनखड़ के बाद देश का अगला उपराष्ट्रपति कौन होगा। कुछ नामों पर चर्चा जोर-शोर से चल रही है। संभावित नामों की सूची में मध्यप्रदेश के भाजपा नेता एवं वर्तमान कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत का नाम धनखड़ के उत्तराधिकारी के रूप में तेजी से चल रहा है। वही इस रेस में केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी, सिक्किम के राज्यपाल ओम माथुर, एल गणेशन और बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान जैसे नेताओं का नाम शामिल है। भाजपा इस बार राजनीतिक संदेश और सामाजिक संतुलन को ध्यान में रखकर नया नाम तय कर सकती है। इधर,तमाम नामों की चर्चाओं के बीच राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की है। हरिवंश नारायण सिंह के उपराष्ट्रपति बनने की चर्चा सबसे अधिक हो रही है। हरिवंश नारायण सिंह के पास संसद की कार्यवाही चलाने का अनुभव भी है। निर्वाचन आयोग ने चुनाव प्रक्रिया शुरुआत कर दी है। चुनाव की तारीखें जल्द घोषित की जाएंगी। इस बीच, भाजपा इस पद के लिए अपनी विचारधारा के प्रति समर्पित कार्यकर्ता को उम्मीदवार बना सकती है। फिलहाल जिन नामों पर पार्टी में विचार चल रहा है, उनमें कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत सबसे प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। अन्य नाम सिक्किम के राज्यपाल ओम माथुर का भी है। आयोग ने इस पद के लिए निर्वाचक मंडल, रिटर्निंग आॅफिसर और अन्य जरूरी चीजों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। आयोग की तैयारियों के बीच भाजपा की कोशिश होगी कि इस पद का उम्मीदवार किसी अन्य सहयोगी को बनाने की जगह अपने उम्मीदवार का नाम तय कर उसके नाम पर सहयोगी दलों को राजी करे।
थावरचंद गहलोत अभी कर्नाटक के राज्यपाल हैं। 77 वर्षीय गहलोत राज्यसभा में सदन के नेता रह चुके है। साथ ही केंद्रीय मंत्री का पद भी संभाल चुके हैं। भाजपा में वे सर्वोच्च नीति निर्धारक इकाई पार्लियामेंट्री बोर्ड के सदस्य भी रहे हैं। जातीय समीकरण (दलित) में भी वे फिट बैठते हैं। वह मध्य प्रदेश से हैं। उनके पास प्रशासनिक अनुभव भी है।
ओम माथुर अभी सिक्किम के राज्यपाल हैं। 73 वर्षीय माथुर पार्टी के कद्दावर नेता हैं और राजस्थान से आते हैं। वे गुजरात के चुनाव प्रभारी तब रहे हैं, जब पीएम मोदी वहां के मुख्यमंत्री थे। वे मोदी के साथ ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के भी करीबी माने जाते हैं। माथुर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में प्रचारक रह चुके हैं।
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि आयोग की तरफ से उपराष्ट्रपति पद के चुनाव की तारीख घोषित होते ही इस पद के लिए एनडीए प्रत्याशी के नाम की घोषणा कर दी जाएगी। यदि भाजपा के किसी प्रत्याशी के नाम पर एनडीए में सहमति बनाने में समस्या आई तो मौजूदा उप सभापति हरिवंश भी इस पद के उम्मीदवार बनाए जा सकते हैं।
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता का कहना है, प्रत्याशी का चयन ठोक बजाकर ही किया जाएगा, क्योंकि विपक्ष से भी कोई मजबूत प्रत्याशी उतारे जाने की पूरी संभावना है। ऐसे में एनडीए इस पद के लिए प्रत्याशियों के कद, अनुभव व जातीय समीकरण को प्राथमिकता देगी।