बीआर चोपड़ा की महाभारत में कर्ण का किरदार निभाकर दुनियाभर में मशहूर हुए अभिनेता पंकज धीर का बुधवार को निधन हो गया। 68 साल के पंकज को कैंसर था और उन्होंने इससे लंबी जंग भी लड़ी। हालांकि, कुछ महीने पहले यह फिर से उभर आया और वह बेहद बीमार थे। उनकी मेजर सर्जरी भी हुई थी।
By: Arvind Mishra
Oct 15, 20255 hours ago
नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब
बीआर चोपड़ा की महाभारत में कर्ण का किरदार निभाकर दुनियाभर में मशहूर हुए अभिनेता पंकज धीर का बुधवार को निधन हो गया। 68 साल के पंकज को कैंसर था और उन्होंने इससे लंबी जंग भी लड़ी। हालांकि, कुछ महीने पहले यह फिर से उभर आया और वह बेहद बीमार थे। उनकी मेजर सर्जरी भी हुई थी। वहीं पकंज के निधन से इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई और तमाम सेलेब्स और फैंस अब सोशल मीडिया पर पोस्ट कर अभिनेता को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। दरअसल, पंकज धीर को महाभारत में कर्ण का रोल निभाने से पहचान मिली थी। हालांकि, शुरुआत में शो में उन्हें अर्जुन का रोल ऑफर हुआ था। उन्होंने इस किरदार के लिए आडिशन भी दिया था। पंकज इसके लिए तैयार थे, लेकिन कुछ सीन में महिला के गेटअप और मूंछें मुंडवाने की शर्त पर उन्होंने ऑफर को ठुकरा दिया। उनके मना करने के बाद अर्जुन का रोल फिरोज खान को दिया गया। हालांकि, फिर कुछ महीनों बाद मेकर्स ने उनसे कर्ण का रोल निभाने के लिए संपर्क किया। पंकज ने पहला सवाल किया था-मुझे मूंछें तो नहीं मुंडवानी पड़ेंगी। जिस पर बीआर चोपड़ा ने कहा- नहीं। इसके बाद पंकज ने रोल के लिए सहमति दे दी थी।
पंकज धीर ने कई हिंदी फिल्मों और टीवी सीरियलों में काम किया। उन्हें चंद्रकांता, युग, द ग्रेट मराठा और बढ़ो बहू जैसे शोज में देखा गया। वे आशिक आवारा, सड़क, सोल्जर और बादशाह जैसी फिल्मों में भी नजर आ चुके हैं। सिने एंड टीवी आर्टिस्ट्स एसोसिएशन ने आधिकारिक बयान में पंकज धीर के निधन की पुष्टि की।
सीआईएनटीएए ने लिखा- गहरी शोक और दु:ख के साथ हम सूचित करते हैं कि हमारे ट्रस्ट के पूर्व चेयरमैन और सीआईएनटीएए के पूर्व महासचिव पंकज धीर का को निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार आज शाम 4:30 बजे, पवन हंस, विले पार्ले (पश्चिम), मुंबई के पास किया जाएगा।
वहीं, पंकज के बेटे निकितिन धीर भी एक्टर हैं। पंकज धीर के निधन से कुछ घंटे पहले, उनके बेटे निकितिन ने इंस्टाग्राम पर जीवन को लेकर एक गहरी बात लिखी थी। उन्होंने लिखा था- जो आए, आने दो... जो ठहरे, ठहरने दो... जो जाए, जाने दो... मैं शिवभक्त हूं, इसलिए कहो-शिवार्पणम् और आगे बढ़ो! भगवान शिव सब संभाल लेंगे।