कटे हुए सिर घटना का बदला लेने के लिए मालकानगिरी जिले के कोरूकोंडा ब्लॉक के एमवी-26 गांव में तनाव बरकरार है। गांव में 50 से अधिक घरों में आग लगाकर लूटपाट की गई थी। हजारों आदिवासी एकजुट होकर पूरे गांव को आग के हवाले कर दिया। भारी पुलिस बल, डीवीएफ और बीएसएफ जवानों की मौजूदगी के बावजूद हिंसा को रोका नहीं जा सका।
By: Arvind Mishra
Dec 09, 202510:15 AM
भुवनेश्वर। स्टार समाचार वेब
कटे हुए सिर घटना का बदला लेने के लिए मालकानगिरी जिले के कोरूकोंडा ब्लॉक के एमवी-26 गांव में तनाव बरकरार है। गांव में 50 से अधिक घरों में आग लगाकर लूटपाट की गई थी। हजारों आदिवासी एकजुट होकर पूरे गांव को आग के हवाले कर दिया। भारी पुलिस बल, डीवीएफ और बीएसएफ जवानों की मौजूदगी के बावजूद हिंसा को रोका नहीं जा सका। जिले में आदिवासी और गैर-आदिवासी समुदाय आमने-सामने हैं। हिंसा फैलने की आशंका में सभी थानों को हाई-अलर्ट पर रखा गया है। जिले में 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी निगरानी का आदेश दिया गया है। स्थिति पर नियंत्रण रखने के लिए पुलिस हरसंभव प्रयास कर रही है।
पुलिस-प्रशासन अलर्ट
देर शाम को पुलिस डीजीपी वाईबी खुरानिया मालकानगिरी पहुंचे और हालात की समीक्षा की। उनके साथ एडीजी संजीव पंडा, इंटेलिजेंस डीआइजी अखिलेश्वर सिंह और दक्षिण-पश्चिम रेंज डीआइजी केवी सिंह भी मौजूद रहे। मीटिंग में हिंसा को अन्य क्षेत्रों में फैलने से रोकने पर जोर दिया गया।
महिला की निर्मम हत्या
तीन दिनों से लापता राखालगुड़ा गांव की आदिवासी महिला लाके पाड़ियामी का सिरविहीन शव 4 तारीख को मिलने के बाद स्थिति विस्फोटक हो गई। आदिवासी समुदाय का आरोप है कि जमीन विवाद को लेकर उसकी निर्ममता से हत्या की गई है। इसके विरोध में दो दिनों से प्रदर्शन और बैठकें चल रही थीं।
डीजीपी की समीक्षा
आदिवासी लोगों ने बंगाली भाषी गांव एमवी-26 पर हमला किए थे और पुलिस मौजूद होने के बावजूद 50 से अधिक घर जला दिए थे। पुलिस को लगा था कि हालात अब शांत हो जाएंगे, लेकिन स्थिति और बिगड़ गई। सुबह 10 हजार आदिवासी एमवी-26 को चारों ओर से घेरकर लिए। गांव खाली था और लोग अपने घर छोड़कर अज्ञात स्थानों पर छिपे हुए थे।
गैर-आदिवासी गांवों में दहशत
हिंसा के बाद आस-पास के बंगाली भाषी गांवों में डर का माहौल है। सुबह एमवी-3 गांव में बंगीय समाज की बड़ी बैठक हुई। हजारों लोग इकट्ठा हुए और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की। इसके बाद विशाल रैली निकालकर लोग जिलाधीश कार्यालय पहुंचे। उन्होंने कहा कि कुछ लोग जानबूझकर अस्थिरता पैदा कर रहे हैं और 72 घंटे के भीतर उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। साथ ही एमवी-26 गांववासियों को मुआवजा और लाके पाड़ियामी की हत्या में शामिल सभी आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की गई।