शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी में कमजोर रुख दिखा दिया। बाद में सेंसेक्स और निफ्टी में भी तेजी लौट आई। ऐसे ही शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 7 पैसे बढ़कर 87.68 पर पहुंच गया। दरअसल, अमेरिका-भारत ट्रेड डील पर अनिश्चितता के बावजूद इस हफ्ते होने वाली यूएस-रूस वार्ता को लेकर अभी एक उम्मीद बनी हुई है।
By: Arvind Mishra
Aug 12, 202510:16 AM
शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी में कमजोर रुख दिखा दिया। बाद में सेंसेक्स और निफ्टी में भी तेजी लौट आई। ऐसे ही शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 7 पैसे बढ़कर 87.68 पर पहुंच गया। दरअसल, अमेरिका-भारत ट्रेड डील पर अनिश्चितता के बावजूद इस हफ्ते होने वाली यूएस-रूस वार्ता को लेकर अभी एक उम्मीद बनी हुई है। इस बीच हफ्ते के दूसरे कारोबारी दिन की शुरुआत गिरावट के साथ हुई, जहां सेंसेक्स 170 अंक टूटा और सुबह करीब 9:15 बजे कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 24,550 के नीचे खुला, लेकिन, कुछ ही देर बाद बाजार जोरदार वापसी करते हुए बीएसई पर 30 अंकों वाला सेंसेक्स 100 अंक से ज्यादा ऊपर चढ़ गया। इसके साथ ही, एनएसई पर निफ्टी 50 भी 24600 के पार चला गया।
दूसरी तरफ, आईसीआईसीआई बैंक के शेयर में कमजोरी देखने को मिली, जो हाल ही में सेविंग्स अकाउंट पर न्यूनतम बैलेंस 50,000 रुपए करने की घोषणा के बाद आई है। वहीं, यात्रा आनलाइन का शेयर लगभग 15 प्रतिशत चढ़ा।
किसे फायदा-किसे नुकसान
सेंसेक्स की कंपनियों में टेक महिंद्रा, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एचसीएल टेक, लार्सन एंड टुब्रो और टाटा स्टील सबसे ज्यादा फायदे में दिखीं। हालांकि, इटरनल, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, बजाज फाइनेंस और आईसीआईसीआई बैंक पिछड़ते नजर आए। एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को 1,202.65 करोड़ के शेयर बेचे।
सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 18 में तेजी और 12 में गिरावट है। एमएंडएम, टीसीएस और बजाज फाइनेंस के शेयर चढ़े हैं। आईसीआईसीआई बैंक, बीईएल और एचडीएफसी बैंक में गिरावट है। निफ्टी के 50 शेयरों में से 30 में तेजी और 20 में गिरावट है। एनएसई के प्राइवेट बैंकिंग, हेल्थकेयर और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में गिरावट है। मीडिया, आईटी, आॅटो, मेटल और बैंकिंग शेयरों में तेजी है।
जियोजीत इन्वेस्टमेंट्स के रिसर्च हेड विनोद नायर के अनुसार, हाल में बाजार तीन महीने के निचले स्तर को छूने के बाद राहत की रैली देखी गई, जिसका मुख्य कारण विदेशी संस्थागत निवेशकों की वापसी और अच्छे ग्लोबल संकेत हैं। हालांकि, भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ विवाद पर सहमति न बनने से अनिश्चितता बरकरार है, जिसका असर एक्सपोर्ट और भारतीय अर्थव्यवस्था पर पड़ सकता है। सोमवार को बाजार की मजबूत शुरूआत हुई थी।
इधर, अमेरिका ने चीन के आयातित सामानों पर भारी टैरिफ लगाने की योजना को 90 दिनों के लिए टाल दिया है। यह टैरिफ मंगलवार से लागू होना था, लेकिन राष्ट्रपति ट्रंप ने इसे नवंबर के मध्य तक बढ़ाने का आदेश दिया. वैश्विक बाजार की बात करें तो जापान का निक्केई 2 प्रतिशत की बढ़त के साथ रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ, आस्ट्रेलिया का अर 200 0.13 प्रतिशत चढ़ा। साउथ कोरिया का केओएसपीआई 0.81 फीसदी ऊपर गया और चीन का सीएसआई 0.36 प्रतिशत बढ़ा।