स्कूल के कमरों पर कब्जा, स्टेशन एरिया में पढ़ाई की जगह चल रहे दफ्तर और एनजीओ
By: Gulab rohit
Dec 02, 202510:37 PM
गंजबासौदा। शहर के वार्ड-10 स्थित स्टेशन एरिया स्कूल की हालत बेहद खराब हो चुकी है। आठ कमरों वाला यह स्कूल अब पढ़ाई के लिए नहीं, बल्कि दफ्तर और एनजीओ चलाने का केंद्र बन गया है। 100 बच्चों वाले इस स्कूल में बच्चों को समूह में बिठाकर पढ़ाया जा रहा है। शिक्षा विभाग के नियमों को ट नजरअंदाज कर स्कूल भवन का नू दुरुपयोग किया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार, स्कूल के एक कमरे में विकलांग एमआरसी कार्यालय चल रहा है। दूसरा कमरा बीआरसी को किताबों के भंडारण के लिए दे दिया गया है। तीसरे में एनजीओ का दफ्तर संचालित हो रहा है। चौथा कमरा प्रधानाध्यापक के उपयोग में है। एक अन्य कमरे को ट्रेनिंग रूम बनाने का दबाव भी स्कूल प्रशासन पर है। पहले से दो कमरे मतदान केंद्र के लिए सुरक्षित हैं। मतदाता संख्या बढ़ने पर एक और केंद्र बनाए जाने की संभावना है। यानी स्कूल के कमरे पढ़ाई छोड़ बाकी हर काम में इस्तेमाल हो रहे हैं।
कमरे पर्याप्त हैं, पर कब्जों के कारण बच्चों को एक साथ बैठना पड़ रहा
स्टेशन एरिया स्कूल शहर के पुराने स्कूलों में गिना जाता है। पहले यहां विद्यार्थियों की संख्या अधिक थी। अब केवल 100 बच्चे रह गए ह गए हैं। हैं। कक्षा 1 और 2 को और 4 को दूसरे में, कक्षा 5 को अलग कमरे को एक कमरे में, 3 में बिठाया जा रहा है किया क्से तक के बच्चों को दो कमरों में समायोजित किया गया है। कमरे पर्याप्त हैं, लेकिन कब्जों के कारण बच्चों को एक साथ पढ़ने की मजबूरी है। स्कूल परिसर पहले विशाल था। यहां लोनिवि विभाग का स्टोर भी चलता था। बाद में समाजसेवियों की मदद से स्कूल निर्माण कर स्टोर को हटाया गया। लेकिन शिक्षा विभाग की अनुमति के बिना परिसर में आंगनवाड़ी भवन बना दिया गया। अब यही कमरों के दुरुपयोग की वजह बन गया है।
सब कुछ मौखिक निर्देशों पर चल रहा
स्कूल परिसर से सटा जिला सहायक शाला निरीक्षक का पुराना भवन वर्षों से खाली पड़ा है। यह भवन किताबें रखने और अन्य गतिविधियों के लिए उपयुक्त है, लेकिन इसका उपयोग नहीं हो रहा। नतीजा यह है कि पर्याप्त जगह होते हुए भी बच्चों और शिक्षकों को तंग माहौल में पढ़ाई करनी पड़ रही है। सबसे हैरानी की बात यह है कि स्कूल के कमरों को अन्य विभागों को देने का कोई लिखित आदेश नहीं है। सब कुछ मौखिक निर्देशों पर चल रहा है। इससे स्कूल की व्यवस्था बिगड़ गई है।
लोगों का आरोप : परिसर में एक विशाल पेड़ को काटकर बेच दिया
नागरिकों ने आरोप लगाया है कि स्कूल परिसर में मौजूद एक विशाल पेड़ को काटकर बेच दिया गया। उसकी राशि स्कूल खाते में जमा नहीं कराई गई। वे इसकी जांच की मांग कर रहे हैं। अब स्थिति यह है कि पढ़ाई प्रभावित हो रही है। शिक्षा का स्तर गिर रहा है। शिक्षक दो-दो कक्षाओं को एक साथ पढ़ाने को मजबूर हैं। प्रधानाचार्य माधीसिंह गौर ने कहा कि स्कूल में बच्चों के लिए 8 कमरे उपलब्ध हैं। इन दिनों उनकी ड्यूटी एसआईआर में लगी है। स्कूल का चार्ज मैडम के पास है। वह बच्चों को कहां बैठाकर पढ़ा रही हैं, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है।