राजधानी भोपाल में गुंडों व बदमाशों की संख्या में इजाफा, भोपाल पुलिस ने जारी की गुंडों की लिस्ट, 2 साल में बढ़े 546 गुंडे
By: Gulab rohit
Oct 14, 202530 minutes ago
भोपाल: राजधानी में कमिश्नर सिस्टम लागू होने के बाद भी अपराधों की संख्या में कमी नहीं आ रही है। शहर में गुंडे-बदमाशों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। बीते 2 साल में ही शहर की गुंडा लिस्ट में 546 नए बदमाशों को शामिल किया गया है। जिसके बाद शहर में गुंडों की संख्या 688 हो गई है। हालांकि गुंडा लिस्ट से 8 पुराने बदमाशों के नाम हटाए भी गए हैं।
गुंडा लिस्ट में ये बदमाश शामिल
गुंडा लिस्ट में उन बदमाशों को शामिल किया जाता है, जो निरंतर अपराध करते हैं। संबंधित थाने के पुलिसकर्मियों की इन पर सख्त निगरानी रहती है। क्षेत्र में आपराधिक घटनाएं होने पर इनको बार-बार पूछताछ के लिए बुलाया जाता है। सप्ताह में एक बार ऐसे अपराधियों को थाने में भी हाजिरी लगाना अनिवार्य होता है। 2 साल बाद भोपाल में गुंडा लिस्ट की कैटेगिरी में बदलाव किया गया है। अब पुलिस 3 या इससे अधिक बार मारपीट संबंधी अपराध करने वालों को गुंडा लिस्ट में शामिल कर रही है।
पहले 150 थी गुंडों की संख्या
भोपाल पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्र के निर्देश पर राजधानी के गुंडों की सूची अपडेट की गई है। इसमें पुलिस ने गुंडों को 3 कैटेगिरी में बांटकर उनकी प्रोफाइल तैयार की है। जिससे उनकी निरंतर निगरानी हो सके और सक्रिय बदमाशों को चिन्हित किया जा सके। इसके लिए शहर के सभी थानों में गुंडा लिस्ट की समीक्षा की गई। 2 साल पहले तक जहां शहर में करीब 150 गुंडे थे, अब नई लिस्ट में इनकी संख्या बढ़कर 688 हो गई है।
गुंडों की ये 3 कैटेगिरी बनाई
3 या इससे अधिक बार हिंसक घटनाएं, हत्या का प्रयास या गंभीर मारपीट समेत अन्य अपराध करने पर अपराधियों को गुंडा लिस्ट में डाल दिया जाता है। स्थानीय पुलिस द्वारा इनकी सतत निगरानी की जाती है। यदि आगे ये अपराध करते हैं तो बाउंड ओवर और जिलाबदर की कार्रवाई की जाती है। इन बदमाशों को 3 श्रेणियों में बांटा गया है। पहले वो जो अपराध की दुनिया में सक्रिय हैं और निरंतर अपराध कर रहे हैं। दूसरे ऐसे अपराधी जो अब अपराध में निष्क्रिय हो चुके हैं, लेकिन उन्होंने पहले गंभीर अपराध किए हैं। वहीं तीसरी श्रेणी में ऐसे बदमाशों को रखा गया है, निगरानीशुदा बदमाश यानि जिनके द्वारा भविष्य में अपराध करने की संभावना है।
गुंडा लिस्ट नियमित प्रक्रिया
भोपाल पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्र ने बताया कि "गुंडा लिस्ट बनाना पुलिस की नियमित प्रक्रिया है। जिन्होंने बीते 5 से 10 सालों में कोई अपराध नहीं किए, अब ऐसे बदमाशों की उम्र भी ढल चुकी है। ऐसे 8 बदमाशों को गुंडा लिस्ट से बाहर किया गया है। वहीं बीते 2 सालों में निरंतर अपराध करने वालों को भी चिन्हित किया गया है। जिससे गुंडा लिस्ट को अपडेट किया जा सके। इससे जहां गंभीर अपराधियों पर प्रभावी नियंत्रण संभव होगा, वहीं थाना स्तर पर पुलिस को निगरानी में भी सहूलियत होगी।