यह नियुक्ति भारतीय सशस्त्र बलों में महिलाओं की बढ़ती भूमिका और उनके प्रति बढ़ते विश्वास का एक प्रतीक है। दरअसल, राष्ट्रपति आर्म्ड फोर्सेज का सुप्रीम कमांडर होता है।
By: Star News
-नौसेना की सोलंकी हरियाणा की रहने वाली
नई दिल्ली। भारतीय नौसेना की लेफ्टिनेंट कमांडर यशस्वी सोलंकी ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। उन्हें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की सहयोगी (एडीसी) के रूप में नियुक्त किया गया है, जिससे वह इस प्रतिष्ठित पद पर आसीन होने वाली पहली महिला नौसेना अधिकारी बन गई हैं। यह नियुक्ति भारतीय सशस्त्र बलों में महिलाओं की बढ़ती भूमिका और उनके प्रति बढ़ते विश्वास का एक प्रतीक है। दरअसल, राष्ट्रपति आर्म्ड फोर्सेज का सुप्रीम कमांडर होता है। यह पहला मौका है जब नौसेना की किसी महिला अफसर को सुप्रीम कमांडर के एड-डी-कैंप क पद दिया गया है। राष्ट्रपति को 5 एडीसी दिए जाते हैं। इनमें से 3 थल सेना से, 1 वायुसेना और 1 नौसेना से होता है। इसके लिए राष्ट्रपति खुद ही अफसरों का चयन करते हैं।
हरियाणा की हैं यशस्वी
यशस्वी सोलंकी मूल रूप से हरियाणा की रहने वाली हैं। 2012 में उन्होंने शॉर्ट सर्विस कमीशन के तहत नौसेना की लॉजिस्टिक ब्रांच जॉइन की। इसके बाद यहां 5 से 7 साल तक सेवाएं देने के बाद अब उन्हें राष्ट्रपति का एडीसी बनाया गया है।
मेहनत का फल
नौसेना के अधिकारियों के मुताबिक यशस्वी के अनुशासन, कड़ी मेहनत और लीडरशिप क्वालिटीज ने उन्हें यहां तक पहुंचाया है। अब वो राष्ट्रपति की एडीसी नियुक्त की गई हैं। ऐसा करने वाली वो पहली महिला हैं।