TMC नेता अभिषेक बनर्जी ने चुनाव आयोग के साथ बैठक के बाद मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने वोटर लिस्ट में हेरफेर और अलोकतांत्रिक व्यवहार का दावा किया
By: Ajay Tiwari
Dec 31, 20254:30 PM
नई दिल्ली | स्टार समाचार वेब
तृणमूल कांग्रेस (TMC) के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी और भारत निर्वाचन आयोग (ECI) के बीच चल रहा गतिरोध अब चरम पर पहुँच गया है। बुधवार को मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार के साथ करीब ढाई घंटे चली मैराथन बैठक के बाद अभिषेक बनर्जी ने आयोग की कार्यप्रणाली और निष्पक्षता पर गंभीर प्रश्न खड़े किए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि अब चुनाव जीतने के लिए ईवीएम (EVM) नहीं, बल्कि सॉफ्टवेयर और एल्गोरिदम के माध्यम से वोटर लिस्ट (Electoral Rolls) में बड़े पैमाने पर हेरफेर की जा रही है।
अभिषेक बनर्जी ने बैठक के भीतर हुए घटनाक्रम का खुलासा करते हुए दावा किया कि मुख्य चुनाव आयुक्त ने बातचीत के दौरान उन पर उंगली उठाकर बात करने की कोशिश की। बनर्जी ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा, "मैंने साफ़ लहजे में उनसे कहा कि उंगली नीचे करके बात करें। आप केवल एक मनोनीत (Nominated) अधिकारी हैं, जबकि हम जनता द्वारा निर्वाचित (Elected) प्रतिनिधि हैं। हम किसी के गुलाम नहीं हैं।" उन्होंने आयोग को चुनौती दी कि यदि उनके दावों में सच्चाई नहीं है, तो आयोग इस पूरी बैठक की CCTV फुटेज सार्वजनिक करे।
यह भी पढ़ें..
TMC का आरोप है कि 'सॉफ्टवेयर इंटेलीजेंस रिपोर्ट' (SIR) के नाम पर 1.36 करोड़ मामलों में गड़बड़ी बताई जा रही है, लेकिन इसकी सूची सार्वजनिक नहीं की गई। अभिषेक बनर्जी ने दावा किया कि अधिकारियों (AERO) की जानकारी के बिना सॉफ्टवेयर के जरिए नाम हटाए जा रहे हैं। उन्होंने इसे "अमानवीय" करार देते हुए कहा कि बुजुर्गों और दिव्यांगों को वेरिफिकेशन के नाम पर घंटों बिठाया जा रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर 58 लाख लोगों की सूची संदिग्ध है, तो उनमें से कितने 'अवैध प्रवासी' हैं, इसका खुलासा क्यों नहीं किया जा रहा?
अभिषेक बनर्जी ने कांग्रेस, आप (AAP) और राजद (RJD) जैसे विपक्षी दलों को संदेश देते हुए कहा कि बीजेपी अब मतदाता सूची के जरिए चुनाव के नतीजे प्रभावित कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र और हरियाणा जैसे राज्यों में इसी फॉर्मूले से जीत हासिल की गई। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अब सरकार तय कर रही है कि वोट कौन डालेगा, जो लोकतंत्र के लिए खतरनाक है। बनर्जी ने भरोसा जताया कि बंगाल की जनता 2026 में बीजेपी को फिर से करारी शिकस्त देगी।