अनूपपुर जिले के भालूमाड़ा थाना क्षेत्र में तीन युवकों ने पीएचसी पसान अस्पताल में घुसकर ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक से गाली-गलौज और मारपीट की। आरोपियों ने डॉक्टर को जान से मारने की धमकी भी दी। शिकायत पर पुलिस ने गंभीर धाराओं और चिकित्सा सेवा संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
By: Yogesh Patel
Aug 25, 2025just now
हाइलाइट्स
अनूपपुर, स्टार समाचार वेब
जिले के भालूमाड़ा थाना अंतर्गत एक बाइक में सवार होकर 3 युवक पीएचसी पसान पहुंचे और अस्पताल के अंदर दोपहिया वाहन चलाते हुये चिकित्सक के साथ गाली गलौज कर मारपीट की और जान से मारने की धमकी देते हुये गले में टंगे आला को निकालकर बाहर फेंक दिया और भाग खड़े हुये। घटना की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। भालूमाड़ा पुलिस के अनुसार फरियादी चिकित्सक विपिन कुमार यादव पिता बिरेश यादव 33 वर्ष निवासी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पसान ने थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि मैं 22 अगस्त को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पसान में डियुटी के दौरान कुछ मरीजो का ईलाज कर रहा था तभी लगभग 02.45 बजे एक बुलेट मोटर सायकल बिना नम्बर की सफेद रंग की जिसे मनु नामक व्यक्ति चला रहा था उसके साथ ओम पिता चरकू व दो अन्य लड़के पीछे बैठे हुए थे, जो मनु के व्दारा बुलेट को लापरवाही पूर्वक चलाते हुये सीढ़ी के बगल से बने रैम्प पर चढाकर अस्पताल के अंदर ले जाकर बरामदा से होते हुये डियूटी डाक्टर रूम तक बुलेट को चलाते हुये लाये और मनु व ओम पिता चरकू दोनो मुझे माँ बहन की अश्लील गाली देते हुये बोले की अभी अस्पताल क्यो बंद कर रहे हो जब मैने कहा कि बुलेट से मेरे कक्ष में अनाधिकृत रूप से क्यो घुस गये हो, तब चारो लड़के मुझे माँ बहन की अश्लील गाली देते हुये बोले कि ज्यादा बोलेगा तो तुझे अभी यहाँ जान से खत्म कर देंगे, धमकी देकर मेरे साथ धक्का - मुक्की करने लगे व मेरे गले में टंगा आला को खीच कर बाहर फेंक दिये। शिकायत पर पुलिस ने धारा 331(3), 296,115(2), 351(3), 324(4), 132, 121(1), 3(5) बीएनएस एवं 3,4 चिकित्सा सेवा संरक्षण अधिनियम 2008 कायम कर विवेचना में लिया गया। पुलिस द्वारा अपनी सूझ बूझ व अपराध की गंभीरता को देखते हुए आरोपीगणों की तलास की गई जो आरोपी कैशरुल अंसारी पिता मुमताज अहमद 24 वर्ष निवासी जमुना, जैद खान पिता सरफराज खान18 वर्ष जमुना, हरीश तिवारी पिता रमेश प्रसाद तिवारी 26 वर्ष पसान को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया गया जहाँ से सभी आरोपियों को जेल भेजा गया।