भोपाल नगर निगम परिषद की बैठक में इमारतों के नाम बदलने का प्रस्ताव रखने पर भाजपा पार्षद देवेंद्र भार्गव को जान का खतरा महसूस हुआ। उन्होंने दो पार्षदों पर धमकी देने का आरोप लगाते हुए डीजीपी से अपनी और परिवार की सुरक्षा की मांग की है।
By: Ajay Tiwari
Jul 30, 20258:21 PM
भोपाल: स्टार समाचार वेब
भोपाल नगर निगम के वार्ड-12 से भाजपा पार्षद देवेंद्र भार्गव ने परिषद की बैठक में इमारतों के नाम बदलने का प्रस्ताव रखने के बाद खुद को और अपने परिवार को जान का खतरा बताया है। उन्होंने इस संबंध में डीजीपी और कमिश्नर से सुरक्षा की मांग की है। बुधवार को उनके समर्थन में कई लोग गौतम नगर थाने भी पहुंचे और सुरक्षा मुहैया कराने की मांग को लेकर आवेदन दिया।
क्या है पूरा मामला?
पार्षद भार्गव ने बताया कि 24 जुलाई को आईएसबीटी सभागार में हुई परिषद की बैठक के दौरान उन्होंने कुछ इमारतों के नाम बदलने का प्रस्ताव पेश किया था। उनके अनुसार, इस प्रस्ताव पर वार्ड-42 के पार्षद अजीजुद्दीन और वार्ड-77 के पार्षद दानिश खान ने सदन में हंगामा शुरू कर दिया। बात इतनी बढ़ गई कि दोनों पार्षद हाथापाई पर उतारू हो गए, और अन्य पार्षदों को बीच-बचाव करना पड़ा।
भार्गव का आरोप है कि इसी दौरान उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी गई थी। उन्होंने डीजीपी और कमिश्नर को अपनी शिकायत में कहा है कि इस घटना के बाद उन्हें और उनके परिवार को किसी भी अनहोनी का डर सता रहा है।
समर्थन में आए लोग: बुधवार को पार्षद देवेंद्र भार्गव के समर्थन में बड़ी संख्या में लोग गौतम नगर थाने पहुंचे। इनमें व्यापारी, वार्ड-12 के निवासी और उत्तर विधानसभा विधि प्रकोष्ठ भाजपा के अधिवक्ता शामिल थे। इन सभी ने पार्षद और उनके परिजनों के लिए तत्काल सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की।