बुधवार को केंद्रीय कैबिनेट ने कई बड़े निर्णय लिए। पीएम धन-धान्य कृषि योजना को 24,000 करोड़ रुपये की मंजूरी मिली, एनएलसी इंडिया को ग्रीन एनर्जी में 7,000 करोड़ के निवेश की अनुमति दी गई। साथ ही, शुभांशु शुक्ला की आईएसएस से सफल वापसी पर कैबिनेट ने गर्व व्यक्त किया, जो भारत के अंतरिक्ष स्टेशन की दिशा में एक अहम कदम है।
By: Ajay Tiwari
Jul 16, 202519 hours ago
हाइलाइट्स
नई दिल्ली: स्टार समाचार वेब.
बुधवार को हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए, जिनकी जानकारी सूचना प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी। इन फैसलों में कृषि से लेकर ऊर्जा और अंतरिक्ष तक के अहम क्षेत्र शामिल हैं।
'पीएम धन-धान्य कृषि योजना' को मंजूरी केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 'पीएम धन-धान्य कृषि योजना' को अपनी स्वीकृति दे दी है, जिस पर कुल 24,000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि इस योजना के तहत 36 विभिन्न योजनाओं को शामिल किया जाएगा, जिसका उद्देश्य कृषि क्षेत्र को मजबूत करना है।
ग्रीन एनर्जी में 7,000 करोड़ रुपये का निवेश सरकार ने नवरत्न केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम एनएलसी इंडिया लिमिटेड (NLCIL) को उसकी पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी कंपनी एनएलसी इंडिया रिन्यूएबल्स लिमिटेड (NIRL) में 7,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की अनुमति दी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक में यह रणनीतिक फैसला लिया गया, जिससे एनएलसीआईएल को ग्रीन एनर्जी (हरित ऊर्जा) क्षेत्र में अपने निवेश को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी।
शुभांशु शुक्ला की सफल वापसी और अंतरिक्ष कार्यक्रम में नया अध्याय कैबिनेट बैठक में भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए एक ऐतिहासिक क्षण पर भी चर्चा हुई। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की सफल वापसी पर एक प्रस्ताव पारित किया। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, "यह पूरे देश के लिए गौरव, गर्व और खुशी का अवसर है। मंत्रिमंडल देश के साथ, ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को पृथ्वी पर उनकी सफल वापसी पर बधाई देता है।"
शुक्ला ने इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर 18 दिनों का ऐतिहासिक मिशन पूरा किया है, जिसे भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम में एक नया अध्याय बताया जा रहा है। यह उपलब्धि भारत के अपने अंतरिक्ष स्टेशन बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और देश के भविष्य के अंतरिक्ष कार्यक्रमों की एक सुनहरी झलक प्रस्तुत करती है। मंत्रिमंडल ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए इसरो के वैज्ञानिकों और इंजीनियरों की पूरी टीम को भी बधाई दी।
ये फैसले दर्शाते हैं कि सरकार कृषि के विकास, हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने और भारत की अंतरिक्ष क्षमताओं को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है।