छतरपुर में मानवीय संवेदनाओं को झकझोरने वाली घटनाएँ: बारिश में शव का अंतिम संस्कार मुश्किल, मरीज को खाट पर उठाकर ले जाने की मजबूरी। जानिए क्यों प्रशासन के दावों पर उठे सवाल और मंत्री की प्रतिक्रिया।
By: Ajay Tiwari
Jul 27, 2025just now
हाइलाइट्स
छतरपुर. स्टार समाचार वेब
छतरपुर जिले के चंदला विधानसभा क्षेत्र से दिल को कचोटने वाली दो तस्वीरें सामने आई हैं, जो सुविधाओं की भयावह कमी और मानवीय गरिमा के साथ खिलवाड़ को बयां कर रही हैं। एक तरफ जहां भारी बारिश में पन्नी से ढंककर अंतिम संस्कार करना। वहीं दूसरी ओर एक मरीज को कीचड़ भरे रास्ते से खाट पर लेकर जाना पड़ा। तस्वीरे प्रशासन की असंवेदनशीलता और विकास के दावों पर गंभीर सवाल खड़े करती हैं।
प्लास्टिक से ढककर किया दाह संस्कार
कटहरा ग्राम पंचायत के मड़वा गांव में रोशनी शर्मा नामक एक महिला की बीमारी से मृत्यु हो गई। लेकिन बारिश ने उनके अंतिम संस्कार को भी एक अग्निपरीक्षा बना दिया। श्मशान घाट पर शेड न होने के कारण, परिजनों और ग्रामीणों को शवदाह के लिए जलती हुई चिता को प्लास्टिक की पन्नी और छतरी से ढकना पड़ा ताकि आग बारिश से बुझ न जाए। इस हृदय विदारक दृश्य में, ग्रामीण भीगते हुए ट्रैक्टर की ट्राली के नीचे बैठकर अंतिम संस्कार में शामिल होते दिखे। ग्रामीणों का दर्द छलक आया, उन्होंने बताया कि वर्षों से श्मशान घाट में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है और कई बार सरपंच-सचिव से गुहार लगाने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हुई।
कीचड़ भरे रास्ते पर खाट पर लेटा मरीज
दूसरी तस्वीर गौरिहार जनपद की हटवा ग्राम पंचायत से आई है, जहाँ पक्की सड़क न होने के कारण ग्रामीणों को एक मरीज को खाट पर उठाकर कीचड़ और पानी से भरे रास्ते से गुजरना पड़ा। यह दृश्य आज के दौर में भी ग्रामीण भारत की एक कड़वी सचाई बयाँ करता है, जहाँ स्वास्थ्य सुविधाओं तक पहुँचने के लिए लोगों को अपनी जान जोखिम में डालनी पड़ती है। ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रही हैं और प्रशासन की लापरवाही पर जनता के गुस्से को बढ़ा रही हैं।
मानवीय गरिमा को ठेस
ग्रामीणों का कहना है कि ये समस्याएँ नई नहीं हैं। वर्षों से वे लगातार शिकायतें करते आ रहे हैं, लेकिन हर बार सिर्फ खोखले आश्वासन ही मिले हैं। हालात जस के तस बने हुए हैं, जो न केवल आधारभूत ढांचे की बदहाली दिखाते हैं, बल्कि मानवीय गरिमा को भी चोट पहुँचाते हैं। इन तस्वीरों ने यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आधुनिकता की दौड़ में, क्या हम अपने ही लोगों को न्यूनतम सुविधाओं से भी वंचित छोड़ रहे हैं?
मंत्री बोले 'राजनीतिक साजिश'
हालातों पर चंदला यहां के विधायक और राज्य मंत्री दिलीप अहिरवार की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। उन्होंने इन विरोध प्रदर्शनों को "राजनीतिक साजिश" करार देते हुए कहा कि कुछ "कांग्रेसी मानसिकता" के लोग उन्हें बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। मंत्री ने दावा किया कि क्षेत्र में लगातार विकास कार्य चल रहे हैं, लेकिन उन्हें ज़मीन पर उतरने में समय लग रहा है।