सिंगरौली जिले के चितरंगी विकासखंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. एचएस बैस पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन फंड में ₹8.26 लाख की अनियमितता का आरोप लगा है। भोपाल स्वास्थ्य संचालनालय ने कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए 31 जुलाई तक संतोषजनक उत्तर मांगा है। जवाब न देने पर वसूली और विभागीय कार्यवाही की चेतावनी दी गई है।
By: Yogesh Patel
हाइलाइट्स
सिंगरौली, स्टार समाचार वेब
जिले के चितरंगी विकास खंड चिकित्सा अधिकारी पर में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के फंड में 8 लाख 26 हजार से ज्यादा की गड़बड़ी पायी गई है। स्वास्थ्य संचालनालय भोपाल द्वारा सिंगरौली जिले के चितरंगी विकासखंड चिकित्सा अधिकारी डॉ एचएस बैस को कारण बताओ नोटिस जारी कर 31 जुलाई तक जबाब देने के आदेश दिए है। प्राप्त जानकारी के अनुसार राष्टÑीय स्वास्थ्य मिशन मध्यप्रदेश द्वारा सिंगरौली जिले के विकासखंड चितरंगी में प्रदर्शन आधारित प्रोत्साहन राशि में 8 लाख 26 हजार 250 रुपये की अनियमितता के आरोप में विकासखंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. एचएस बैस को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। नोटिस क्रमांक 2776 दिनांक 22 जुलाई 2025 को मिशन संचालक डॉ. सलोनी सिडाना द्वारा जारी किया गया है।
कहां हुई अनियमितता
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के पत्र एवं संभाग स्तरीय समीक्षा बैठक के निर्देशों के बावजूद दस्तावेजों का सत्यापन नहीं किया गया। बताया जाता है कि कार्य आधारित प्रोत्साहन राशि पात्रता से कई गुना अधिक जारी की गई। बीएमओ डॉ बैस को मध्यप्रदेश सिविल सेवा आचरण नियम 1968 एवं 1988 के तहत अनुशासनात्मक कार्यवाही की चेतावनी दी गई है और निर्देशित कर कहा गया है कि 31 जुलाई 2025 तक साक्ष्यों सहित संतोषजनक जवाब प्रस्तुत करें। अन्यथा समय पर जवाब नहीं मिलने के कारण एकपक्षीय कार्यवाही कर नुकसान की वसूली की जाएगी।
यह है मामला
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों सीएचओ को कार्य आधारित प्रोत्साहन राशि दी जाती है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में चितरंगी विकासखंड में सीएचओ द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों का सत्यापन कर वास्तविक कार्य के आधार पर भुगतान किया जाना था। लेकिन नोटिस के अनुसार बीएमओ डॉ बैस द्वारा दस्तावेजों का समुचित सत्यापन नहीं किया गयास जिससे पात्र राशि 2 लाख 99 हजार के स्थान पर 11 लाख 25 हजार 250 का भुगतान कर दिया गया। इस प्रकार शासन को 8 लाख 26 हजार 250 का आर्थिक नुकसान हुआ है।
राशि का दुरुपयोग बर्दाश्त नही किया जाएगा
मिशन संचालक डॉ. सलोनी सिडाना ने स्पष्ट किया है कि यह लापरवाही शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन एवं वित्तीय अनुशासन में गंभीर चूक है, जिसके लिए उत्तरदायित्व तय किया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि राष्टÑीय स्वास्थ्य मिशन की राशि का दुरुपयोग किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिसका सीधा असर ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ सकता है । वित्तीय अनियमितता के कारण चितरंगी ब्लॉक में नेशनल हेल्थ मिशन की योजनाओं एवं आयुष्मान आरोग्य मंदिर कार्यक्रम की निगरानी में लापरवाही उजागर हुई है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं के प्रभावित होने की आशंका व्यक्त की जा रही है।
जवाब नहीं देने पर कार्रवाई तय
स्वास्थ्य संचालनालय भोपाल के रुख की बात करें तो यदि निर्धारित समय सीमा में बीएओ डॉ. एचएस बैस द्वारा संतोषजनक जवाब नहीं दिया जाता है, तो रास्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन भोपाल द्वारा उनसे 8 लाख 26 हजार 250 की वसूली के साथ विभागीय कार्यवाही प्रस्तावित की जाएगी।
मेरे द्वारा कोई गड़बड़ी नहीं की गई है। सर्वे करने वालो का 12 लाख रूपये तो मानदेय ही देना था। मै स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र शुक्ला से मुलाकात कर जानकारी दूंगा।
डॉ. एचएस बैस ,बीएमओ चितरंगी