देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के स्वदेशी स्वावलंबन मेला के आमंत्रण पत्र में बीजेपी विधायक गोलू शुक्ला के नाम के आगे लगे 'सनातनी' शब्द को शिकायत के बाद हटा दिया गया है। विधायक ने भी यूनिवर्सिटी से पूछा कारण।
By: Ajay Tiwari
Nov 09, 20254:30 PM
हाइलाइट्स
इंदौर. स्टार समाचार वेब
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (DAVV), इंदौर, और स्वदेशी जागरण मंच के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित होने वाले 'स्वदेशी स्वावलंबन मेला' के आमंत्रण पत्र में एक विवाद खड़ा हो गया, जिसके बाद बीजेपी विधायक गोलू शुक्ला के नाम के आगे से 'सनातनी' शब्द हटा लिया गया है।यह आयोजन 10 नवंबर को सुबह 10:30 बजे तक्षशिला परिसर में होना है।
मेले के उद्घाटन समारोह के लिए विधायक गोलू शुक्ला को मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया है। प्रारंभिक आमंत्रण पत्र (इन्विटेशन कार्ड) पर उनकी तस्वीर के नीचे लिखा गया था: 'मुख्य अतिथि सनातनी विधायक गोलू शुक्ला जी'। इस कार्ड पर कुलगुरु प्रो. राकेश सिंघई (मुख्य संरक्षक) और कुलसचिव प्रज्ज्वल खरे (संरक्षक) की तस्वीरें भी लगी थीं।
बताया जा रहा है कि विश्वविद्यालय प्रशासन को इस शीर्षक को लेकर कुछ शिकायतें प्राप्त हुईं। शिकायतकर्ताओं ने यह सवाल उठाया था कि किसी विधायक के नाम के आगे 'सनातनी' कैसे जोड़ा जा सकता है, और क्या इसका यह अर्थ है कि अन्य सभी नेता या गणमान्य व्यक्ति 'गैर-सनातनी' हैं। इन आपत्तियों के बाद, विश्वविद्यालय ने आमंत्रण पत्र में संशोधन किया। संशोधित कार्ड में विधायक के नाम के नीचे अब केवल इतना लिखा गया है: 'मुख्य अतिथि गोलू शुक्ला माननीय विधायक क्षेत्र क्रमांक 3 इंदौर'।
विश्वविद्यालय सूत्रों के अनुसार, आमंत्रण पत्र से शब्द हटाए जाने पर विधायक गोलू शुक्ला ने भी विश्वविद्यालय के संबंधित विभाग की डायरेक्टर से बात की और इस बदलाव की वजह पूछी।
कार्यक्रम संयोजक और डायरेक्टर प्रो. रेखा आचार्य ने इस संबंध में बताया कि चूँकि उस शब्द को लेकर कुछ लोगों को आपत्ति हो रही थी, इसलिए विश्वविद्यालय ने 'सनातनी' शब्द को हटाने का फैसला किया। हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट किया कि विधायक गोलू शुक्ला ही कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे।