DRI नागपुर की टीम ने भोपाल के एक होटल से 3 वन्यजीव तस्करों को गिरफ्तार कर उनके पास से तेंदुए की खाल और सिर जब्त किया है। जानें मध्य प्रदेश में वन्यजीवों के बढ़ते शिकार, बांधवगढ़ में बाघों की मौत और शिकारी नेटवर्क पर कार्रवाई का पूरा ब्यौरा।
By: Ajay Tiwari
Nov 09, 20253:54 PM
हाइलाइट्स
भोपाल. स्टार समाचार वेब
राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) की नागपुर टीम ने भोपाल में बड़ी कार्रवाई करते हुए वन्यजीवों के शिकार में शामिल तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है। टीम ने शनिवार देर रात एक होटल से इन तस्करों को दबोचकर उनके पास से तेंदुए की पूरी खाल और उसका सिर जब्त किया है। ये तस्कर इन दुर्लभ वन्यजीव अंगों को बेचने की फिराक में थे।
DRI की टीम ने तीनों आरोपियों को वन्य जीव संरक्षण अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत गिरफ्तार कर लिया है। अब टीम उनसे गहन पूछताछ कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि उन्होंने यह शिकार कहाँ से किया और मध्य प्रदेश समेत अन्य राज्यों में उनका नेटवर्क किस हद तक फैला हुआ है।
मध्य प्रदेश में वन्यजीवों के शिकार के मामले लगातार सामने आ रहे हैं, जो चिंता का विषय है। हाल ही में, 26 अक्टूबर को जबलपुर के सिहोर स्थित एक फैक्ट्री परिसर से एक तेंदुए का शव बरामद किया गया था, जिसके दाँत और नाखून गायब थे, जिससे शिकार की आशंका मजबूत हुई।
राज्य सरकार ने भी विधानसभा में यह स्वीकार किया है कि वन्यप्राणियों के शिकार की घटनाओं में वृद्धि हुई है। पिछले पाँच वर्षों में, प्रदेश में 2274 वन्यजीवों का शिकार हुआ है।
बाघों पर सख्त निगरानी के चलते अब शिकारियों का ध्यान तेंदुओं पर केंद्रित हो गया है, क्योंकि वे बाघों की तुलना में अधिक संख्या में मौजूद हैं और अक्सर टाइगर रिजर्व के बाहरी इलाकों में आसानी से मिल जाते हैं।
प्रदेश के सर्वाधिक बाघों वाले बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में भी वन्यजीवों की जान का खतरा बना हुआ है। पिछले एक महीने में बांधवगढ़ में पाँच बाघों की जान जा चुकी है। सेवानिवृत्त अधिकारी सुदेश बाघमारे के अनुसार, मध्य प्रदेश के जंगलों में शिकारी सक्रिय हैं और कई स्थानीय लोग उनके मददगार बन रहे हैं। उनका मानना है कि ऐसे तत्वों पर नकेल कसने के लिए और अधिक सख्ती की जरूरत है।
शिकारियों को पकड़ने की कार्रवाई भी लगातार जारी है। इसी साल जुलाई में DRI ने छह आरोपियों को गिरफ्तार किया था और उनके पास से बाघ के अंग बरामद किए थे। इन आरोपियों ने सिवनी में करंट लगाकर एक बाघ शावक का शिकार किया था। इससे पहले मई 2025 में भी चार तस्करों को पकड़ा गया था, जिनके पास से ट्रॉफी में बदली गई दो तेंदुए की खालें और जंगली सूअर के दाँत जब्त किए गए थे।