रीवा में डॉग बाइट का शिकार हुए 14 वर्षीय किशोर की मौत रैबीज संक्रमण से हो गई, जबकि उसे तीन डोज रैबीज वैक्सीन लग चुकी थी। परिजनों ने इंजेक्शन की गुणवत्ता पर सवाल उठाए हैं। कलेक्टर ने मामले की जांच कर अस्पताल से रिपोर्ट मांगी है।
By: Star News
Jul 11, 20254 minutes ago
रीवा, स्टार समाचार वेब
डॉग बाईट का शिकार हुये किशोर की मंगलवार की देर रात संजय गांधी अस्पताल में मौत हो गई है। किशोर के शरीर में रैबीज इंफेक्शन फैल गया था, जिसके चलते चिकित्सक उसे बचा नहीं सके। जबकि किशोर को रैबीज इंजेक्शन की तीन डोज लग चुकी थी। ऐसे में परिजनों ने रैबीज इंजेक्शन के क्वालिटी पर सवाल खड़ा किया है। इधर कलेक्टर ने मामले की जांच करा कर अस्पताल प्रबंधन से रिपोर्ट मांगा है।
दरअसल शहर के नरेंद्र नगर में बीते 16 जून को ग्राम पहाड़िया निवासी राजेश नट के 14 वर्षीय पुत्र नितिन को अवारा कुत्तें ने काट खाया था। उसके गले में गहरा जख्म था। जिसके तत्काल बाद परिजन उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे थे, जहां किशोर को रैबीज की वैक्सीन लगाई गई थी। इसके बाद दो और वैक्सीन तय समय सीमा में परिजनों ने जिला अस्पताल में ही लगवाया था। लेकिन इसके बाद भी महज 22 दिन में रैबीज का इंफेक्शन किशोर के शरीर में फैल गया और मंगलवार की रात उसकी मौत हो गई। इधर बच्चे की मौत पर पीड़ित परिवार ने ना सिर्फ बच्चे के उपचार में लापरवाही का आरोप लगाया बल्कि रैबीज इंजेक्शन के मानक पर सवाल उठाए है। वहीं कलेक्टर ने घटना की जानकारी अस्पताल प्रबंधन से तलब किया है।
मेरे संज्ञान में यह पहला मामला
इधर मामला गंभीर होने पर जब कलेक्टर प्रतिभा पाल से जानकारी ली गई तो उन्होंने इस तरह की घटना को अपनी जानकारी में पहली घटना बताई है। कलेक्टर ने कहा कि कुत्ते के काटने के बाद रेबीज इंजेक्शन लगने के बावजूद भी अगर किसी व्यक्ति की मौत हुई है तो यह एक चिंता का विषय है। इस संबंध में अस्पताल प्रबंधन से जानकारी लेने के साथ-साथ रिपोर्ट मांगी जाएगी। इसके अलावा उपचार करने वाले चिकित्सक से भी बच्चे की मौत के कारणों की जानकारी लेकर मामले की जांच कराई जाएगी।