सतना जिले में खाद वितरण व्यवस्था की खामियों पर प्रशासन ने सख्ती दिखाई है। वर्ती के सहायक समिति प्रबंधक को निलंबित किया गया, अबेर और चूंद समितियों के प्रबंधकों को शोकॉज नोटिस जारी किए गए। सोहावल में जांच के दौरान 1.35 टन यूरिया का स्टाक पीओएस में दर्ज होने के बावजूद मौके पर एक दाना भी नहीं मिला। कांग्रेस ने खाद की कालाबाजारी का आरोप लगाया।
By: Star News
Aug 22, 202511 hours ago
हाइलाइट्स
सतना, स्टार समाचार वेब
खाद के लिए मारामारी, प्रशासन के तमाम इंतजामों के बाद भी दूर नहीं हो पा रही है। हालांकि किसानों की परेशानी को देखते हुए प्रशासन द्वारा लगातार निरीक्षण और कार्रवाई की जा रही है बावजूद इसके खाद वितरण व्यवस्था पटरी पर नहीं लौट पा रही है। प्रशासन लगातार उन समितियों पर कार्रवाई भी कर रहा है जो खाद वितरण में लापरवाही बरत रही हैं। इन्हीं कार्रवाईयों के बीच गुरुवार को प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई के बाद लापरवाह समितियों के पदाधिकारियों में जहां खलबली है वहीं प्रशासन दबिश देकर एक दुकान में स्टाक की धांधली भी पकड़ी है। कार्रवाई करते हुए जहां रामपुर बाघेलान विकासखंड अन्तर्गत बर्ती के प्रभारी सहायक समिति प्रबंधक को निलंबित किया गया है वहीं अबेर और चूंद के समिति प्रबंधकों को कारण बताओ नोटिस जारी की गई है।
बर्ती का सहायक समिति प्रबंधक निलंबित
बहुउद्देशीय प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति मर्यादित वर्ती के प्रभारी सहायक समिति प्रबंधक पुष्पराज अग्निहोत्री को आयुक्त सहकारिता एवं पंजीयक सहकारी संस्थाएं द्वारा एक पत्र जारी कर निलंबित कर दिया गया है। पुष्पराज पर आरोप था कि संस्था की रासायनिक खाद को वे अपने घर में रखे हुए हैं इसका एक वीडियो भी वायरल हुआ था जिसकी जांच शाखा प्रबंधक जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक रामपुर बाघेलान द्वारा की गई थी। जांच में आरोपों की पुष्टि होने के बाद उक्त कृत्य को संस्था में प्रचलित नियम की कंडिका 3(क) के उप नियमों के तहत गंभीर दुराचरण माना गया जिसके बाद सहकारी निरीक्षक एवं प्रशासक मनोज कुमार गोनकर द्वारा प्रभारी सहायक समिति प्रबंधक को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश जारी किया गया।
इन्हें मिला शोकॉज
कृषकों द्वारा की गई विभिन्न शिकायतों को संज्ञान में लेते हुए दो प्रभारी समिति प्रबंधकों को शोकॉज नोटिस जारी की गई है। जिन समिति प्रबंधकों को नोटिस जारी की गई है वे बहुउद्देशीय प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति मर्यादित चूंंद के गोपिका प्रसाद पांडेय और बहुउद्देश्यीय प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति मर्यादित अबेर के प्रभारी समिति प्रबंधक भूपेन्द्र सिंह हैं। दोनों ही प्रभारी समिति प्रबंधकों की शिकायत किसानों द्वारा की गई थी जिसमें बताया गया था कि रासायनिक खाद प्राप्त होने के बाद भी इसका वितरण किसानों को नहीं किया जा रहा है जो कि कार्य के प्रति लापरवाही का द्योतक है। ऐसे में दोनों ही समितियों के प्रशासक ने पैक्स सेवा नियम की कंडिका 23(अ) के उपनियमों के तहत गंभीर दुराचरण मानते हुए कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया है। पत्र जारी करते हुए निर्देश दिए गए हैं कि किसानों को तत्काल खाद का वितरण कराया जाए अन्यथा अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
... उधर पीओएस में 1.35 टन यूरिया मौके पर एक दाना नहीं
प्रशासन द्वारा लगातार की जा रही कार्रवाई के बाद भी खाद वितरक दुकानदार चेतने को तैयार नहीं हैं। गुरुवार को इसका एक नमूना तब देखने को मिला जब सोहावल ब्लाक के एसडीओ व एसडीएम एलआर जांगड़े ने भैंसवार पहुंचकर अखंड टेÑडर्स के प्रो. दीपेन्द्र सिंह के यहां पहुंचकर स्टाक की जांच की। एसडीएम श्री जांगडेÞ यह देखकर हैरान रह गए कि अखंड टेÑडर्स के पीओएस में तो 1.35 टन यूरिया का स्टाक मौजूद है लेकिन मौके पर उन्हें एक भी दाना यूरिया नहीं मिली।
दी नोटिस, मांगा जवाब
जांच के दौरान गोदाम से स्टाक गायब होने का भौतिक सत्यापन किया गया जिसमें पीओएस में दर्ज मात्रा नदारत मिली। गोदाम से यूरिया नदारत पाए जाने पर एसडीओ व उर्वरक निरीक्षक राजललन बागरी ने अखंड ट्रेडर्स के प्रो. दीपेन्द्र सिंह को नोटिस जारी करते हुए जवाब देने को कहा है। जवाब के बाद आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। हालांकि जांच के दौरान अखंड टेÑडर्स का प्रोपराइटर अधिकारियों को बताता रहा कि उनके द्वारा दी गई पीओएस मशीन ही खराब है जिसके कारण वह गलत स्टाक दर्शा रही है। सच्चाई यह है कि उसके पास एक दाना यूरिया का स्टाक नहीं है। सच क्या है यह तो पीओएस मशीन की जांच के बाद ही सामने आ सकेगा लेकिन जांच के दौरान सामने आया यह मामला बताता है कि खाद के वितरण में किस प्रकार की गफलत प्रशासन द्वारा तमाम चेक प्वांइट लगाने के बाद की जा रही है।
कांग्रेस का आरोप खाद की हो रही कालाबाजारी
सतना एवं मैहर जिले में खाद की हो रही कला बाजारी एवं पुलिस अभिरक्षा में खाद के वितरण पर जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष दिलीप मिश्रा ने सवाल खड़ा किया। श्री मिश्रा ने कहा है कि जिले में 156 सहकारी समितियों में 131 पर एक भी बोरी खाद नहीं है, सतना एवं मैहर जिले के व्यापारियों के पास आखिरकार खाद कहां से पहुंच रही है व हजारों रुपए क्विंटल की बढ़ी हुई दरों में खाद की बिक्री क्यों हो रही है? श्री मिश्रा ने कहा है कि किसान महीनों से खाद के लिए लाइन में खड़े हुए हैं कूपन भी मिल रहे हैं लेकिन खाद क्यों नहीं मिल रही। उन्होने कहा कि अभी चार हजार एमटी यूरिया जिले को मिली थी लेकिन यह यूरिया कहां बट गई पता नहीं है? श्री मिश्रा ने जिला प्रशासन से टोकन के हिसाब से सारे जिले के सहकारी समितियों में खाद उपलब्ध कराने वितरण का समय एवं दिन निर्धारित करने की मांग की है।