आयकर विभाग ने MP और छत्तीसगढ़ में 13 जगहों पर छापे मारकर फर्जी रिफंड और टैक्स चोरी रैकेट का पर्दाफाश किया। इंदौर, जबलपुर, रीवा में CA, LIC एजेंटों पर कार्रवाई। जानें कैसे होता था टैक्स घोटाला।
By: Star News
Jul 14, 2025just now
भोपाल. स्टार समाचार वेब
आयकर विभाग ने सोमवार को मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में एक साथ 13 स्थानों पर बड़ी कार्रवाई की। इनमें नौ जगहों पर छापे मारे गए, जबकि चार स्थानों पर सर्वे किया गया। यह कार्रवाई देशव्यापी छापेमारी अभियान का हिस्सा है।
मध्य प्रदेश में इंदौर, जबलपुर, रीवा, उज्जैन और रतलाम में आयकर विभाग की टीमों ने कार्रवाई की। छत्तीसगढ़ में भी मनेंद्रगढ़ और चिरमिरी सहित कुछ स्थानों पर सर्वे और छापेमारी की गई।
सूत्रों के मुताबिक, यह कार्रवाई कुछ चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA), कंप्यूटर ऑपरेटरों, LIC एजेंटों और अन्य आयकर रिटर्न भरने वाले पेशेवरों के खिलाफ की गई है। ये लोग फर्जी तरीके से आयकर रिफंड क्लेम कर रहे थे। टीडीएस कटने के बाद, वे आयकरदाताओं की आय को गलत तरीके से कम दिखाते थे, जिससे उन्हें अनाधिकृत रिफंड मिल जाता था। इस पूरे खेल में, रिटर्न भरने वाले पेशेवर रिफंड की राशि का 10 से 25 प्रतिशत तक कमीशन लेते थे।
इंदौर के पुखराज कॉर्पोरेट टावर स्थित एस. लड्डा एंड एसोसिएट्स पर जांच की गई। शुरुआती जांच में सामने आया है कि राजनीतिक पार्टियों के चंदे की फर्जी रसीदें, मेडिकल के जाली बिल, ट्यूशन फीस और निवेश के फर्जी दस्तावेज-रसीदें बनाकर टैक्स चोरी को अंजाम दिया जा रहा था। यह भी खुलासा हुआ है कि निजी कंपनियों में उच्च वेतन पाने वाले कर्मचारियों को टैक्स बचाने और रिफंड दिलाने का लालच देकर उनके इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल किए जाते थे, जिनमें ये फर्जी रसीदें संलग्न की जाती थीं। हैरानी की बात यह है कि गुमनाम राजनीतिक दल, जो चुनाव भी नहीं लड़ते, उनके नाम पर दान की रसीदें खुद सीए और पेशेवर तैयार करते थे।
जबलपुर में आयकर विभाग की टीमों ने दो चार्टर्ड अकाउंटेंट और एक सराफा कारोबारी के यहां से महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए हैं। यहां LIC के बड़े एजेंटों और टैक्स रिटर्न फाइल करने वाली फर्मों (टैक्स प्रैक्टिशनर) पर भी छापे मारे गए।
वहीं, रीवा में टैक्स कंसल्टेंट वेदप्रकाश मिश्रा के विंध्य विहार कॉलोनी स्थित घर और उनके न्यायालय स्थित दफ्तर में आयकर विभाग की 12 सदस्यीय टीम पहुंची।
यह कार्रवाई टैक्स चोरी के इस बड़े नेटवर्क को बेनकाब करने के उद्देश्य से की गई है, जिसमें कई पेशेवर शामिल बताए जा रहे हैं।