MANIT भोपाल के 22वें दीक्षांत समारोह में 1600 छात्रों को मिली डिग्रियां। कंप्यूटर साइंस की सुहानी बत्रा ने 5 गोल्ड मेडल जीते, जबकि अंबर त्रिपाठी को मिला राष्ट्रपति स्वर्ण पदक। MANIT में 'सेंटर ऑफ पब्लिक सेफ्टी' स्थापित करने की घोषणा।
By: Ajay Tiwari
Nov 22, 20256:30 PM
भोपाल. स्टार समाचार वेब
मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (MANIT) भोपाल में शनिवार को 22वां दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया, जिसमें संस्थान के विभिन्न पाठ्यक्रमों के 1600 विद्यार्थियों को डिग्रियां प्रदान की गईं। इनमें 72 शोधार्थियों को पीएचडी की उपाधि दी गई, जबकि मेधावी छात्रों को गोल्ड और सिल्वर मेडल से सम्मानित किया गया। समारोह की मुख्य आकर्षण छत्तीसगढ़ की सुहानी बत्रा रहीं, जिन्होंने एक साथ 5 गोल्ड मेडल अपने नाम किए। कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग की छात्रा सुहानी ने 9.75 CGPA के साथ अपने विभाग में शीर्ष स्थान हासिल किया और वर्तमान में वह टेक्सास इंस्ट्रूमेंट्स में डेटा इंजीनियर के रूप में कार्यरत हैं।
इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार अभियांत्रिकी विभाग के छात्र अंबर त्रिपाठी को सत्र 2024-25 का भारत के राष्ट्रपति का स्वर्ण पदक प्रदान किया गया। अंबर ने 9.87 CGPA के साथ पूरे संस्थान में सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि और MANIT के पूर्व छात्र, पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाना ने इस अवसर पर संस्थान में 'सेंटर ऑफ पब्लिक सेफ्टी' स्थापित करने की घोषणा की। उन्होंने बताया कि यह केंद्र पब्लिक सेफ्टी, तकनीक और शोध से जुड़े महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स पर काम करेगा। मकवाना ने छात्रों को नशे से दूर रहने और भविष्य में समाज के प्रति संवेदनशील रहने का आह्वान किया।
इस दीक्षांत समारोह में विभिन्न शाखाओं में सबसे अधिक 230 उपाधियां कंप्यूटर विज्ञान विभाग के छात्रों को दी गईं। अन्य प्रमुख शाखाओं में यांत्रिकी (199), इलेक्ट्रॉनिक्स एवं संचार (166), और विद्युत अभियांत्रिकी (131) शामिल रहीं।