सतना जिले की नगर पंचायत नागौद में पार्षदों की नाराजगी खुलकर सामने आई है। इंजीनियर और सब इंजीनियर की मनमानी कार्यशैली के विरोध में पीआईसी के सभी सदस्यों समेत 7 पार्षदों ने सीएमओ को ज्ञापन सौंपा है।
By: Yogesh Patel
हाइलाइट्स
सतना, स्टार समाचार वेब
इन दिनों जिले की विभिन्न नगर पंचायतों में अफसरशाही व जनप्रतिनिधियों के बीच टकराव की स्थिति निर्मित हो रही है, जिसका खामियाजा संबंधित निकाय के वार्डवासियों को भोगना पड़ रहा है। अफसरों की कार्यर्शली से जनप्रतिनिधियों में नाराजगी बढ़ रही है जिसका एक नमूना बीते दिनों कोठी नगर पंचायत में देखने को मिला था जहां उपयंत्री प्रियंवदा सिंह के खिलाफ नगर पंचायत अध्यक्ष समेत कई पार्षदों ने मोर्चा खोलते हुए उन्हें कोठी से हटाने की मांग की थी। अब ऐसा ही मोर्चा जनप्रतिनिधियों ने नगर पंचायत नागौद में खोल दिया है जहां इंजीनियर व सब इंजीनियर की मनमाना कार्यशैली के खिलाफ नगर पंचायत की पीआईसी के सभी सदस्यों समेत 7 पार्षदों ने सीएमओ को ज्ञापन सौंपकर पारदर्शी व्यवस्था लागू करने के साथ ही 29 बिंदुओं के शिकायती पत्र में वर्णित समस्याओं के निराकरण की भी मांग की है। मांग पूरी न होने पर पार्षदों ने आंदोलन की चेतावनी भी दी।
इंजीनियर की मनमानी के खिलाफ पार्षद लामबंद
रविवार को नगर पंचायत सीएमओ शैलेंद्र सिंह को पार्षदों व जनप्रतिनिधियों के एक प्रतिनिधि मंडल ने ज्ञापन सौंपा । सौंपे गए ज्ञापन में नगर पंचायत नागौद के वार्ड क्र. 11 की पार्षद पुष्पा सोनी , वार्ड. 9 की पार्षद चंद्रप्रभा मिश्रा, वार्ड क्र. 3 के पार्षद राहुल सोनी , वार्ड क्र. 10 की पार्षद अनीता ध्रुव ब्यास, वार्ड क्र. 13 के पार्षद मोहम्मद सोहराब , वार्ड क्र. 12 के पार्षद मुख्तार अहमद पप्पू व वार्ड क्र. 15 के पार्षद बाबूलाल चुहटेल ने नगर पंचायत प्रशासन को बताया है कि इंजीनियर अभिषेक शर्मा व सब इंजीनियर विकास कार्यों में न केवल मनमानी कर रहे हंै बल्कि पार्षदों के सुझाव व डिमांड को भी दरकिनार कर रहे हैं। 29 बिदुंओं वाले शिकायती पत्र में पार्षदों ने मनमानी का उदाहरण देते हुए सीएमओ को बताया कि 17 जुलाई को हुई परिषद की बैठक में जिस चौपाटी की नीलामी के लिए निविदाएं आमंत्रित करने को लेकर चर्चा हुई थी , उसके टेंडर गुपचुप जारी कर दिए गए जबकि सभी पार्षदों ने बैठक में नीलामी की नियमावली मांगी थी लेकिन इंजीनियर ने मनमानी की और पार्षदों व पीआईसी सदस्यों को नीलामी के नियमों की जानकारी दिए बिना ही टेंडर जारी कर दिए। इतना ही नहीं दुकानों के आरक्षण में भी पारदर्शिता नहीं बरती गई और न ही पीआईसी मेंबर्स और न ही पार्षदों को भी आरक्षण प्रक्रिया की जानकारी मुहैया कराई। ज्ञापन सौंपकर चौपाटी का टेंडर निरस्त करने तथा आरक्षण प्रक्रिया में पार्षदों के सुझाव को शामिल करने की मांग उठाई गई। ज्ञापन सौंपने वाले 7 पार्षदों में से राहुल सोनी, बाबूलाल चुहटेल, अनीता ध्रुव ब्यास , चंद्रप्रभा मिश्रा व मोहम्मद शोराब पीआईसी सदस्य हैं। प्रतिनिधि मंडल में फिरोज आलम, नागेश मिश्रा, राहुल सोनी समेत कई जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे।
और लाभ पहुंचाने एक दुकान कम बनाई
ज्ञापन के जरिए पार्षदों ने एक दिलचस्प शिकायत की जिसमें बताया गया कि वार्ड क्र. 12 में शिवमंदिर के सामने बनीदुकानों में प्रस्तावित संख्या से एक दुकान कम बनाई गई है ताकि वहां के एक प्रभावशाली व्यक्ति को रास्ता दिया जा सके। वार्ड पार्षद पप्पू ने दुकानों के गुणवत्ताहीन निर्माण की शिकायत भी की थी लेकिन जिम्मेदार रहस्यमयी चुप्पी साधे हुए हैं। वार्डों के विकास कार्य प्रभावित होने से पार्षदों की नाराजगी बढ़ रही है और वे अब आंदोलन की तैयारी में जुट गए हैं।
भरी बरसात में पेयजल का संकट, सड़क-बिजली व्यवस्था भी चौपट
15 पार्षदों वाली नगर पंचायत नागौद के 7 पार्षदों की नाराजगी यूं ही नहीं है। एक ओर नगर पंचायत की प्रशासनिक कार्यशैली में पारदर्शिता का अभाव जहां पार्षदों को आक्रोशित कर रहा है वहीं नगर पंचायत के अधिकारी-कर्मचारियों की मनमानी से प्रभावित हो रहे वार्ड विकास कार्य वार्डवासियों की नाराजगी का कारण बन रहा है। पार्षदों का कहना है कि मनमाना कार्यशैली के चलते वे अपने ही वार्ड की समस्याएं निराकृत नहीं कर पा रहे हैं। मसलन वार्ड क्र. 12 व 13 के साथ साथ नगर के कई वार्डों की पेयजल व्यवस्था लड़खड़ा चुकी है और लोगों को भरी बरसात में पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है। इसी प्रकार वार्डों की स्ट्रीट लाइट व सड़कों की जहां जरूरत बताई जाती है नगर पंचायत प्रशासन उधर झांकता भी नहीं है। इस दौरान बताया गया कि वार्ड क्र. 15 की प्रकाश व्यवस्था 3 माह से ठप्प है तथा वार्ड में पाइपलाइन के गड्ढे खोदकर हादसों को आमत्रित किया जा रहा है लेकिन नगर पंचायत प्रशासन बेखबर बना हुआ है। इसी प्रकार वार्ड क्र. 9 में समस्याओं का अंबार है जिसके लेकर वार्ड पार्षद चंद्रप्रभा ने कई बार संजीदगी तो दिखाई लेकिन प्रशासन मूकदर्शक बना रहा। बताया गया कि वार्ड क्र . 9 के इंद्रनगर में 4 माह से पेयजल की आपूर्ति नहीं की गई और न ही पार्षद की मांग पर उन सड़कों को दुरूस्त किया गया जिन सड़कों का पानी लोगों के घरों में घुस रहा है। यहां पार्षद की डिमांड के बाद भी साफ सफाई नहीं की जा रही है। हालंकि सफाई की समस्या सभी वार्डों में है जहां शायद ही कभी नानी व नालों की सफाई पर ध्यान दिया जाता हो।
इसलिए नाराज हैं पार्षद
वार्ड 3
वार्ड 9
वार्ड 10
वार्ड 11
वार्ड 12
वार्ड 13
वार्ड 15