पन्ना जिले में नाबालिग से दोहरे दुष्कर्म मामले ने प्रशासनिक लापरवाही की पोल खोल दी है। पुलिस ने बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष, सदस्य, महिला एवं बाल विकास अधिकारी और वन स्टॉप सेंटर कर्मचारियों सहित 10 लोगों पर पॉक्सो एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया है। जांच में सामने आया कि गलत निर्णय से पीड़िता को आरोपी के घर भेजा गया, जहां उसके साथ दोबारा दुष्कर्म हुआ। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है, जबकि बाकी अभी फरार हैं।
By: Yogesh Patel
हाइलाइट्स
पन्ना, स्टार समाचार वेब
नाबालिग से दोहरे दुष्कर्म मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। इस प्रकरण में मुख्य आरोपी के अलावा अब महिला एवं बाल विकास अधिकारी, बाल कल्याण समिति अध्यक्ष व सदस्यों और वन स्टॉप सेंटर के कर्मचारियों सहित 10 अन्य लोगों के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत गंभीर अपराध दर्ज किया गया है। यह मामला पन्ना कोतवाली पुलिस द्वारा शून्य पर कायम कर पड़ोसी जिले छतरपुर के जुझारनगर थाना भेजा गया था। जांच के बाद पुलिस ने 10 लोगों को दोषी मानते हुए उनके खिलाफ प्रकरण दर्ज किया।
इनमें से एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि अन्य फरार बताए जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार, दुष्कर्म पीड़िता को वन स्टॉप सेंटर लाया गया था। परिजनों ने उसे अपने घर रखने से इनकार किया। इसके बाद बाल कल्याण समिति ने निर्णय लिया और पीड़िता को उसके एक रिश्तेदार महिला के घर भेज दिया गया। बाद में सामने आया कि वह घर मुख्य आरोपी का ही था, जिसने जमानत पर छूटने के बाद लड़की के साथ दोबारा दुष्कर्म किया। जांच के आधार पर पुलिस ने बाल कल्याण समिति अध्यक्ष भानू प्रसाद जड़िया पिता मनीराम जडिया निवासी किशोरगंज पन्ना, समिति की सदस्य अंजली भदौरिया पति योगेन्द्र भदौरिया निवासी सिविल लाइन पन्ना, आशीष बोस पिता एनएन बोस निवासी सिविल लाइन पन्ना, सुदीप श्रीवास्तव पिता सरमन लाल श्रीवास्तव निवासी किशोरगंज और प्रमोद सिंह पिता मोहन सिंह निवासी ललार पन्ना के खिलाफ पॉक्सो एक्ट की धारा 17 के तहत मामला दर्ज किया है। वहीं महिला बाल विकास अधिकारी अवधेश सिंह, वन स्टाप सेंटर की प्रशासक कविता पाण्डेय, काउंसलर प्रियंका सिंह एवं केस वर्कर शिवानी शर्मा के खिलाफ पोक्सो एक्ट की धारा 21 के तहत अपराध दर्ज किया गया।
इस मामले में पीड़िता की रिश्तेदार महिला के खिलाफ भी अपराध दर्ज हुआ है। इसके अलावा महिला एवं बाल विकास अधिकारी अवधेश सिंह, वन स्टॉप सेंटर की प्रशासक कविता पांडेय, काउंसलर प्रियंका सिंह और केस वर्कर शिवानी शर्मा पर पॉक्सो एक्ट की धारा 21 के तहत अपराध दर्ज किया गया है। साथ ही पीड़िता की रिश्तेदार महिला पर भी अपराध दर्ज हुआ है।
गिरफ्तारी और फरारी
पुलिस ने बुधवार को आरोपियों के घरों पर दबिश दी। इस दौरान आशीष बोस को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि शेष आरोपी फिलहाल फरार हैं। इस मामले ने कई नामी लोगों की भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जांच से स्पष्ट हुआ कि लापरवाही और गलत निर्णय के चलते नाबालिग को दोबारा आरोपी के घर भेजा गया, जिससे उसके साथ दूसरी बार दुष्कर्म हुआ। आज छतरपुर पुलिस ने पन्ना पुलिस के साथ मिलकर आरोपियों की खोज खबर ली। फिलहाल अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।