भारतीय सेना में शामिल हो रहा है स्वदेशी पिनाका एक्सटेंडेड रेंज गाइडेड रॉकेट सिस्टम, जिसकी मारक क्षमता 75 किमी से ज्यादा है। जानें कैसे यह गेम-चेंजर हथियार 44 सेकंड में 72 रॉकेट दागकर दुश्मन को तबाह कर सकता है।
By: Ajay Tiwari
Aug 05, 2025just now
नई दिल्ली. स्टार समाचार वेब
भारतीय सेना की ताकत में कई गुना इजाफा होने वाला है। देश में ही विकसित मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर पिनाका का नया और अधिक शक्तिशाली संस्करण, पिनाका एक्सटेंडेड रेंज गाइडेड रॉकेट सिस्टम, अब भारतीय सेना में शामिल होने के लिए तैयार है। इसने हाल ही में अपने यूजर ट्रायल सफलतापूर्वक पूरे कर लिए हैं.
पिनाका की बढ़ी हुई ताकत
पहले, पिनाका रॉकेट की मारक क्षमता लगभग 37 किलोमीटर थी. लेकिन इसके नए संस्करण की रेंज को बढ़ाकर 75 किलोमीटर से भी ज़्यादा कर दिया गया है. इसका मतलब है कि अब यह दुश्मन के ठिकानों को दोगुनी दूरी से भी तबाह कर सकता है. यह नया गाइडेड रॉकेट सिस्टम केवल 'फायर एंड फॉरगेट' हथियार नहीं रहा. यह अब जीपीएस (GPS) और इनर्शियल नेविगेशन सिस्टम (INS) जैसी आधुनिक तकनीक से लैस है. इस तकनीक के कारण, रॉकेट लॉन्च होने के बाद अपने लक्ष्य को 25 मीटर के दायरे में सटीकता से भेद सकता है. अगर किसी वजह से जीपीएस सिग्नल में बाधा आती है, तो आईएनएस इसे सही रास्ते पर बनाए रखता है.
तेज़ और घातक हमला
एक पिनाका बैटरी में छह लॉन्चर यूनिट्स होती हैं, और हर लॉन्चर में 12 ट्यूब होती हैं, यानी कुल 72 रॉकेट. ये सभी रॉकेट सिर्फ 44 सेकंड में लॉन्च किए जा सकते हैं. रॉकेट लॉन्च करने के तुरंत बाद लॉन्चर अपनी जगह बदल सकते हैं, जिससे दुश्मन की जवाबी कार्रवाई से बचा जा सके.सेना ने हाल ही में एरिया डिनायल म्यूनिशन (ADM) टाइप-1 और हाई एक्सप्लोसिव प्री-फ्रैगमेंटेड (HEPF) जैसे नए और ज़्यादा घातक रॉकेट भी खरीदे हैं, जिससे पिनाका की मारक क्षमता और भी बढ़ गई है.
सेना की ताकत में बढ़ोतरी
अभी भारतीय सेना के पास पिनाका की 4 रेजिमेंट हैं, जिन्हें बढ़ाकर 10 किया जा रहा है. इसके लिए मौजूदा 120 मिमी मोर्टार लाइट रेजिमेंट्स को ही अपग्रेड किया जा रहा है. दो रेजिमेंट पहले ही अपग्रेड की जा चुकी हैं, और अगले दो सालों में यह संख्या 10 हो जाएगी.
आत्मनिर्भर भारत का गौरव
इस खतरनाक हथियार प्रणाली के विकास में डीआरडीओ (DRDO) के साथ-साथ टाटा एडवांस सिस्टम्स और लार्सन एंड टुब्रो (L&T) जैसी स्वदेशी कंपनियों का भी बड़ा योगदान रहा है. डीआरडीओ ने तीन चरणों में इसका परीक्षण किया था, और यह सभी मानकों पर खरा उतरा.
यह नया पिनाका एक्सटेंडेड रेंज सिस्टम भारत की सुरक्षा ज़रूरतों और भविष्य के युद्धों को ध्यान में रखते हुए एक गेम चेंजर साबित होगा. यह न केवल दुश्मन के बड़े इलाके को तबाह करने में सक्षम है, बल्कि इसकी सटीकता और स्वदेशी तकनीक इसे भारत की आत्मनिर्भर रक्षा प्रणाली का गौरव भी बनाती है.
पिनाका एक्सटेंडेड रेंज: भारतीय सेना की मारक क्षमता में क्रांतिकारी बढ़ोतरी