रीवा की पुलिस प्रशिक्षण शाला (पीटीएस) ने मिशन कर्मयोगी के तहत 8 गांवों को गोद लेकर उन्हें आदर्श ग्राम बनाने की पहल की है। गांवों में शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, स्वच्छता, पर्यावरण और साइबर जागरूकता जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र कुमार जैन के नेतृत्व में 440 नव आरक्षक गांवों की तस्वीर और तकदीर बदलने के लिए जुटे हैं।
By: Yogesh Patel
Jul 22, 20252 hours ago
हाइलाइट्स
रीवा, स्टार समाचार वेब
पुलिस प्रशिक्षण शाला के पुलिस अधीक्षक और उनकी टीम ने एक बड़ा कदम उठाया है। टीम ने रीवा जिला के 8 गांवों को गोद लेने लिया है। इन गांवों की पीटीएस टीम तस्वीर और तकदीर बदलने का काम करेगी। हर वह सुविधाएं यहां मुहैया कराने की कोशिश की जाएगी जो गांव का आदर्श बनाएगी।
आपको बता दें कि पीटीएस रीवा के पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में आए दिन कोई न कोई नवाचार किया जाता है। अभी तक रीवा की धरती को हरा भरा बनाने के लिए प्रयास चल रहा था। बड़े स्तर पर पौधरोपण किया गया। बीजरोपण भी कराया गया। परिसर में ट्री बैंक भी शुरू किया गया है अब गांव को आदर्श बनाने के लिए मिशन शुरू किया गया है। यह अभियान मिशन कर्मयोगी के तहत एडीजी प्रशिक्षण राजा बाबू सिंह पुलिस मुख्यालय भोपाल के निर्देशन और पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र कुमार जैन के नेतृत्व में किया गया है। पुलिस प्रशिक्षण शाला के अधिकारी, सहयोगी और नव आरक्षक इन गांवों को आदर्श बनाने का बीड़ा उठा चुके है। 8 गांव का चयन भी कर लिया गया है। इन गांवों को पीटीएस टीम गोद ले रही है। गोद लेने के बाद इन गांवों की तकदीर और तस्वीर बदलने का अभियान शुरू किया जाएगा।
इन गांवों का किया गया है चयन
पीटीएस ने अभियान के तहत रीवा के 8 गांवों का चयन किया गया है। इन गांवों को गोद लिया गया है। इन गांवों में लोही, खजुआ, कनौजा ,लक्ष्मणपुर, गोडहर , करहिया, रमकुई एवं भोलगढ़ शामिल है। इन गांवों में अब पूरी टीम पहुंच कर लोगों के बीच जाकर वहां की समस्याओं से अवगत होगी। इसके बाद सभी समस्याओं को धीरे धीरे निराकृत किया जाएगा। पीटीएस की टीम ने इन गांवों में पहुंच कर लोगों से तालमेल बैठाना शुरू कर दिया है। इस अभियान में पुलिस अधीक्षक के अलावा स्टाफ ओर 440 नव आरक्षक साथ निभाएंगे।
इन सभी क्षेत्रों में करेंगे गांव में बेहतर काम
पीटीएस की टीम गोद लिए गए गांव में ग्रामीणों से गांव के विकास, सुरक्षा, शिक्षा, चिकित्सा, रोजगार, पर्यावरण संरक्षण, बुनियादी सुविधाएं, सायबर जागरूकता, नशा मुक्ति, यातायात सुरक्षा आदि जैसी चीजों को मजबूती प्रदान करेंगे। टीम का काम हर मुद्दे से जुड़े विभागों से मिलकर गांव में वह सुविधाएं उपलब्ध कराना है। पीटीएस टीम इन गांवों में प्रशिक्षण के बाद समय निकाल कर पहुंचेगी। इसके बाद गांव के जनप्रतिनिधि, सरपंच, पंच और सचिव से तालमेल बिठाएगी। लोगों को विश्वास जीतने के बाद गांव का कायाकल्प करेगी। हालांकि यह सारे काम शासन की चल रही योजनाओं के माध्यम से ही किया जाएगा। इस काम में नवआरक्षकों के साथ ही पीटीएस का पूरा स्टाफ अभी से जुट गया है।