पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर मंडल ने रिकॉर्ड वाणिज्यिक आय अर्जित की है, जिसमें सतना का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण रहा। सीमेंट उद्योग और नई योजनाओं के चलते माल भाड़ा से राजस्व में भारी इजाफा हुआ है। रेलवे द्वारा अगस्त से लागू होने वाली बीएससी शुल्क माफी योजना से व्यापारियों को होगा अतिरिक्त लाभ।
By: Star News
हाइलाइट्स:
सतना, स्टार समाचार वेब
पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर, कोटा व भोपाल के तीनों मंडलों में मालगाड़ियो द्वारा माल ढुलाई करके सर्वाधिक वाणिज्यिक आय अर्जित किया है। इसमें सतना का योगदान अहम रहा है। मंडल रेल प्रबंधक कमल कुमार तलरेजा के मार्गदर्शन व वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक डॉ. मधुर वर्मा के नेतृत्व में वाणिज्य विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा रेल राजस्व बढ़ाने के लिए लगातार किए जा रहे प्रयासों ने माल ढुलाई से प्राप्त होने वाले राजस्व में खासा इजाफा हुआ है। नई नई योजनाओं के जएि राजस्व बढ़ाने के और अधिक प्रयास किये जा रहे हैं।
‘ बीएससी’ प्रभारित न करने का प्लान
माल परिवहन के लिए भारतीय रेल द्वारा भाड़े के साथ व्यस्त सीजन शुल्क का प्रभार (बीएससी ) लिया जाता है । रेलवे बोर्ड द्वारा इस वित्त वर्ष में 1 अगस्त से 30 सितम्बर तक दो माह के लिए बंद वैगनों में सभी प्रकार के माल ढुलाई पर व्यस्त सीजन शुल्क प्रभारित नही करने का निर्णय लिया गया है। इससे माल भाड़ा परिवहन करने व्यापारियों एवं कम्पनियों को रेल भाड़े में लगभग 15 प्रतिशत का लाभ इन 02 महीनों के दौरान प्राप्त होगा। यह स्कीम ग्राहकों को माल भाड़े में छूट के साथ-साथ लीन सीजन में रेल यातायात बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगी। यह योजना 1 अगस्त 2025 से लागू होगी।
सीमेंट हब ने बढ़ाया राजस्व
सतना व मैहर जिले में मौजूद सीमेंट फैक्ट्रियों ने सतना जंक्शन को मालदार बना दिया है। बताया जाता है कि सतना जंक्शन की अधिकांश कमाई का हिस्सा इन्ही सीमेंट फैक्ट्रियों की लोडिंग व अनलोडिंग से आता है।
मंडल के सभी स्टेशनों पर यात्री सुविधायो में वृद्धि के साथ ही जबलपुर रेल मंडल विभिन्न प्रकार की माल ढुलाई हेतु व्यापारियों एवं विभिन्न कंपनियों को शिकायत रहित सेवा प्रदान करने के प्रति कृत संकल्प है, साथ ही रेल राजस्व बढ़ाने के लिए सतत प्रयत्नशील है।
डॉ. मधुर वर्मा, वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक