रीवा में फिर मंडरा रहा है अगस्त का डर: 52 साल पहले हुआ था बारिश का रिकार्ड, अब दोबारा एक्टिव हुआ है मानसून

रीवा में अगस्त महीने का इतिहास हमेशा भयावह रहा है। वर्ष 1972 में 683 मिमी बारिश का अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड बना था। वर्ष 2016 में 677 मिमी बारिश ने करीब-करीब यह रिकॉर्ड तोड़ दिया था। क्या 2025 का अगस्त फिर लाएगा बाढ़ और तबाही? जानिए पिछले 10 वर्षों की बारिश के आंकड़े और 24 घंटे की सबसे भारी बारिश के दिन।

By: Yogesh Patel

Aug 04, 2025just now

view1

view0

रीवा में फिर मंडरा रहा है अगस्त का डर: 52 साल पहले हुआ था बारिश का रिकार्ड, अब दोबारा एक्टिव हुआ है मानसून

हाइलाइट्स 

  • 1972 में अगस्त में हुई थी अब तक की सबसे ज़्यादा 683 मिमी बारिश।
  • 2016 में 677 मिमी बारिश के साथ रीवा में बाढ़-हेलीकाॅप्टर से हुआ था रेस्क्यू।
  • 2025 में दोबारा लगातार बारिश-क्या टूटेगा 52 साल पुराना रिकॉर्ड?

रीवा, स्टार समाचार वेब

अगस्त महीने में रीवा पर मौसम ने कहर बरपाया है। इसी महीने में वर्ष 1985 में 30 अगस्त को सर्वाधिक बारिश हुई थी। 24 घंटे में रिकार्ड तोड़ 252 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। वहीं 52 साल पहले अगस्त महीने में ऐसी बारिश हुई थी जो आज तक का रिकार्ड नहीं तोड़ पाई। वर्ष 1972 में सर्वाधिक अगस्त महीने मे 683 मिमी बारिश हुई थी। 

अगस्त महीना  हमेशा से ही रीवा के लिए भारी रहा है। यह एक या दो साल के बारिश की बात नहीं हो रही है। यदि पिछले 50 से 60 सालों के बारिश का रिकार्ड खंगाला जाए तो जुलाई से ज्यादा भारी अगस्त महीना ही पड़ा है। इसमें हाल के 10 वर्षों में आई बाढ़ भी शामिल है। वर्ष 2016 में रीवा अगस्त महीने में ही डूबा था। 19 अगस्त 2016 को रिकार्ड तोड़ 144 मिमी बारिश हुई थी। जिसके कारण रीवा में बाढ़ आ गई थी। लोगों को बचाने के लिए हैलीकाप्टर बुलाना पड़ा था। वहीं 2010 में 14 अगस्त को 153. 2 मिमी बारिश दर्ज हुई थी।  अब फिर से अगस्त महीना आ गया है। पिछले दो दिनों से बारिश का दौर भी जारी है। रुक रुक कर बारिश हो रही है। इस बार भले ही मानसून पहले से ही एक्टिव हो गया हो लेकिन अगस्त के अतीत ने फिर से लोगों को डराना शुरू कर दिया है। 

पिछले 10 सालों में किस दिन हुई २४ घंटे में सर्वाधिक बारिश 

यदि पिछले 10 सालों में अगस्त महीने में हुई सर्वाधिक बारिश के आंकड़ों पर नजर डाले तो वर्ष 2026 ही भारी पड़ता है। वर्ष 2016 में 144 मिमी बारिश 19 अगस्त को हुई थी। इसके अलावा वर्ष 2015 में 16 अगस्त को 66.2, वर्ष 2017 में 24 अगस्त को 59.4, वर्ष 2018 में 24 अगस्त को 71.4, वर्ष 2019 में 14 अगस्त को 153.2 मिमी, वर्ष 2020 में 13 अगस्त को 42.4, वर्ष 2021 में 1 अगस्त को 135.4, 2022 में 20 अगस्त को 70 मिमी, 2023 में 3 अगस्त को 95.2, वर्ष 2024 में 4 अगस्त को 132.6 मिमी बारिश रिकार्ड की गई थी।

2016 में सबसे अधिक 677 मिमी हुई थी बारिश 

वर्ष 1972 के बाद अगस्त महीने में सर्वाधिक बारिश वर्ष 2016 में ही रिकार्ड की गई थी। सिर्फ 7 मिमी कम बारिश हुई थी। वर्ना पुराना रिकार्ड टूट जाता। अगस्त महीने में पिछले 10 सालों की बारिश के आंकड़े पर नजर डालें तो वर्ष 2015 में 337.8, वर्ष 2016 में 677.2, वर्ष 2017 में 90.4, वर्ष 2018 में 389.2 मिमी, वर्ष 2019 में 517.4, वर्ष 2020 में 239.4 मिमी, वर्ष 2021 में 329 मिमी, वर्ष 2022 में 337.8 मिमी, वर्ष 2023 में 315.2 मिमी और वर्ष 2024 में 460.2 मिमी बारिश दर्ज की गई थी।

COMMENTS (0)

RELATED POST

सिरोंज में सावन के अंतिम सोमवार को निकली विशाल कावड़ यात्रा, तीन किमी लंबी रही भक्तों की कतार

1

0

सिरोंज में सावन के अंतिम सोमवार को निकली विशाल कावड़ यात्रा, तीन किमी लंबी रही भक्तों की कतार

सावन के चौथे और अंतिम सोमवार के पावन अवसर पर सिरोंज में बाबा विश्वनाथ धाम तीर्थ क्षेत्र देवपुर कावड़ यात्रा समिति के तत्वावधान में एक भव्य कावड़ यात्रा निकाली गई। भगवा वस्त्र धारण किए हजारों की संख्या में शिव भक्तों ने इस यात्रा में भाग लिया।

Loading...

Aug 04, 2025just now

रीवा में फिर मंडरा रहा है अगस्त का डर: 52 साल पहले हुआ था बारिश का रिकार्ड, अब दोबारा एक्टिव हुआ है मानसून

1

0

रीवा में फिर मंडरा रहा है अगस्त का डर: 52 साल पहले हुआ था बारिश का रिकार्ड, अब दोबारा एक्टिव हुआ है मानसून

रीवा में अगस्त महीने का इतिहास हमेशा भयावह रहा है। वर्ष 1972 में 683 मिमी बारिश का अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड बना था। वर्ष 2016 में 677 मिमी बारिश ने करीब-करीब यह रिकॉर्ड तोड़ दिया था। क्या 2025 का अगस्त फिर लाएगा बाढ़ और तबाही? जानिए पिछले 10 वर्षों की बारिश के आंकड़े और 24 घंटे की सबसे भारी बारिश के दिन।

Loading...

Aug 04, 2025just now

रीवा कलेक्ट्रेट की 9 करोड़ की ज़मीन मात्र ₹500 के स्टाम्प पर 15 साल के लिए दे दी गई, गवाह बना चपरासी — पूरा मामला गोपनीय रखा गया

1

0

रीवा कलेक्ट्रेट की 9 करोड़ की ज़मीन मात्र ₹500 के स्टाम्प पर 15 साल के लिए दे दी गई, गवाह बना चपरासी — पूरा मामला गोपनीय रखा गया

रीवा कलेक्ट्रेट की बहुमूल्य 9 करोड़ की ज़मीन को केवल ₹500 के स्टाम्प पर 15 साल की लीज़ पर इंडियन कॉफी हाउस को दे दिया गया। एग्रीमेंट को पूरी तरह गोपनीय रखते हुए गवाह के रूप में चपरासी से साइन कराए गए। क्या यह प्रशासनिक चूक है या साज़िश? जानिए इस ज़मीन सौदे का पूरा पर्दाफाश।

Loading...

Aug 04, 2025just now

मऊगंज के सरकारी स्कूल में मिड-डे मील में लापरवाही: चूल्हे पर बन रहा 450 बच्चों का खाना, बच्चों को नहीं मिल पा रहा पूरा भोजन

1

0

मऊगंज के सरकारी स्कूल में मिड-डे मील में लापरवाही: चूल्हे पर बन रहा 450 बच्चों का खाना, बच्चों को नहीं मिल पा रहा पूरा भोजन

मऊगंज के पिपराही माध्यमिक विद्यालय में मिड-डे मील योजना की खुली पोल—जय माता स्व सहायता समूह द्वारा 450 बच्चों का भोजन पिछले 20 दिनों से चूल्हे पर पकाया जा रहा है। बच्चों को मीनू के अनुसार पोषणयुक्त खाना नहीं मिल पा रहा, सिर्फ दाल-चावल परोसा जा रहा है। शिकायत के बाद भी अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।

Loading...

Aug 04, 2025just now

मऊगंज में अन्नदाता बेहाल: डीएपी और यूरिया की भारी किल्लत से फसल पर संकट, प्रशासन की चुप्पी पर उठे सवाल

1

0

मऊगंज में अन्नदाता बेहाल: डीएपी और यूरिया की भारी किल्लत से फसल पर संकट, प्रशासन की चुप्पी पर उठे सवाल

मऊगंज में खाद की भारी किल्लत से किसान परेशान हैं। खरीफ फसल की बुवाई के अंतिम चरण में यूरिया और डीएपी की अनुपलब्धता से फसलें सूखने लगी हैं। प्रशासनिक लापरवाही और बिचौलियों की कालाबाजारी से किसानों में आक्रोश है। अगस्त क्रांति मंच ने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।

Loading...

Aug 04, 2025just now

RELATED POST

सिरोंज में सावन के अंतिम सोमवार को निकली विशाल कावड़ यात्रा, तीन किमी लंबी रही भक्तों की कतार

1

0

सिरोंज में सावन के अंतिम सोमवार को निकली विशाल कावड़ यात्रा, तीन किमी लंबी रही भक्तों की कतार

सावन के चौथे और अंतिम सोमवार के पावन अवसर पर सिरोंज में बाबा विश्वनाथ धाम तीर्थ क्षेत्र देवपुर कावड़ यात्रा समिति के तत्वावधान में एक भव्य कावड़ यात्रा निकाली गई। भगवा वस्त्र धारण किए हजारों की संख्या में शिव भक्तों ने इस यात्रा में भाग लिया।

Loading...

Aug 04, 2025just now

रीवा में फिर मंडरा रहा है अगस्त का डर: 52 साल पहले हुआ था बारिश का रिकार्ड, अब दोबारा एक्टिव हुआ है मानसून

1

0

रीवा में फिर मंडरा रहा है अगस्त का डर: 52 साल पहले हुआ था बारिश का रिकार्ड, अब दोबारा एक्टिव हुआ है मानसून

रीवा में अगस्त महीने का इतिहास हमेशा भयावह रहा है। वर्ष 1972 में 683 मिमी बारिश का अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड बना था। वर्ष 2016 में 677 मिमी बारिश ने करीब-करीब यह रिकॉर्ड तोड़ दिया था। क्या 2025 का अगस्त फिर लाएगा बाढ़ और तबाही? जानिए पिछले 10 वर्षों की बारिश के आंकड़े और 24 घंटे की सबसे भारी बारिश के दिन।

Loading...

Aug 04, 2025just now

रीवा कलेक्ट्रेट की 9 करोड़ की ज़मीन मात्र ₹500 के स्टाम्प पर 15 साल के लिए दे दी गई, गवाह बना चपरासी — पूरा मामला गोपनीय रखा गया

1

0

रीवा कलेक्ट्रेट की 9 करोड़ की ज़मीन मात्र ₹500 के स्टाम्प पर 15 साल के लिए दे दी गई, गवाह बना चपरासी — पूरा मामला गोपनीय रखा गया

रीवा कलेक्ट्रेट की बहुमूल्य 9 करोड़ की ज़मीन को केवल ₹500 के स्टाम्प पर 15 साल की लीज़ पर इंडियन कॉफी हाउस को दे दिया गया। एग्रीमेंट को पूरी तरह गोपनीय रखते हुए गवाह के रूप में चपरासी से साइन कराए गए। क्या यह प्रशासनिक चूक है या साज़िश? जानिए इस ज़मीन सौदे का पूरा पर्दाफाश।

Loading...

Aug 04, 2025just now

मऊगंज के सरकारी स्कूल में मिड-डे मील में लापरवाही: चूल्हे पर बन रहा 450 बच्चों का खाना, बच्चों को नहीं मिल पा रहा पूरा भोजन

1

0

मऊगंज के सरकारी स्कूल में मिड-डे मील में लापरवाही: चूल्हे पर बन रहा 450 बच्चों का खाना, बच्चों को नहीं मिल पा रहा पूरा भोजन

मऊगंज के पिपराही माध्यमिक विद्यालय में मिड-डे मील योजना की खुली पोल—जय माता स्व सहायता समूह द्वारा 450 बच्चों का भोजन पिछले 20 दिनों से चूल्हे पर पकाया जा रहा है। बच्चों को मीनू के अनुसार पोषणयुक्त खाना नहीं मिल पा रहा, सिर्फ दाल-चावल परोसा जा रहा है। शिकायत के बाद भी अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।

Loading...

Aug 04, 2025just now

मऊगंज में अन्नदाता बेहाल: डीएपी और यूरिया की भारी किल्लत से फसल पर संकट, प्रशासन की चुप्पी पर उठे सवाल

1

0

मऊगंज में अन्नदाता बेहाल: डीएपी और यूरिया की भारी किल्लत से फसल पर संकट, प्रशासन की चुप्पी पर उठे सवाल

मऊगंज में खाद की भारी किल्लत से किसान परेशान हैं। खरीफ फसल की बुवाई के अंतिम चरण में यूरिया और डीएपी की अनुपलब्धता से फसलें सूखने लगी हैं। प्रशासनिक लापरवाही और बिचौलियों की कालाबाजारी से किसानों में आक्रोश है। अगस्त क्रांति मंच ने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।

Loading...

Aug 04, 2025just now