×

रीवा का मास्टर प्लान 2047 तक: 88 नए गांव होंगे शामिल, तालाबों और ग्रीन बेल्ट की अनदेखी से पिछड़ा विकास, अब उपग्रह नक्शे से होगी नई प्लानिंग

रीवा शहर का नया मास्टर प्लान अब वर्ष 2047 तक की जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किया जा रहा है। इसमें आसपास के 88 गांव और दो तहसीलें शामिल की जाएंगी। पुराने प्लान में अधूरे रह गए कार्यों को भी इस बार जोड़ा जा रहा है। तालाबों और ग्रीन बेल्ट की अनदेखी के कारण पिछला प्लान लटक गया था। अब सैटेलाइट मैपिंग के जरिए लैंड यूज में बदलाव की उम्मीद के साथ व्यापारी और निवेशक 3 साल से कर रहे हैं इंतजार।

By: Yogesh Patel

Jul 31, 202517 hours ago

view1

view0

रीवा का मास्टर प्लान 2047 तक: 88 नए गांव होंगे शामिल, तालाबों और ग्रीन बेल्ट की अनदेखी से पिछड़ा विकास, अब उपग्रह नक्शे से होगी नई प्लानिंग

हाइलाइट्स

  • 88 गांव और दो तहसीलों का होगा समावेश: रीवा का विस्तार रायपुर कर्चुलियान से मनगवां तक पहुंचेगा, नए इलाकों में कोष्ठा, महसांव, रौसर शामिल।
  • तालाब और ग्रीन बेल्ट बन रहे बाधा: पुराने मास्टर प्लान में तालाबों पर हुए निर्माण और ग्रीन बेल्ट के अतिक्रमण से लटका था प्रस्ताव।
  • 2047 तक के लिए दीर्घकालिक योजना: अब मास्टर प्लान 10 नहीं बल्कि 22 वर्षों के लिए तैयार किया जा रहा है, जिसमें लैंड यूज परिवर्तन का इंतजार कर रहे हैं व्यापारी।

रीवा, स्टार समाचार वेब

रीवा का नया मास्टर प्लान फिर से तैयार हो रहा है। इस नए मास्टर प्लान में शहर का दायरा कई गांव, कस्बे और तहसीलों तक पहुंच जाएगा। चारों तरफ विकास तेजी से हो रहा है। इसके कारण मास्टर प्लान का दायरा भी बढ़ाया जा रहा है। पिछले मास्टर प्लान में जो काम नहीं हुए। उसे फिर से नए प्लान में जोड़ा जा रहा है। आसपास के करीब 88 गांव जुड़ रहे हैं। वहीं दो तहसीलें भी शामिल हो रही हैं। 

आपको बता दें कि रीवा का मास्टर प्लान 2021 तक के लिए बना था। इसके बाद वर्ष 2031 तक के लिए मास्टर प्लान तैयार किया जाना था। इसमें देरी हो गई। वर्ष 2022-23 में मास्टर प्लान तैयार किया गया। फिर शासन के पास स्वीकृति के लिए भेजा गया लेकिन इसमें इतनी आपत्तियां लग गई कि पास ही नहीं हो पाया। विधानसभा तक में रीवा के मास्टर प्लान का मुद्दा उठा था। अब पुराने मास्टर प्लान को आपत्तियां उठने के बाद डंप कर दिया गया था। अब नए सिरे से फिर इसमें प्लानिंग शुरू हुई है। अब नया मास्टर प्लान 10 साल का नहीं होगा। इसे 22 साल की अवधि के लिए तैयार किया जा रहा है। अब यह मास्टर प्लान 2047 तक वैलिड रहेगा। उसी हिसाब से और जनसंख्या को देखते हुए ही जरूरत और होने वाले कार्यों को इसमें शामिल किया जाएगा। 

यह सारे गांव मास्टर प्लान में आ जाएंगे

वर्ष 2047 तक के लिए बनाए जा रहे शहर के मास्टर प्लान का दायरा अब रायपुर कर्चुलियान से मनगवां तक पहुंच जाएगा। 22 साल के हिसाब से रीवा के विकास, जनसंख्या और जरूरतों को देखते हुए तैयार किया जा रहा है। जिस तरफ तेजी से विकास हो रहा है। उस तरफ के सारे गांव को मास्टर प्लान में शामिल किया जा रहा है। नए मास्टर प्लान में रतहरा के आगे कोष्ठा, महसांव, बनकुइयां, रौसर, निपनिया, गड्डी रोड में खौर कोठी, सिलपरी भी नए मास्टर प्लान में जुड़ जाएगा। इसके अलावा इसका दायरा रायपुर कर्चुलियान तक बढ़ाया जा रहा है। उसी हिसाब से इसे तैयार किया जा रहा है। 

सारे ग्रीन बेल्ट खत्म कर दिए, तालाब के कारण फंसा मामला

रीवा का मास्टर प्लान ग्रीन बेल्ट और तालाबों के गायब होने के कारण भी लटक गया। रीवा जिले में जितने भी तालाब हैं, उन पर किसी तरह का निर्माण कार्य नहीं किया जाना था लेकिन धीरे धीरे सारे तालाब ही गायब कर दिए गए। रीवा के अंदर ही एक तालाब को पाट कर प्लाटिंग की जा रही है। इसी तरह मनगवां और रायपुर कर्चुलियान का तालाब भी गायब हो गया। लगातार गायब होते तालाब प्रशासन और शासन की मुश्किलें खड़ी कर रहा है। पुराने मास्टर प्लान के लटकने और नए मास्टर प्लान के बनने में भी यही तालाब और ग्रीन बेल्ट बाधक बन रहे हैं। 

जो काम नहीं हुए पूरे, उसे नए में जोड़ा जाएगा 

वर्ष 2021 तक के लिए बनाए गए मास्टर प्लान में कई चीजें शामिल की गई हैं। इसमें सड़कों का चौड़ीकरण, तालाबों का सौंदर्यीकरण सहित अन्य कार्य शामिल किए गए थे। इसमें से कई काम पूरे नहीं हुए। अब जो काम अधूरे रह गए और जो काम नहीं हुए। उन्हें नए मास्टर प्लान में शामिल किया जाएगा। ग्रीन बेल्ट में जो निर्माण कार्य हो गए हंै। वह समस्या बन रहा है। लैंड यूज की इस समस्या को मास्टर प्लान का प्रस्ताव पास होने के बाद सुलझाया जाएगा।

चाकघाट का भी बढ़ रहा दायरा 

रीवा के अलावा चाकघाट का मास्टर प्लान बना था। इसे भी नए सिरे से तैयार किया जा रहा है। चाकघाट का मास्टर प्लान भी 2047 के हिसाब से बनाया जाएगा। दो साल पहले जो मास्टर प्लान बना था। उसमें विस्तार किया जा रहा है। मास्टर प्लान तैयार होने के बाद लोगों के सुझाव लिए जाएंगे। आपत्तियां दर्ज होने पर उनका निराकरण किया जाएगा। इसके बाद ही सरकार से नया मास्टर प्लान पास होगा। 

तीन साल से हो रहा है इंतजार 

नया मास्टर प्लान बन कर तैयार नहीं हुआ। रीवा शहर के कई व्यवसायी, उद्यमियों ने जमीन ले ली है। उनका उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। लैंड यूज में बदलाव का इंतजार कर रहे हैं। कई ऐसे क्षेत्र हंै जिन्हें ग्रीन बेल्ड  घोषित किया गया है। इस बार मास्टर प्लान सेटेलाइट मैप से तैयार किया गया था। नए प्लान में लैंड यूज के बदलने की आस में लोग तीन साल से इंतजार कर रहे हैं। लैंड यूज का निर्धारण होने के बाद ही इंवेस्टर जमीनों पर निर्माण कार्य कर सकेंगे।

COMMENTS (0)

RELATED POST

सतना में बढ़ता फेफड़ों का कैंसर: धूम्रपान और प्रदूषण बने मौत के कारक, 10 वर्षों में 37 मरीज, 2025 में भी बढ़ता आंकड़ा

1

0

सतना में बढ़ता फेफड़ों का कैंसर: धूम्रपान और प्रदूषण बने मौत के कारक, 10 वर्षों में 37 मरीज, 2025 में भी बढ़ता आंकड़ा

सतना जिले में फेफड़े के कैंसर के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। पिछले 10 वर्षों में 37 मामले दर्ज हुए, जबकि 2025 में अब तक 53 कैंसर मरीज चिन्हित किए जा चुके हैं। धूम्रपान, गुटखा, और प्रदूषण इसके मुख्य कारण हैं। जिला अस्पताल में मुख, स्तन और गर्भाशय कैंसर के भी सैकड़ों मरीज सामने आए हैं।

Loading...

Aug 01, 2025just now

भोपाल: तीन साल, 16 ब्लैक स्पॉट्स, 99 हादसे 27 की मौत

1

0

भोपाल: तीन साल, 16 ब्लैक स्पॉट्स, 99 हादसे 27 की मौत

सुप्रीम कोर्ट की सड़क सुरक्षा समिति के अध्यक्ष न्यायमूर्ति अभय मनोहर सप्रे ने भोपाल के 8 ब्लैक स्पॉट का दौरा किया। जानें कहां-कहां हुए निरीक्षण और अधिकारियों को क्या निर्देश दिए गए ताकि सड़क दुर्घटनाओं को रोका जा सके।

Loading...

Aug 01, 2025just now

13 करोड़ की एमआरआई मशीन बनी शोपीस! बिना टेक्नीशियन के हुआ शुभारंभ, मरीजों को नहीं मिल रही सुविधा, सरकारी लापरवाही से जांच ठप

1

0

13 करोड़ की एमआरआई मशीन बनी शोपीस! बिना टेक्नीशियन के हुआ शुभारंभ, मरीजों को नहीं मिल रही सुविधा, सरकारी लापरवाही से जांच ठप

रीवा के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में 13 करोड़ की लागत से लगाई गई एमआरआई मशीन का उद्घाटन तो हो गया, लेकिन तकनीकी स्टाफ की नियुक्ति न होने से जांच ठप पड़ी है। मरीज इधर-उधर भटक रहे हैं और मशीन शोपीस बनी है। यह खबर सरकारी तंत्र की लापरवाही को उजागर करती है।

Loading...

Aug 01, 2025just now

Yaasin Fish Case: ड्रग्स तस्कर यासीन मछली पर दुष्कर्म का नया केस, शादी का झांसा देकर शोषण का आरोप

1

0

Yaasin Fish Case: ड्रग्स तस्कर यासीन मछली पर दुष्कर्म का नया केस, शादी का झांसा देकर शोषण का आरोप

भोपाल में ड्रग तस्कर यासीन अहमद उर्फ यासीन मछली के खिलाफ दुष्कर्म का एक और मामला दर्ज हुआ है। जानें कैसे उसने युवती को शादी का झांसा देकर शारीरिक शोषण किया और अब पुलिस उसे दोबारा रिमांड पर क्यों लेना चाहती है।

Loading...

Aug 01, 2025just now

मानसून सत्र... सदन तक पहुंची खाद की किल्लत, मंत्री विजय शाह का मांगा इस्तीफा

1

0

मानसून सत्र... सदन तक पहुंची खाद की किल्लत, मंत्री विजय शाह का मांगा इस्तीफा

शुक्रवार को मध्यप्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र का पांचवां दिन है। सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले कांग्रेस विधायकों ने प्रदेश में खाद संकट को लेकर प्रदर्शन किया। विपक्ष के विधायकों ने कहा कि राज्य सरकार किसानों को खाद की जगह नैनो यूरिया थमा रही है।

Loading...

Aug 01, 20251 hour ago

RELATED POST

सतना में बढ़ता फेफड़ों का कैंसर: धूम्रपान और प्रदूषण बने मौत के कारक, 10 वर्षों में 37 मरीज, 2025 में भी बढ़ता आंकड़ा

1

0

सतना में बढ़ता फेफड़ों का कैंसर: धूम्रपान और प्रदूषण बने मौत के कारक, 10 वर्षों में 37 मरीज, 2025 में भी बढ़ता आंकड़ा

सतना जिले में फेफड़े के कैंसर के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। पिछले 10 वर्षों में 37 मामले दर्ज हुए, जबकि 2025 में अब तक 53 कैंसर मरीज चिन्हित किए जा चुके हैं। धूम्रपान, गुटखा, और प्रदूषण इसके मुख्य कारण हैं। जिला अस्पताल में मुख, स्तन और गर्भाशय कैंसर के भी सैकड़ों मरीज सामने आए हैं।

Loading...

Aug 01, 2025just now

भोपाल: तीन साल, 16 ब्लैक स्पॉट्स, 99 हादसे 27 की मौत

1

0

भोपाल: तीन साल, 16 ब्लैक स्पॉट्स, 99 हादसे 27 की मौत

सुप्रीम कोर्ट की सड़क सुरक्षा समिति के अध्यक्ष न्यायमूर्ति अभय मनोहर सप्रे ने भोपाल के 8 ब्लैक स्पॉट का दौरा किया। जानें कहां-कहां हुए निरीक्षण और अधिकारियों को क्या निर्देश दिए गए ताकि सड़क दुर्घटनाओं को रोका जा सके।

Loading...

Aug 01, 2025just now

13 करोड़ की एमआरआई मशीन बनी शोपीस! बिना टेक्नीशियन के हुआ शुभारंभ, मरीजों को नहीं मिल रही सुविधा, सरकारी लापरवाही से जांच ठप

1

0

13 करोड़ की एमआरआई मशीन बनी शोपीस! बिना टेक्नीशियन के हुआ शुभारंभ, मरीजों को नहीं मिल रही सुविधा, सरकारी लापरवाही से जांच ठप

रीवा के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में 13 करोड़ की लागत से लगाई गई एमआरआई मशीन का उद्घाटन तो हो गया, लेकिन तकनीकी स्टाफ की नियुक्ति न होने से जांच ठप पड़ी है। मरीज इधर-उधर भटक रहे हैं और मशीन शोपीस बनी है। यह खबर सरकारी तंत्र की लापरवाही को उजागर करती है।

Loading...

Aug 01, 2025just now

Yaasin Fish Case: ड्रग्स तस्कर यासीन मछली पर दुष्कर्म का नया केस, शादी का झांसा देकर शोषण का आरोप

1

0

Yaasin Fish Case: ड्रग्स तस्कर यासीन मछली पर दुष्कर्म का नया केस, शादी का झांसा देकर शोषण का आरोप

भोपाल में ड्रग तस्कर यासीन अहमद उर्फ यासीन मछली के खिलाफ दुष्कर्म का एक और मामला दर्ज हुआ है। जानें कैसे उसने युवती को शादी का झांसा देकर शारीरिक शोषण किया और अब पुलिस उसे दोबारा रिमांड पर क्यों लेना चाहती है।

Loading...

Aug 01, 2025just now

मानसून सत्र... सदन तक पहुंची खाद की किल्लत, मंत्री विजय शाह का मांगा इस्तीफा

1

0

मानसून सत्र... सदन तक पहुंची खाद की किल्लत, मंत्री विजय शाह का मांगा इस्तीफा

शुक्रवार को मध्यप्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र का पांचवां दिन है। सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले कांग्रेस विधायकों ने प्रदेश में खाद संकट को लेकर प्रदर्शन किया। विपक्ष के विधायकों ने कहा कि राज्य सरकार किसानों को खाद की जगह नैनो यूरिया थमा रही है।

Loading...

Aug 01, 20251 hour ago