सतना के जिगनहट रपटे पर बढ़ते जल स्तर के बावजूद लोक निर्माण विभाग ने वैरीकेटिंग की बजाय झाड़ियां रखकर आवागमन रोकने की हास्यास्पद कोशिश की। कलेक्टर के स्पष्ट निर्देशों की अनदेखी कर विभाग विवादों में आ गया। कलेक्टर और एसपी ने जलभराव वाले क्षेत्रों का निरीक्षण भी किया।
By: Yogesh Patel
Jul 01, 202516 minutes ago
कलेक्टर ने दिए थे रपटा व पुल-पुलिया में बेरिकेटिंग के निर्देश
सतना, स्टार समाचार वेब
एक ओर जिला प्रशासन अतिवृष्टि और बाढ़ से निपटने की कवायदे कर रहा है तो दूसरी ओर संबंधित विभागों के अधिकारी जलभराव वाले स्थलों की आपदा व्यवस्था सुनिश्चित करने में लापरवाही बरत रहे हैं। इसका एक नमूना रविवार को उस जिगनहट पुल में देखने को मिला जहां रपटे पर बढते जल स्तर को देखते हुए आवागमन रोकने झाड़ियां रख दी गईं। इस मामले में कलेक्टर के उस निर्देश को भी लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने बेअसर कर दिया जिसमें उन्होंने पानी भरने वाले रपटों पर वैरीकेटिंग करने के निर्देश दिए थे।
हादसों के बाद भी सबक नहीं निरीक्षण के बाद ही सामने आई शर्मनाक तस्वीर
अतिवृष्टि के चलते बढते जलस्तर से विभिन्न क्षेत्रों में हो रहे हादसों से भी अधिकारी सबक लेने को तैयार नहीं हैं। जिगनहट रपटे में झाड़ियां रखकर आवागमन रोकने की यह शर्मनाक तस्वीर तब सामने आई जब एक पखवाड़ा पूर्व कलेक्टर ने बाढ़ आपदा प्रबंधन की बैठक के दौरान जल भराव वाली सड़कों,रपटों और पुल- पुलिया पर वैरीकेटिंग करने के निर्देश दिए थे। दिलचस्प बात यह है कि चार दिन पूर्व सभी एसडीएम और सड़क विभाग के अधिकारियों को भी सड़कों पर वैरीकेट लगाकर यातायात सुरक्षित करने के लिए कलेक्टर ने पत्र लिखकर निर्देश दिए थे। बावजूद इसके लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने झाड़ियां रखकर रपटे का आवागमन अवरुद्ध करने का हास्यास्पद निर्णय ले लिया। लोक कल्याण सरोवर निर्माण का सराहनीय नवाचार कर प्रशंसा बटोरने वाला लोक निर्माण विभाग का स्वदेशी स्टाइल में झाड़ियों की मदद से आवागमन रोकने का यह प्रयास शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है।
कलेक्टर-एसपी ने आबादी क्षेत्र में जल भराव का लिया जायजा
कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस ने पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता के साथ रविवार को सतना जिले के ग्रामीण क्षेत्र और शहरी क्षेत्रों में जलजमाव तथा नदियों के जलस्तर बढ़ने से उत्पन्न स्थिति पर राहत और बचाव तथा व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने सतना नदी के पुराने रपटे, माधवगढ टमस नदी के पुल तथा सतना नदी के जिगनहट पुल पहुंचकर भारी बारिश से उत्पन्न स्थिति और जल स्तर का जायजा लिया। इस अवसर पर आयुक्त नगर निगम शेर सिंह मीना, कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण बीआर सिंह भी उपस्थित रहे। इसी प्रकार कलेक्टर के निर्देशन में उचेहरा तहसीलदार ज्योति पटेल एवं जनपद सीईओ प्रभा टेकाम ने तहसील अंतर्गत पिपरीकला, नौपुला के पास बारिश के मौसम में जल भराव वाले चिन्हित स्थलों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पाया कि यहां पर चारों ओर का पानी इकट्ठा होने के कारण पुल जलमग्न हो जाते है जिससे दोनों गांव का आवागमन प्रभावित हो जाता है। इस दौरान पंचायत सचिव तरुण मिश्रा, पटवारी रंजीत विश्वकर्मा, पूजा गौतम, सोमचंद सेन उपस्थित रहे।