यूजीसी की अक्टूबर 2025 अपडेटेड सूची के अनुसार देश में फर्जी विश्वविद्यालयों का खुलासा हुआ है। यदि आप छात्र हैं, तो दाखिला लेने से पहले फर्जी संस्थानों के राज्यवार नाम और उनसे बचने के लिए आवश्यक जानकारी यहाँ देखें।
By: Ajay Tiwari
Oct 30, 20254:17 PM
यह खबर यदि आप स्टूडेंट है तो बेहद जरूरी है. देश में ऐसे कई विश्वविद्यालय है जो फर्जी है। यूजीसी की आधिकारिक सूची अक्टूबर 2025 (UGC Fake University List 2025) के अपडेट में फर्जी विश्वविद्यालयों का खुलासा हुआ है। सबसे ज्यादा फर्जी विश्वविद्यालय दिल्ली में है, जबकि उत्तर प्रदेश दूसरे नंबर पर है। चलिए आपको राज्यवार ऐसे विश्वविद्यालयों के नाम बता रहे हैं जो फर्जी हैं।
1. अखिल भारतीय लोक एवं शारीरिक स्वास्थ्य विज्ञान संस्थान (एआईआईपीएचएस) राज्य सरकार विश्वविद्यालय
2. कमर्शियल यूनिवर्सिटी लिमिटेड, दरियागंज
3. संयुक्त राष्ट्र विश्वविद्यालय
4. व्यावसायिक विश्वविद्यालय
5. एडीआर-केंद्रित न्यायिक विश्वविद्यालय
6. भारतीय विज्ञान एवं इंजीनियरिंग संस्थान
7. स्वरोजगार के लिए विश्वकर्मा मुक्त विश्वविद्यालय
8. आध्यात्मिक विश्वविद्यालय (Spiritual University)
9. संयुक्त राष्ट्र विश्वविद्यालय (WPUNU) का विश्व शांति
10. प्रबंधन और इंजीनियरिंग संस्थान
उत्तर प्रदेश में फेक यूनिवर्सिटी की सूची (UP Fake University List)
1. गाँधी हिन्दी विद्यापीठ, प्रयाग, इलाहाबाद
2. नेताजी सुभाष चंद्र बोस विश्वविद्यालय (मुक्त विश्वविद्यालय)
3. भारतीय शिक्षा परिषद्, लखनऊ
4. महामाया तकनीकी विश्वविद्यालय, नोएडा
आंध्र प्रदेश में फर्जी यूनिवर्सिटी की सूची
1. क्राइस्ट न्यू टेस्टामेंट डीम्ड यूनिवर्सिटी
2. बाइबिल ओपन यूनिवर्सिटी ऑफ इंडिया
पश्चिम बंगाल में फर्जी विश्वविद्यालयों की सूची
1. भारतीय वैकल्पिक चिकित्सा संस्थान, कोलकाता
2. वैकल्पिक चिकित्सा एवं अनुसंधान संस्थान, कोलकाता
केरल में फर्जी विश्वविद्यालयों की सूची
1. इंटरनेशनल इस्लामिक यूनिवर्सिटी ऑफ प्रोफेटिक मेडिसिन (IIUPM)
2. सेंट जॉन्स विश्वविद्यालय, किशनट्टम
महाराष्ट्र में फर्जी विश्वविद्यालयों की सूची
1. राजा अरबी विश्वविद्यालय, नागपुर
पुदुचेरी में फर्जी विश्वविद्यालयों की सूची
1. श्री बोधि उच्च शिक्षा अकादमी
· करियर और नौकरी में समस्या: ऐसी डिग्रियों को नौकरी पाने के लिए अमान्य माना जाता है। डिग्रीधारक भविष्य में प्रतिष्ठित कंपनियों या सरकारी नौकरियों में आवेदन करने में समस्याओं का सामना कर सकते हैं।
· उच्च शिक्षा में बाधा: फ़ेक डिग्री के आधार पर छात्र आगे की उच्च शिक्षा (मास्टर्स या पीएचडी) के लिए देश या विदेश के किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय में दाखिला नहीं ले पाते।
· विदेशी दाखिले और वीजा समस्या: विदेश में पढ़ाई या काम के लिए आवेदन करने पर, यूसीजी मान्यता न होने के कारण विदेशी दाखिले और वीजा मिलने में मुश्किलें आती हैं।
छात्रों और अभिभावकों को दाखिला लेने से पहले पूरी तरह सतर्क रहना चाहिए। संदेह होने पर निम्नलिखित तरीकों से संस्थान की जांच करें:
1. यूजीसी वेबसाइट से मिलान: दाखिले से पहले संस्थान का नाम, पता, शिक्षक-छात्र अनुपात और उसके कामकाज संबंधी विवरण को सीधे यूजीसी की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध सूची से मिलान करें।
2. संदिग्ध ऑफर की पहचान: ऑनलाइन विज्ञापन या फर्जी दस्तावेज़ों में अक्सर अत्यधिक आकर्षक ऑफ़र (जैसे कम कीमत पर कोर्स या असाधारण सुविधाएँ) दिखाए जाते हैं। ऐसे संस्थान, जो कीमत और सुविधाओं के बहाने भर्ती करते हैं, वे संदिग्ध होते हैं।
3. दस्तावेज़ और पते का क्रॉस-चेक: उम्मीदवार अपने निजी दस्तावेज़ों, शिक्षण संस्थान के भौतिक पते, और ट्रस्टी/प्रबंधकों की जानकारी की विश्वसनीयता को अन्य स्रोतों से क्रॉस-चेक करें।
4. शिकायत और संपर्क: यदि कोई संस्थान संदिग्ध लगे, तो तुरंत नज़दीकी शैक्षिक विभाग या सीधे यूजीसी से संपर्क करें और जानकारी साझा करें।
सतर्कता ही बचाव है: विद्यार्थी और अभिभावक सतर्क रहें और किसी भी संदेह की स्थिति में आधिकारिक सत्यापन अवश्य करें, ताकि वे इन घोटालों से बच सकें और अपनी पढ़ाई को सुरक्षित रख सकें।