बिहार के नालंदा जिले में ग्रामीणों ने नीतीश सरकार में मंत्री और जेडीयू नेता श्रवण कुमार के काफिले पर हमला कर दिया। साथ ही सुरक्षा में तैनात बॉडीगार्ड भी जमकर पीटा। घटना हिलसा थाना इलाके के मलावां गांव की है।
By: Arvind Mishra
बिहार के नालंदा जिले में ग्रामीणों ने नीतीश सरकार में मंत्री और जेडीयू नेता श्रवण कुमार के काफिले पर हमला कर दिया। साथ ही सुरक्षा में तैनात बॉडीगार्ड भी जमकर पीटा। घटना हिलसा थाना इलाके के मलावां गांव की है। दरअसल, मलावां गांव में 9 लोगों की मौत के बाद मातमपुर्सी के लिए पहुंचे बिहार सरकार के मंत्री श्रवण कुमार और स्थानीय विधायक पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। घटना के दौरान गुस्साए ग्रामीणों ने पथराव किया, जिससे मंत्री और विधायक को करीब एक किलोमीटर भागकर अपनी जान बचानी पड़ी। हमले में मंत्री के सुरक्षा कर्मी सहित कई लोग घायल हो गए, कुछ का सिर फट गया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया, जिसके बाद क्षेत्र पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। तीन दिन पहले सड़क हादसे में 9 लोगों की मौत हुई थी। इसी घटना से प्रभावित परिवारों से मिलने मंत्री और विधायक गांव पहुंचे थे। दोनों नेताओं ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और फिर लौटने लगे। ग्रामीणों ने उनसे कुछ देर और गांव में रुकने की गुहार लगाई, लेकिन मंत्री ने कहा कि सभी परिवारों से मुलाकात हो चुकी है और उन्हें आगे कार्यक्रम में जाना है।
मुआवजे को लेकर ग्रामीण भड़क गए। उन्होंने पहले एक स्थानीय पत्रकार और विधायक को घेर लिया, फिर लाठी-डंडे लेकर हमला कर दिया। ग्रामीणों का आरोप था कि हादसे के दिन विधायक के कहने पर उन्होंने सड़क जाम हटाया था, लेकिन आज तक उन्हें उचित मुआवजा नहीं मिला। इससे गुस्साए ग्रामीण उग्र हो गए और हमला कर दिया।
नालंदा की घटना पर मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि सड़क दुर्घटना में जीविका दीदियों (बैंक जीविका समूह से जुड़ी महिलाएं) की मौत हुई थी। इस घटना के बाद वहां पहुंचा था। सरकार की तरफ से जो मदद दी गई है उसे सुनिश्चित कर रहा था। मैं उनके दु:ख में शामिल होने गया था। लेकिन अगर कुछ लोग उसमें नाराज होंगे तो इसकी जानकारी मुझे नहीं है।