मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुरुवार को नई दिल्ली में सौजन्य मुलाकात की है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से भेंट कर विभिन्न विषयों पर चर्चा की है। इसके साथ ही सीएम ने गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह से संसद भवन में सौजन्य भेंट कर विभिन्न विषयों पर चर्चा की।
By: Arvind Mishra
Jul 31, 202523 hours ago
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुरुवार को नई दिल्ली में सौजन्य मुलाकात की है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से भेंट कर विभिन्न विषयों पर चर्चा की है। इसके साथ ही सीएम ने गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह से संसद भवन में सौजन्य भेंट कर विभिन्न विषयों पर चर्चा की। वहीं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नई दिल्ली में केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान से उनके निवास पर सौजन्य भेंट कर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। मुख्यमंत्री मोहन ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा-आज नई दिल्ली में प्रधानमंत्री से भेंट कर मार्गदर्शन प्राप्त किया। सीएम ने कहा कि हम राज्य के विकास के लिए काम कर रहे हैं। भारत सरकार के मंत्री अलग-अलग प्रकार से हमें प्रोत्साहन देते हैं। हम उनकी मदद से सरकार में अच्छे काम करते हैं।
सीएम ने कहा कि कहा कि प्रधानमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व में मप्र टीम इंडिया की भावना के साथ कार्य कर रहे हैं। आज मध्यप्रदेश विकास और लोक कल्याण के संकल्प पथ पर अग्रसर है और निरंतर नए प्रतिमान स्थापित कर रहा है। प्रधानमंत्री मोदी के विकसित भारत-आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के विजन से प्रेरित होकर मध्यप्रदेश को देश के अग्रणी राज्यों की प्रथम पंक्ति में स्थापित करने के लिए राज्य सरकार संकल्पित है।
दरअसल, सीएम डॉ. मोहन यादव ने आज दिल्ली प्रवास पर हैं। मध्यप्रदेश को वैश्विक टेक्सटाइल मानचित्र पर स्थापित करने के लिए दिल्ली में आयोजित समिट हो रही है। यह कार्यक्रम नई दिल्ली स्थित भारत मंडपम में हो रहा है। मुख्यमंत्री भारत मंडप में स्थापित मध्यप्रदेश राज्य पवेलियन का भ्रमण करेंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव इस दौरान वैश्विक टेक्सटाइल ब्रांड्स के प्रमुखों के साथ राउंडटेबल चर्चा में भाग लेंगे, जिसमें उद्योगों को मध्य प्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित किया जाएगा। समिट में मुख्यमंत्री वैश्विक कंपनियों जैसे वॉलमार्ट, एच एंड एम, ली एण्ड फंग, वाइल्डक्राफ्ट, ब्लैकबेरी जैसी अग्रणी कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ वन-टू-वन बैठकें करेंगे।