गडकरी ने सड़क हादसों को लेकर कहा- हमने कई पॉइंट्स पर ध्यान दिया है। रोड इंजीनियरिंग, जिसमें फ्लाईओवर बनाना। ब्लैक स्पॉट को लेकर काम करना है। कारों में चार की जगह छह एयरबैग लगने लगे। अब दिक्कत यह है कि लोग हेलमेट नहीं पहनते हैं। हमने इसे भी अनिवार्य किया कि बाइक खरीदने के साथ हेलमेट भी मिले।
By: Arvind Mishra
नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब
मैं 90 फीसदी सामाजिक काम करता हूं। मैं आदिवासी क्षेत्रों में स्कूल चलाता हूं। मैं साधु-संन्यासी नहीं हूं। मेरा भी परिवार है, लेकिन फिर भी मैं मजदूर और किसान के लिए काम करना चाहता हूं और करता रहूंगा। मेरा सपना है कि पांच साल के अंदर बायो फ्यूल के लिए दुनिया में नंबर एक पर जाएगा। देश को प्रदूषण से मुक्त करके आत्मनिर्भर बनाना है। देश और राज्य को सबसे ज्यादा जीएसटी आटोमोबाइल इंडस्ट्री देती है। यह बात केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एक खास चर्चा के दौरान कही। गडकरी ने कहा- पेट्रोल की तुलना में इलेक्ट्रिक टू व्हीलर्स 15 फीसदी ज्यादा बिक रहे हैं। इससे पॉल्यूशन भी जीरो होगा। आने वाले दिनों में इलेक्ट्रिक और पेट्रोल-डीजल का प्राइस लगभग एक ही होगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा- हमने दो स्कीम निकाली है। अगर सड़क पर हादसा होता है तो लोगों में डर था कि पुलिस परेशान करेगी, लेकिन अब कानून सुधार दिया है। अगर सड़क हादसे के बाद किसी ने घायलों को हॉस्पिटल पहुंचाया तो पुलिस उन्हें परेशान नहीं करेगी। दूसरा इंश्योरेंस को लेकर भी काम किया है।
गडकरी ने सड़क हादसों को लेकर कहा- हमने कई पॉइंट्स पर ध्यान दिया है। रोड इंजीनियरिंग, जिसमें फ्लाईओवर बनाना। ब्लैक स्पॉट को लेकर काम करना है। कारों में चार की जगह छह एयरबैग लगने लगे। अब दिक्कत यह है कि लोग हेलमेट नहीं पहनते हैं। हमने इसे भी अनिवार्य किया कि बाइक खरीदने के साथ हेलमेट भी मिले। हमने जुर्माना भी बढ़ाया। लोग रेड लाइट पर रुकते नहीं हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा-अभी 450 किमी टनल बन रही है, लेकिन इसमें खर्च ज्यादा है। जब सड़क खराब होती है तो हम डायवर्जन बनाते हैं, लेकिन यह टेंपररी है। हमने डायवर्जन के लिए भी नियम बनाए हैं। हिमाचल, उत्तराखंड और जम्मू कश्मीर जैसे राज्यों में टनल बनाने का काम करेंगे।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने टोल पास पर कहा कि लोग खुद की गाड़ी में पर्यटन के लिए निकल रहे हैं। उन लोगों पर टोल का बोझ पड़ रहा था। अब उन्हें टोल का कम चार्ज देना पड़ेगा। उन्हें अब टोल पर रुकने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी।