सीएम ने संपूर्णता अभियान सम्मान समारोह का दीप जलाकर शुभारंभ किया। इस दौरान सीएम ने एमपी नीति आयोग की कॉफी टेबल बुक का विमोचन भी किया। सम्मान सामारोह के दौरान सीएम ने आठ जिलों के कलेक्टरों को बुलाकर गोल्ड मेडल से नवाजा।
By: Arvind Mishra
Aug 20, 20253:02 PM
भोपाल। स्टार समाचार वेब
अच्छा काम करेंगे तो सरकार आपके साथ है, कहीं कमी करेंगे तो सरकार आपको देख रही है। दीनदयाल जी का दर्शन है कि अंतिम व्यक्ति के जीवन में बदलाव और सुधार लाया जाए। देश और प्रदेश के सभी जिले, ब्लॉक और हर इकाई में हर योजना का लाभ सीधे आम जनता तक पहुंचना चाहिए। हम कई लोकलुभावन योजनाओं पर काम करते हैं, लेकिन उन्हें बारीकी से देखने की जरूरत है। यह बात सीएम डॉ. मोहन यादव ने कही। दरअसल, बुधवार को सीएम भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में कलेक्टरों को सम्मानित कर रहे थे। जहां सीएम ने संपूर्णता अभियान सम्मान समारोह का दीप जलाकर शुभारंभ किया। इस दौरान सीएम ने एमपी नीति आयोग की कॉफी टेबल बुक का विमोचन भी किया। सम्मान सामारोह के दौरान सीएम ने आठ जिलों के कलेक्टरों को बुलाकर गोल्ड मेडल से नवाजा। बाकी अवॉर्ड अन्य जिलों में भेजे जाएंगे। बड़वानी के कलेक्टर गुंचा सनोबर छुट्टी पर होने के कारण अवार्ड लेने नहीं आ सकीं। इसके बाद तत्कालीन कलेक्टर राहुल हरिदास और दमोह के कलेक्टर सुधीर कोचर को गोल्ड मेडल दिया गया। विदिशा जिले के तत्कालीन कलेक्टर रौशन कुमार सिंह, टीकमगढ़ के कलेक्टर विवेक श्रोत्रिय और तत्कालीन कलेक्टर अवधेश शर्मा, निवाड़ी के कलेक्टर लोकेश जांगिड़ और तत्कालीन कलेक्टर अरुण विश्वकर्मा व खंडवा के कलेक्टर को भी गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया।
मध्यप्रदेश में पिछले साल एक जुलाई 2024 से 30 सितंबर 2024 तक नीति आयोग द्वारा चलाए गए संपूर्णता अभियान में अच्छा काम करने वाले जिलों के कलेक्टर और तत्कालीन कलेक्टर आज सम्मानित किए गए हैं।
सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि 2014 के बाद पीएम मोदी ने पूरा परिदृश्य बदल दिया है। कई सेक्टर में नवाचार किए गए हैं, जिनके सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे। 2003 तक प्रदेश में केवल 5 मेडिकल कॉलेज थे, अब 30 कॉलेज बनने जा रहे हैं और अगले सवा साल में 10 और खुलेंगे। इसके साथ ही हर संभाग में आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज खोलने वाला मध्य प्रदेश पहला राज्य बनेगा।
सीएम ने कहा कि एक साल में साढ़े सात लाख हेक्टेयर सिंचाई का रकबा बढ़ाया गया है। अगले छह साल में इसे एक लाख हेक्टेयर तक ले जाने का लक्ष्य है। दो दिन पहले पीएम मोदी को आमंत्रित किया है। अक्टूबर में बड़ा कृषि मेला आयोजित किया जाएगा। अब अलग-अलग विषयों पर आधारित कॉन्क्लेव आयोजित किए जा रहे हैं और निवेश को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। पीएम मोदी ने मध्य प्रदेश आकर सात बार मार्गदर्शन दिया है।