मध्यप्रदेश में सरकारी नौकरी की भर्ती प्रक्रिया में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। इसके तहत उम्मीदवारों को बार-बार अलग-अलग परीक्षाएं देने की आवश्यकता नहीं होगी। एक ही परीक्षा के माध्यम से विभिन्न विभागों में चयन संभव होगा।
By: Arvind Mishra
Jul 21, 20256 hours ago
मध्यप्रदेश में सरकारी नौकरी की भर्ती प्रक्रिया में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। इसके तहत उम्मीदवारों को बार-बार अलग-अलग परीक्षाएं देने की आवश्यकता नहीं होगी। एक ही परीक्षा के माध्यम से विभिन्न विभागों में चयन संभव होगा। यह परीक्षाएं समूह के आधार पर आयोजित की जाएंगी। उम्मीदवार आवेदन करते समय अपनी पसंद के विभागों के विकल्प चुन सकेंगे। दरअसल, मध्य प्रदेश में सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए राहत भरी खबर है। अब उन्हें एक ही पद के लिए बार-बार परीक्षाएं नहीं देनी होंगी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशा के अनुरूप सामान्य प्रशासन विभाग ने नई भर्ती प्रणाली को लेकर प्रारूप तैयार किया है। यह प्रस्ताव मुख्य सचिव अनुराग जैन के सामने प्रस्तुत किया जाएगा, जिसके बाद सीएम की मंजूरी ली जाएगी। इस प्रस्ताव के अमल में आने से न केवल परीक्षार्थियों का समय और धन बचेगा, बल्कि भर्ती प्रणाली भी अधिक दक्ष और पारदर्शी बनेगी। यह बदलाव खासतौर पर युवाओं के लिए बड़ा राहत भरा साबित होगा।
नए प्रस्ताव के अनुसार राज्य लोक सेवा आयोग (पीएससी) केवल 6 प्रकार की परीक्षाएं आयोजित करेगा, जिसमें प्रशासनिक सेवा और वन सेवा शामिल होंगी। एमपीईएसबी (पूर्व में व्यापमं) 5 प्रमुख श्रेणियों की परीक्षाएं आयोजित करेगा, जिसमें इंजीनियरिंग, शिक्षा, कृषि, स्नातक एवं परास्नातक डिग्रीधारकों के लिए परीक्षाएं होंगी। एक मेरिट लिस्ट तैयार की जाएगी, जिसके आधार पर नियुक्तियां होंगी। उम्मीदवारों को आवेदन के समय विभागों के वैकल्पिक नाम भरने होंगे, जिससे चयन के बाद विभाग बदलने की समस्या नहीं रहेगी।
अब हर पद के लिए अलग-अलग परीक्षा देने की जरूरत नहीं पड़ेगी। परीक्षा शुल्क की बचत होगी। चयन प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और गुणवत्तापूर्ण होगी। परीक्षा परिणामों को लेकर होने वाले विवाद भी कम होंगे। वर्तमान में पीएससी सालभर में 25 और मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन बोर्ड करीब 30 प्रकार की परीक्षाएं आयोजित करता है, जिससे अभ्यर्थियों को बार-बार आवेदन और परीक्षा देने की परेशानी होती है। नई नीति के लागू होते ही यह दोहराव खत्म होगा।