महाराष्ट्र सरकार में देर रात हुए अहम फेरबदल के तहत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार गुट) के नेता माणिकराव कोकाटे को कृषि मंत्री पद से हटा दिया गया है और उन्हें खेल एवं युवा कल्याण मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
By: Arvind Mishra
Aug 01, 202510:43 AM
मुंबई। स्टार समाचार वेब
महाराष्ट्र सरकार में देर रात हुए अहम फेरबदल के तहत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार गुट) के नेता माणिकराव कोकाटे को कृषि मंत्री पद से हटा दिया गया है और उन्हें खेल एवं युवा कल्याण मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं, मौजूदा खेल मंत्री दत्तात्रेय भरणे को अब राज्य का नया कृषि मंत्री बनाया गया है। यह निर्णय राज्य के सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से जारी एक अधिसूचना में लिया गया। ताजा फेरबदल को सरकार की छवि बचाने और मंत्रियों की जवाबदेही तय करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। दरअसल, कोकोटे का एक वीडियो वायरल हुआ था। इसमें वे मानसून सत्र के दौरान महाराष्ट्र विधान परिषद में मोबाइल पर रमी गेम खेलते दिख रहे थे। वे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के कोटे से मंत्री हैं। मामले में उपमुख्यमंत्री और एनसीपी प्रमुख अजित पवार ने 24 जुलाई को कहा था कि कोकाटे से आमने-सामने बैठक होगी, जिसमें उनके पक्ष को सुना जाएगा। उसके बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा। इसके बाद पवार ने गुरुवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की थी। इसके बाद कुछ ही घंटों बाद यह कार्रवाई हुई। अब कृषि मंत्रालय की जिम्मेदारी दत्तात्रय भरणे को दी गई है। भरणे पुणे जिले की इंदापुर सीट से एनसीपी विधायक हैं। वहीं, कोकाटे नासिक जिले की सिन्नर सीट से विधायक हैं।
वीडियो शरद पवार गुट के विधायक रोहित पवार और जितेंद्र आव्हाड द्वारा सोशल मीडिया पर साझा किया गया था। इससे पहले, कोकाटे उस समय भी आलोचना के घेरे में आए थे जब उन्होंने किसानों की तुलना भिखारियों से कर दी थी, जिससे राजनीतिक हलकों में खलबली मच गई थी। यह पहला मौका नहीं है जब अजित पवार गुट के किसी नेता को विवाद के चलते जिम्मेदारी से हटाया गया हो। इससे पहले इसी साल धनंजय मुंडे को तब इस्तीफा देना पड़ा था, जब उनके करीबी वाल्मीक कराड को संतोष देशमुख हत्याकांड में मुख्य आरोपी के तौर पर नामजद किया गया था।
विपक्ष ने बर्खास्तगी की मांग की थी। वहीं एनसीपी की सांसद सुप्रिया सुले ने मामले में कहा था कि राज्य में बीते तीन महीनों में करीब 750 किसानों ने आत्महत्या की है। ऐसे गंभीर समय में कृषि मंत्री का सदन में बैठकर मोबाइल गेम खेलना शर्मनाक है।