डायबिटीज दुनियाभर में तेजी से बढ़ती गंभीर समस्या है, जिसका खतरा अब कम उम्र के लोगों में भी देखा जा रहा है। पहले डायबिटीज बुजुर्गों को होने वाली बीमारी माना जाती थी हालांकि अब युवा और बच्चे भी इसकी चपेट में आ रहे हैं।
By: Manohar pal
Nov 07, 20255:58 PM
डायबिटीज दुनियाभर में तेजी से बढ़ती गंभीर समस्या है, जिसका खतरा अब कम उम्र के लोगों में भी देखा जा रहा है। पहले डायबिटीज बुजुर्गों को होने वाली बीमारी माना जाती थी हालांकि अब युवा और बच्चे भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, वैसे तो ये बीमारी किसी को भी हो सकती है, हालांकि जिनकी लाइफस्टाइल ठीक नहीं है, खान-पान गड़बड़ है या फिर माता-पिता या परिवार में पहले से किसी को ये बीमारी रही है, उनमें खतरा अधिक हो सकता है।
डॉक्टर सभी डायबिटीज मरीजों को नियमित अंतराल पर शुगर लेवल की जांच करते रहने और उसी आधार पर खानपान और दिनचर्या को व्यवस्थित करने की सलाह देते हैं। घर पर ही शुगर की जांच करने के लिए ग्लूकोमीटर का इस्तेमाल करना सबसे अच्छा तरीका माना जाता है। ये एक छोटा सा डिवाइस है जिसके स्ट्रिप पर खून की एक बूंद लगाकर शुगर लेवल की जांच की जा सकती है। हालांकि इसके लिए हर बार उंगली पर निडिल चुभाकर खून निकालने की जरूरत होती है, जो दर्दकारक होती है।
डायबिटीज रोगियों के लिए इस संबंध में अच्छी खबर है। आईआईटी मद्रास के विशेषज्ञों ने एक प्रभावी ग्लूकोमीटर तैयार कर लिया है जिसमें बिना सुई चुभाए भी शुगर की जांच की जा सकती है।
ग्लूकोज मॉनिटरिंग उपकरण
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास (आईआईटी-एम) के शोधकर्ताओं ने मधुमेह रोगियों के लिए एक कम बजट वाला, यूजर फ्रेडली और उपयोग करने में आसान ग्लूकोज मॉनिटरिंग उपकरण विकसित किया है। शोधकर्ताओं की टीम का मानना है कि इसकी मदद से शुगर लेवल को नियमित रूप से जांचने में बिना दर्द के मदद मिल सकती है। यह पेटेंट उपकरण मरीजों को बिना उंगलियों में सुई चुभने के दर्द के भी ग्लूकोज के स्तर को मापने में मददगार हो सकती है।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की रिपोर्ट के मुताबिक देश की लगभग 9 प्रतिशत आबादी मधुमेह से पीड़ित है, इनमें से अधिकतर लोगों को डॉक्टर नियमित रूप से शुगर की जांच करते रहने की सलाह देते हैं।
ग्लूकोमीटर से घर पर डायबिटीज की जांच
अभी तक घर पर डायबिटीज की जांच के लिए ग्लूकोमीटर का इस्तेमाल किया जाता रहा है। ये एक छोटा-सा डिवाइस होता है जिससे आप घर पर ही अपने ब्लड शुगर की जांच कर सकते हैं। इसके लिए ग्लूकोमीटर में एक नई टेस्ट स्ट्रिप लगाने के बाद, अपनी उंगली में निडिल या सिरिंज की मदद से पिन करके एक ड्रॉप खून को इसी स्ट्रिप पर लगाना होता है। कुछ सेकंड में डिवाइस आपकी ब्लड शुगर वैल्यू दिखा देती है। हालांकि अब इस नए ग्लूकोमीटर की मदद से बिना सुई के भी शुगर की जांच की जा सकती है।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
इलेक्ट्रॉनिक मटेरियल और थिन फिल्म्स लैब के शोधकर्ताओं ने प्रोफेसर परशुरामन स्वामीनाथन के नेतृत्व में इसे विकसित किया है। इस प्रोजेक्ट पर काम कर रहे आईआईटी मद्रास के डॉ एल. बालामुरुगन कहते हैं, इस तरह का उपकरण वास्तव में बहुत सहायक है। ग्लूकोज की निगरानी को दर्दरहित बनाने के साथ ये किफायती भी है। यह ग्लूकोज के स्तर की नियमित जांच करने, अपने शरीर के पैटर्न को समझने में जांच के लिए अनावश्यक दौड़ भाग को कम करने में मदद करता है। हालांकि ये डिवाइस किस तरह से काम करती है फिलहाल इसकी स्पष्ट जानकारी साझा नहीं की गई है।