राष्ट्रीय सिकल सेल उन्मूलन मिशन-2047 के अंतर्गत विश्व सिकल सेल दिवस 19 जून को मध्यप्रदेश में राज्य स्तरीय समारोह का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन बड़वानी जिले की ग्राम पंचायत तलून के खेल स्टेडियम में होगा।
By: Star News
Jun 12, 20259:47 AM
भोपाल। राष्ट्रीय सिकल सेल उन्मूलन मिशन-2047 के अंतर्गत विश्व सिकल सेल दिवस 19 जून को मध्यप्रदेश में राज्य स्तरीय समारोह का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन बड़वानी जिले की ग्राम पंचायत तलून के खेल स्टेडियम में होगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू समारोह की मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगी। बड़वानी के कार्यक्रम में कई नवाचारों का शुभारंभ किया जाएगा। इनमें जेनेटिक काउंसलिंग जागरूकता वीडियो और प्रभावित गर्भवती महिलाओं के लिए व्यापक दिशानिर्देश, मॉड्यूल को लॉन्च किया जाएगा। लक्षित आयु वर्ग की शत-प्रतिशत स्क्रीनिंग पूरी करने वाली पंचायतों को सम्मानित किया जाएगा।
जहां बड़वानी में राज्य स्तरीय कार्यक्रम होगा। वहीं प्रदेश के सिकल सेल प्रभावित 33 जिलों में विशेष परामर्श शिविर आयोजित किए जाएंगे। जहां आम लोगों को आनुवंशिक परामर्श, रोग प्रबंधन, भावी पीढ़ी के लिए संभावनाओं और आवश्यक चिकित्सकीय सेवाओं की जानकारी दी जाएगी। उप-केन्द्रों से लेकर जिला अस्पतालों तक सभी प्राथमिक अस्पताल, सिविल हॉस्पिटल में विशेष शिविर लगाकर मरीजों की पहचान, स्क्रीनिंग तथा परिवार के अन्य सदस्यों की भी जांच की जाएगी।
सिकल सेल के मरीजों और उनकी देखभाल करने वालों को पेन क्राइसिस जैसी गंभीर स्थितियों में प्रबंधन के तरीकों की जानकारी दी जाएगी। जिले की विशेष रूप से प्रभावित जनजातीय एवं ग्रामीण पंचायतों में स्क्रीनिंग और परामर्श के लिए अभियान चलाया जाएगा। राज्य स्तर पर विकसित जेनेटिक काउंसलिंग कार्ड का वितरण किया जाएगा, जिससे लोगों को आनुवंशिक जानकारी समझने में सुविधा होगी। विकलांगता योजनाओं और वित्तीय सहायता से सिकल-सेल रोगियों को जोड़ने की प्रक्रिया सरल करने के लिए यूडीआईडी कार्ड निर्माण के लिए मेगा शिविरों का आयोजन भी किया जाएगा।
प्रदेश में राष्ट्रीय सिकल सेल उन्मूलन मिशन के अंतर्गत अब तक 1 करोड़ 5 लाख नागरिकों की सिकल सेल स्क्रीनिंग पूरी की जा चुकी है। इनमें 2 लाख से अधिक वाहक चिह्नित हुए और 28 हजार 297 लोग सिकल सेल रोग से ग्रसित पाए गए। इन मरीजों का उपचार जारी है। अब तक 75 लाख 36 हजार से अधिक सिकल सेल कार्ड वितरित किए जा चुके हैं। जिनसे प्रभावित नागरिक अपनी स्वास्थ्य स्थिति को समझ कर उचित उपचार प्राप्त कर रहे हैं।