जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद एक बात सामने आई है जिसे सुनकर हर कोई चिंता में हैं। दरअसल, दावा किया जा रहा है कि जम्मू और कश्मीर में लगभग 60 विदेशी आतंकवादी सक्रिय हैं। इनके साथ 20 स्थानीय आंतकी भी शामिल हैं।
By: Arvind Mishra
Jul 12, 20251 hour ago
श्रीनगर। स्टार समाचार वेब
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद एक बात सामने आई है जिसे सुनकर हर कोई चिंता में हैं। दरअसल, दावा किया जा रहा है कि जम्मू और कश्मीर में लगभग 60 विदेशी आतंकवादी सक्रिय हैं। इनके साथ 20 स्थानीय आंतकी भी शामिल हैं। 60 विदेशी आतंकवादियों में से 35 लश्कर ए तैयबा (एलईटी) से जुड़े हैं, 21 जैश ए मोहम्मद (जेईएम) से हैं और 4 हिजबुल मुजाहिदीन से हैं। अब सुरक्षाबल ने जम्मू संभाग को आतंकमुक्त बनाने को महाअभियान छेड़ दिया है। पांच जिलों कठुआ-किश्तवाड़ और राजौरी-पुंछ-रियासी के पर्वतीय क्षेत्रों में छिपे आतंकियों को मार गिराने के लिए सुरक्षा बल चप्पा-चप्पा खंगाल रहे हैं। आतंकियों को चारों तरफ से घेरा जा रहा है, जिससे उनके लिए बच निकलना मुश्किल है। हालांकि अधिकारिक तौर पर इस पूरे क्षेत्र में सक्रिय आतंकियों की संख्या को लेकर सभी सुरक्षाधिकारी चुप हैं, लेकिन इनकी संख्या 60 के करीब है। इनमें से 20 से 25 आतंकी राजौरी-पुंछ व अन्य कठुआ-उधमपुर -किश्तवाड़ के क्षेत्र में सक्रिय हैं। ये सभी आतंकी तीन से पांच का समूह बनाकर चलते हैं। संबंधित अधिकारियों ने बताया कि आतंकियों पर नजर रखने के लिए ड्रोन और खोजी श्वान की भी मदद ली जा रही है।
आतंकियों की आवाजाही वाले इलाकों को चिह्नित करते हुए वहां विशेष नाके स्थापित करने के अलावा सुरक्षा बल की अतिरिक्त तैनाती की गई है। रात को भी विभिन्न इलाकों में विशेष नाके लगाने के साथ गश्त को बढ़ाया गया है। आतंकी कश्मीर घाटी में दाखिल न हो पाएं, इसके लिए पीर पंजाल पर्वत श्रृंखला में उन सभी दर्रों, जंगलों और नालों व रास्तों की कड़ी निगरानी की जा रही है, जो जम्मू संभाग को कश्मीर से जोड़ने में मार्ग उपलब्ध कराते हैं।
पहलगाम हमले की साजिश को अंजाम देने आए आतंकी भी इन्हीं रास्तों से होकर आए थे। संभावना है कि आतंकियों की लिस्ट में पहलगाम हमले के गुनहगार भी शामिल हों। अधिकारियों ने बताया कि जम्मू संभाग में सक्रिय आतंकियों में लगभग 80 प्रतिशत पाकिस्तानी ही हैं। इन सभी आतंकियों के खिलाफ राजौरी, पुंछ, किश्तवाड़, डोडा और उधमपुर सहित विभिन्न जिलों में विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं।
आतंकियों के साथ बीते एक माह के दौरान किश्तवाड़, भद्रवाह, उधमपुर और कठुआ के ऊपरी इलाकों में हुई मुठभेड़ें व तलाशी अभियान इसी अभियान का नतीजा हैं। बीते दिनों किश्तवाड़ के छात्रू में सुरक्षाबल ने अचानक एक पहाड़ी के पास आतंकियों को घेर लिया। आतंकियों को घेराबंदी तोड़ भागने के लिए ग्रेनेड फेंका और उसके बाद उन्होंने अपने अत्याधिनुक हथियारों से फायरिंग की। आतंकी इस इलाके में मुठभेड़ से तीन चार दिन पहले से छिपे हुए थे।
तीन से पांच के समूह में छिपे संबंधित अधिकारियों ने बताया कि पहाड़ों में आतंकी तीन से पांच का समूह बनाकर अलग-अलग जगहों पर छिपे रहते हैं। इनमें से अधिकांश ने प्राकृतिक गुफाओं को ठिकाना बनाया है। ये पाकिस्तानी आतंकी गुरिल्ला युद्ध में प्रशिक्षित व अत्याधुनिक हथियारों से लैस हैं। एलओसी पर भी कड़ी नजर संबंधित सूत्रों ने बताया कि जम्मू संभाग के पर्वतीय इलाकों में जहां कुछ समय पहले तक आतंकियों की गतिविधियों लगातार बढ़ रही थीं, अब पूरी तरह सुरक्षा बल के प्रभावी नियंत्रण में हैं।