राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक डॉ. मोहन भागवत 9-10 अगस्त को इंदौर प्रवास पर रहेंगे। वे यहां कैंसर केयर हॉस्पिटल का उद्घाटन करेंगे। साथ ही शहर में विभिन्न समाजों से जुड़े लोगों के साथ अलग-अलग सत्रों में चर्चा भी करेंगे। यह मोहन भागवत का पिछले आठ महीनों में तीसरा इंदौर दौरा होगा।
By: Arvind Mishra
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक डॉ. मोहन भागवत 9-10 अगस्त को इंदौर प्रवास पर रहेंगे। वे यहां कैंसर केयर हॉस्पिटल का उद्घाटन करेंगे। साथ ही शहर में विभिन्न समाजों से जुड़े लोगों के साथ अलग-अलग सत्रों में चर्चा भी करेंगे। यह मोहन भागवत का पिछले आठ महीनों में तीसरा इंदौर दौरा होगा। इससे पहले वे तीन जनवरी और 13 जनवरी 2025 को भी इंदौर आ चुके हैं। दरअसल, संघ प्रमुख भागवत 9 अगस्त की शाम इंदौर पहुंचेंगे। अगले दिन 10 अगस्त को श्री गुरुजी सेवा न्यास के प्रकल्प माधव-सृष्टि आरोग्य केंद्र के कैंसर केयर सेंटर का उद्घाटन करेंगे। सरसंघचालक के आगमन की तैयारी में राष्ट्रीय आरएसएस का मालवा प्रांत जुट गया है। रामबाग में अर्चना एवं पंत वैध कॉलोनी के सुदर्शन कार्यालय पर पदाधिकारियों की चहलकदमी दिनभर बनी रही। संघ मालवा प्रांत के प्रचार प्रमुख जयशंकर शर्मा के अनुसार भागवत नौ अगस्त की शाम सात बजे आएंगे। तय कार्यक्रम के अनुसार 10 अगस्त को दो कार्यक्रमों में भाग लेंगे। सुबह नौ से शाम पांच बजे तक मालवा प्रांत की सामाजिक सद्भाव बैठक में विभिन्न सत्रों को संबोधित करेंगे। इसके बाद शाम पांच बजे कैंसर केयर सेंटर का शुभारंभ करेंगे।
पिछले आठ महीने में संघ प्रमुख भागवत का इंदौर में तीसरा आगमन है। सबसे पहले तीन जनवरी को आरएसएस के शताब्दी कार्यक्रम स्वर शतकम में शामिल हुए थे। इसके बाद 13 जनवरी को आए थे। इसमें रामजन्म भूमि तीर्थ ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय को देवी अहिल्या राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
कैंसर केयर सेंटर दो चरणों में पूरा किया जा रहा है। 26 करोड़ से इसके पहले चरण में दो बेसमेंट, ग्राउंड फ्लोर, प्लस थ्री निर्माण कार्य का उद्घाटन होगा। इसके दूसरे चरण में हाइटेक मशीन और अन्य फ्लोर के निर्माण कार्य किए जाएंगे।
सामाजिक सद्भाव बैठक में सरसंघचालक विभिन्न संवाद सत्रों में सहभागी होंगे। मालवा प्रांत सामाजिक सद्भाव संयोजक दिनेश गुप्ता ने बताया कि शताब्दी वर्ष में पंच परिवर्तन (स्वदेशी जीवनशैली, कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण, नागरिक अनुशासन तथा समरसता) पर उनका मार्गदर्शन प्राप्त होगा। इन विषयों पर समाज के प्रतिनिधि भी अपने कार्यों का विवरण प्रस्तुत करेंगे।
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