पश्चिम बंगाल विधानसभा में गुरुवार को उस वक्त हंगामा मच गया, जब भाजपा के मुख्य सचेतक शंकर घोष और अन्य विधायकों की विधानसभा के मार्शलों और सुरक्षा कर्मियों के साथ तीखी झड़प हो गई। इस टकराव में शंकर घोष को चोटें आईं हैं। इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने विपक्षी नारेबाजी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भाषण में बाधा डालने के लिए भाजपा व्हिप चीफ को सदन से निलंबित कर दिया था।
By: Arvind Mishra
Sep 04, 20252:59 PM
कोलकाता। स्टार समाचार वेब
पश्चिम बंगाल विधानसभा में गुरुवार को उस वक्त हंगामा मच गया, जब भाजपा के मुख्य सचेतक शंकर घोष और अन्य विधायकों की विधानसभा के मार्शलों और सुरक्षा कर्मियों के साथ तीखी झड़प हो गई। इस टकराव में शंकर घोष को चोटें आईं हैं। इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने विपक्षी नारेबाजी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भाषण में बाधा डालने के लिए भाजपा व्हिप चीफ को सदन से निलंबित कर दिया था। इसी को लेकर दोनों पक्षों के बीच तीखी नोकझोंक हो गई। सबसे पहले विधानसभा में हंगामे को लेकर विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने विपक्ष के व्हिप चीफ शंकर घोष को नारेबाजी और मुख्यमंत्री के भाषण में बाधा डालने के कारण निलंबित कर दिया, लेकिन घोष ने बाहर जाने से इंकार कर दिया। इसके बाद मार्शल और सुरक्षा गार्डों ने उन्हें बाहर निकालने की कोशिश की, जिस पर हाथापाई शुरू हो गई।
बाहर निकालते समय विधायक गिर भी गए। इसका वीडियो भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। सुवेंदु ने लिखा- आज पश्चिम बंगाल विधानसभा में ममता बनर्जी और उनके गुलाम प्रशासन द्वारा लोकतंत्र की हत्या कर दी गई। पश्चिम बंगाल विधानसभा का तीन दिन का विशेष सत्र 1 सितंबर को शुरू हुआ था। 3 सितंबर को करम पूजा के कारण राजकीय छुट्टी थी। आज सत्र का आखिरी दिन था।
इससे पहले बंगाल विधानसभा में बजट सत्र दौरान टीएमसी और भाजपा के विधायक आपस में भिड़ गए थे। दोनों पार्टियों के नेताओं के बीच जमकर मारपीट हुई थी। इसमें टीएमसी विधायक असित मजूमदार घायल हो गए थे। जहां कड़ा एक्शन लेते हुए विस अध्यक्ष ने नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी समेत भाजपा के पांच विधायकों को सस्पेंड कर दिया था।