"The Nawab of Bhopal was a traitor, is a traitor, and will remain a traitor."
By: Ajay Tiwari
भोपाल. स्टार समाचार वेब
भोपाल नगर निगम परिषद की बैठक में गुरूवार को उस समयजोरदार हंगामा देखने को मिला, जब भाजपा पार्षद देवेंद्र भार्गव के हमीदिया अस्पताल, कॉलेज और स्कूल का नाम बदलने का प्रस्ताव पास कर दिया गया। सदन में पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगे और भाजपा व कांग्रेस पार्षदों के बीच तीखी बहस हुई, जिसके चलते सदन को 15 मिनट के लिए स्थगित करना पड़ा। निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने इस दौरान बयान दिया कि "भोपाल का नवाब गद्दार था, गद्दार है और गद्दार रहेगा।"
परिषद की बैठक में भाजपा पार्षद विलास राव घाड़गे ने नगर निगम कमिश्नर हरेंद्र नारायण की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए उनके खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाने की बात कही। इसके विरोध में कांग्रेस पार्षदों और एमआईसी सदस्य जगदीश यादव ने कमिश्नर का बचाव किया, जिसके बाद कुछ देर हंगामा हुआ। अध्यक्ष सूर्यवंशी के हस्तक्षेप के बाद स्थिति सामान्य हुई और प्रश्नकाल शुरू किया गया।
हमीदिया के नाम बदलने के अलावा, बैठक में पुराना अशोका गार्डन का नाम 'राम बाग' और 80 फीट रोड स्थित विवेकानंद चौराहे का नाम 'विवेकानंद चौक' करने के प्रस्ताव भी बहुमत से पारित किए गए। इन प्रस्तावों का भाजपा पार्षदों ने समर्थन किया, जबकि कांग्रेस ने नाम बदलने की राजनीति पर सवाल उठाए। इसके अलावा शहर में 25 करोड़ रुपये की लागत से 6 नए विसर्जन कुंड बनाने का प्रस्ताव भी सर्वसम्मति से पारित हुआ। ये कुंड एनजीटी की गाइडलाइन के अनुरूप बनाए जाएंगे, जिससे पर्यावरण संरक्षण में मदद मिलेगी।
बैठक के दौरान परिषद हॉल में बारिश का पानी भी टपकने लगा, जिस पर अध्यक्ष सूर्यवंशी ने जल्द ही बिल्डिंग के रेनोवेशन की बात कही। नेता प्रतिपक्ष शबिस्ता जकी ने नामकरण की राजनीति पर आपत्ति जताई और कहा कि वे पुनरीक्षित बजट को लेकर कोर्ट जाएंगी, क्योंकि जनसमस्याओं पर चर्चा नहीं हुई। वीआईपी रोड पर चौपाटी बनाने के मुद्दे पर भी पिछली बैठक की जांच रिपोर्ट न आने पर सवाल उठाए गए।