भोपाल में कांग्रेस के संगठन सृजन अभियान की शुरुआत के लिए आए राहुल गांधी के कांग्रेस कार्यालय में पूर्व पीएम की तस्वीर पर जूते पहनकर पुष्पांजलि देने पर सियासत गरमा गई है। सीएम डॉ. मोहन यादव ने इस पर तंज कसा है।
By: Star News
Jun 03, 20253:10 PM
-पीसीसी में जूते पहनकर पुष्पांजलि करने पर सीएम ने कहा-ये हमारे संस्कार नहीं
-कांग्रेसी कार्यकतार्ओं ने रास्ते में रोक ली राहुल गांधी की गाड़ी
भोपाल। मध्यप्रदेश में 23 साल से वनवास काट रही कांग्रेस को फिर से खड़ा करने का जिम्मा राहुल गांधी उठाया है। लेकिन मंगलवार को कांग्रेस के संगठन सृजन अभियान की शुरुआत के लिए आए लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी एक नई सियासी बहस में घिर गए हैं। दरअसल, कांग्रेस कार्यालय पहुंचने पर उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री और अपनी दादी इंदिरा गांधी की तस्वीर पर जूते पहनकर पुष्पांजलि अर्पित की, जिसका वीडियो सामने आने के बाद भाजपा ने राहुल गांधी को निशाने पर ले लिया है। राहुल गांधी के साथ मौजूद कांग्रेस नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने भी जूते नहीं उतारे। दोनों नेताओं ने कांग्रेस दफ्तर के बाहर रखी इंदिरा गांधी की तस्वीर पर पुष्प अर्पित किए और आगे बढ़ गए। वहीं, जीतू पटवारी और केसी वेणुगोपाल जैसे अन्य वरिष्ठ नेताओं ने परंपरा का पालन करते हुए जूते उतारकर श्रद्धांजलि दी।
ध्यान रखना चाहिए
इधर, सीएम डॉ. मोहन यादव ने तीखा तंज कसते हुए कहा कि इंदिरा गांधी उनकी दादी थीं, उनकी तस्वीर पर जूते पहनकर पुष्पांजलि देना हमारे संस्कारों के खिलाफ है। उन्हें इस बात का ध्यान रखना चाहिए। मुख्यमंत्री ने यह भी जोड़ा कि भाजपा ने अपने कार्य, संस्कार और सेवा भाव के कारण जनता का दिल जीता है, यही कारण है कि मध्य प्रदेश भाजपा का गढ़ बना हुआ है और भाजपा लगातार आगे बढ़ रही हैं।
लगाए नारे, धक्का-मुक्की
उधर, एयरपोर्ट से पीसीसी दफ्तर के रास्ते में कुछ कार्यकतार्ओं ने उनकी गाड़ी को रोक लिया था। उन्होंने राहुल गांधी के नारे लगाए। पुलिस ने उन्हें हटाकर रास्ता साफ कराया, तब राहुल की गाड़ी आगे बढ़ी। यहां धक्कामुक्की में कुछ कार्यकर्ता सड़क पर गिर भी गए।
गुटबाजी खत्म करो...
अपने पांच घंटे के दौरे के दौरान राहुल गांधी ने पांच बैठकों में हिस्सा लिया और नेताओं को गुटबाजी खत्म करने, एकजुट होकर काम करने और संगठनात्मक ढांचे को सशक्त बनाने का कड़ा संदेश दिया। राहुल गांधी ने पार्टी नेताओं को निर्देश देते हुए कहा-गुटबाजी खत्म करें और मिलकर काम करें। कोई भी फैसला ऊपर से नहीं थोपा जाएगा। आप सब मिलकर फैसला करें और अगर कोई बदलाव की जरूरत होगी तो हम करेंगे।
हेराफेरी बर्दाश्त नहीं करूंगा
कांग्रेस के सीनियर लीडर ने संगठन के पुनर्गठन को लेकर सख्त रुख अपनाते हुए कहा, किसी भी तरह की हेराफेरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अगर कहीं कुछ गलत दिखा, तो हम उसे तुरंत बदल देंगे। राहुल ने यह भी कहा कि भाजपा की मदद करने वाले नेताओं की पहचान की जाए और संगठन में सही व्यक्ति को सही स्थान दिया जाए।
हम कर्मकांडों में विश्वास नहीं करते
कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक ने राहुल गांधी के जूते पहनकर इंदिरा गांधी को श्रद्धांजलि देने के बीजेपी के आरोपों पर कहा, हम कर्मकांडों में विश्वास करने वाले लोग नहीं हैं। संस्कार के नाम पर आंख में धूल झोंकना, धर्मांधता को बढ़ावा देना और नकली लोगों को नकली कपड़े पहनाकर जनता के बीच खड़ा करना अब पुराना हो चुका है। जनता इससे ऊब चुकी है। कांग्रेस का लक्ष्य समता-आधारित समाज का निर्माण और समावेशी विकास है।