अमेरिका और चीन के बीच तनावपूर्ण माहौल के बीच दोनों देशों ने बिगड़े रिश्तों को सुधारने की पहल शुरू की है। इसके तहत रविवार को अमेरिकी सांसदों के द्विदलीय प्रतिनिधिमंडल ने चीनी पीएम ली क्यांग से मुलाकात की।
By: Sandeep malviya
Sep 21, 202510 hours ago
बीजिंग। अमेरिका और चीन के बीच तनावपूर्ण माहौल के बीच दोनों देशों ने बिगड़े रिश्तों को सुधारने की पहल शुरू की है। इसके तहत रविवार को अमेरिकी सांसदों के द्विदलीय प्रतिनिधिमंडल ने चीनी पीएम ली क्यांग से मुलाकात की। दोनों देशों ने सैन्य स्तर पर संवाद बढ़ाने पर जोर दिया। ली ने इसे रिश्तों में बर्फ तोड़ने वाला कदम बताया, जबकि सांसद एडम स्मिथ ने नियमित सैन्य बातचीत की जरूरत जताई।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से चीन पर लगाए गए टैरिफ के चलते दोनों देशों के रिश्ते में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। ऐसे में बिगड़ते रिश्ते को ठीक करने के लिए दोनों देशों ने एक सकारात्मक कदम उठाया है। इसके तहत रविवार को अमेरिकी सांसदों के एक द्विदलीय (दोनों पार्टियों के) प्रतिनिधिमंडल ने चीन के प्रधानमंत्री ली क्यांग से मुलाकात की। इस दौरान दोनों देशों के बीच सैन्य स्तर पर बातचीत बढ़ाने पर खास जोर दिया गया। यह दौरा खास इसलिए भी है क्योंकि यह हाउस आफ रिप्रेजेंटेटिव (अमेरिकी संसद का निचला सदन) के किसी प्रतिनिधिमंडल की 2019 के बाद पहली चीन यात्रा है। इससे पहले 2023 में अमेरिकी सीनेटरों का एक दल चीन आया था।
चीनी पीएम ने जताई रिश्तों में सुधार की उम्मीद
मुलाकात के दौरान चीन के प्रधानमंत्री ली क्यांग ने इस यात्रा को दोनों देशों के बीच रिश्ते में सुधार की दिशा में अहम बताया। उन्होंने कहा कि अमेरिका और चीन के बीच अधिक बातचीत और सहयोग होना न सिर्फ हमारे लिए, बल्कि पूरे विश्व के लिए भी महत्वपूर्ण है।
बता दें कि प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसद एडम स्मिथ ने किया, जो हाउस आर्म्ड सर्विसेज कमेटी के सदस्य हैं। उन्होंने कहा कि इस दौरे का मुख्य उद्देश्य दोनों देशों की सेनाओं के बीच संवाद को मजबूत करना है। व्यापार और अर्थव्यवस्था के साथ-साथ हमारी फोकस सैन्य से सैन्य बातचीत पर भी है। स्मिथ ने कहा कि मैं इस बात को लेकर चिंतित हूं कि हमारी सेनाओं के बीच बातचीत नहीं होती।
गुरुवार तक चीन में रहेगा अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल
प्रतिनिधिमंडल में रिपब्लिकन पार्टी के माइकल बॉमगार्टनर (हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी), और डेमोक्रेट्स रो खन्ना और क्रिस्सी हूलाहान (दोनों हाउस आर्म्ड सर्विसेज कमेटी से) शामिल हैं। यह प्रतिनिधिमंडल गुरुवार तक चीन में रहेगा। गौरतलब है कि ट्रंप के राष्ट्रपति कार्यकाल (2017-2021) के दौरान अमेरिका-चीन संबंधों में काफी तनाव आया था। व्यापार युद्ध, ताइवान को लेकर विवाद, रूस को चीन का समर्थन और दक्षिण चीन सागर में चीन की दावेदारी जैसे मुद्दों ने हालात को और बिगाड़ा।
बैठक को लेकर क्या बोले एडम स्मिथ?
वहीं मामले में एडम स्मिथ ने बैठक में कहा कि चीन और अमेरिका दुनिया के दो सबसे ताकतवर और असरदार देश हैं। हमारे बीच सहयोग और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व जरूरी है। मैं प्रधानमंत्री ली के रिश्ते मजबूत करने के प्रयासों का स्वागत करता हूं। इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की है कि वे अक्तूबर के अंत में दक्षिण कोरिया में होने वाले एक क्षेत्रीय सम्मेलन में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात करेंगे और अगले साल की शुरूआत में चीन की यात्रा भी करेंगे। यह घोषणा शुक्रवार को हुई एक लंबी फोन कॉल के बाद की गई।