मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में एक अनोखी पहल ने सुर्खियां बटोर रही है। स्क्रैप का काम करने वाले उज्जैन के दो भाइयों ने एक प्लेन खरीद है। इसे दिल्ली एयरपोर्ट से उज्जैन लाकर एक लग्जरी होटल बनाने का दावा कर रहे हैं। विमान बीएसएफ के रिटायर्ड फ्लीट से नीलामी में प्राप्त किया गया।
By: Arvind Mishra
Oct 27, 202512:35 PM

उज्जैन। स्टार समाचार वेब
मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में एक अनोखी पहल ने सुर्खियां बटोर रही है। स्क्रैप का काम करने वाले उज्जैन के दो भाइयों ने एक प्लेन खरीद है। इसे दिल्ली एयरपोर्ट से उज्जैन लाकर एक लग्जरी होटल बनाने का दावा कर रहे हैं। विमान बीएसएफ के रिटायर्ड फ्लीट से नीलामी में प्राप्त किया गया। यह विमान अब उज्जैन के पर्यटन स्थल पर स्थापित होगा, जहां 5 लग्जरी रूम बनाए जाएंगे। हर रूम में आधुनिक सुविधाएं जैसे एसी, वाई-फाई होगा। विमान मूल डिजाइन को बनाए रखते हुए थीम आधारित सज्जा होगी। दरअसल, उज्जैन के दो भाइयों ने एक 55 सीटों वाला असली हवाई जहाज स्क्रेप में खरीदा है। वे इसे अपने मक्सी रोड स्थित फार्म हाउस पर रखकर लग्जरी रूम वाले होटल में बदलेंगे। हवाई जहाज, दो बड़े ट्रकों के जरिये उज्जैन पहुंचाया गया है। हवाई जहाज खरीदने वाले भाइयों के नाम वीरेंद्र और पुष्पेंद्र है। उन्होंने बताया कि उनका स्क्रेप खरीदने का पुश्तैनी धंधा है। वे राजलक्ष्मी इंटरप्राइजेस और कुशवाह एंड संस कंपनी के जरिये 2011 से रक्षा एजेंसियों से स्क्रेप यानी पुरानी चीजें खरीद रहे हैं।
बताया जाता है कि 2019 में नीलामी में साढ़े तीन लाख में इंडियन एयरफोर्स से फाइटर जेट विमान मिग-21 खरीदा था, जिसे शर्त अनुसार डिस्मेंटल किया गया। अब नीलामी में बीएसएफ से 40 लाख रुपए में 55 सीटर एवरो वीटी-ईएवी प्लेन खरीदा है। ये प्लेन पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने खरीदकर एचसीएल को दिया था। फिर 1991 में बीएसएफ को उपयोगार्थ दिया था।
बीएसएफ इसका उपयोग मेडिकल इमरजेंसी के समय भारतीय जवानों को लाने-लेजाने में किया करती थी। बीएसएफ ने 2009 तक इसका उपयोग किया, इसके बाद से इसे कबाड़ घोषित कर दिया गया। तब से ये दिल्ली एयरपोर्ट पर रखा था। उन्होंने बताया कि जो प्लेन खरीदा है उसमें इंजिन नहीं है। केवल ढांचा और काकपीट है।
प्लेन को मक्सी रोड स्थित करोंदिया गांव में बने अनंता विलेज फार्म स्टे पर रखा गया है। इसमें पर्यटकों के लिए लग्जरी आवासीय रूम बनाया जाएगा। प्लेन का वजन 20 टन, लंबाई 70 फीट है। दो विंग्स की लंबाई 50-50 फीट है। इसकी मुख्य बॉडी 70 फीट लंबे ट्राले पर और विंग्स यानी पंख 50 फीट लंबे ट्राले पर आए हैं। इसे दिल्ली से उज्जैन लाने का खर्च पांच लाख बैठा है।
पुष्पेंद्र, वीरेंद्र के छोटे भाई हैं। पुष्पेंद्र ने लंदन से एमबीए किया। 2014 में अपने घर लौटे और पिता का स्क्रेप कारोबार संभाला। बड़े भाई ग्रेजुएट हैं। वे उज्जैन में हवाई जहाज खरीदने को लेकर उत्साहित हैं। लोग भी इसका एक अलग रूप में आनंद ले पाएं, इसके लिए योजना बना रहे हैं। उनका कहना है कि प्लेन को रिनोवेट करते समय पायलेट की चेयर भी रखी जाएगी ताकि जो लोग यहां रुकेंगे वो इस पर सेल्फी या फोटोग्राफ भी करा सकें। देशभर से उज्जैन आने वाले पर्यटकों के लिए ये एक नई सुविधा होगी।