मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 'धरती आबा' भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती वर्ष के समापन पर 15 नवंबर को 'जनजातीय गौरव दिवस' भव्यता से मनाने के निर्देश दिए हैं। 1 से 15 नवंबर तक होंगी विकास और शिक्षण संबंधी गतिविधियाँ।
By: Ajay Tiwari
Oct 27, 20255:49 PM
भोपाल. स्टार समाचार वेब.
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने निर्देश दिए हैं कि 'धरती आबा' भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती वर्ष के समापन के अवसर पर, आगामी 15 नवंबर को 'जनजातीय गौरव दिवस' को भव्यता के साथ मनाया जाए। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इस अवसर पर राज्य में 1 नवंबर से 15 नवंबर तक ग्राम पंचायतों से लेकर राजधानी स्तर तक विभिन्न विकासात्मक और जागरूकता गतिविधियों का संचालन किया जाए। सोमवार को मुख्यमंत्री निवास स्थित समत्व भवन में आयोजित बैठक में डॉ. यादव ने 'जनजातीय गौरव दिवस' की तैयारियों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को विस्तृत निर्देश दिए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में भगवान बिरसा मुंडा के महत्वपूर्ण योगदान को रेखांकित करने के लिए शिक्षण संस्थानों में विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जाना चाहिए।
प्रदर्शनियां: प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय रहे अन्य जनजातीय नायकों पर केंद्रित प्रदर्शनियां लगाई जाएं।
प्रतियोगिताएँ: स्वतंत्रता आंदोलन में जनजातीय समुदाय की भूमिका पर वाद-विवाद, निबंध लेखन, भाषण, क्विज और अन्य सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएं।
सांस्कृतिक और आर्थिक आयोजन: स्व-सहायता समूहों के सम्मेलन, हस्तशिल्प की प्रदर्शनी और स्थानीय लोक कलाओं पर केंद्रित कार्यक्रमों का आयोजन हो।
मेले: जनजाति बहुल क्षेत्रों में लगने वाले मेलों में स्वतंत्रता सेनानियों से संबंधित विषय-वस्तु का प्रदर्शन सुनिश्चित किया जाए।
विकास कार्यों का प्रचार: जयंती के समापन समारोहों के दौरान, शासकीय कल्याणकारी योजनाओं और विकास संबंधी गतिविधियों की जानकारी जन-जन तक पहुँचाने के लिए भी कार्यक्रम आयोजित किए जाएं।
इस महत्वपूर्ण बैठक में मुख्य सचिव अनुराग जैन, अपर मुख्य सचिव नीरज मंडलोई, शिवशेखर शुक्ला, प्रमुख सचिव जनजातीय कार्य गुलशन बामरा सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।