भारत के नए उपराष्ट्रपति का चुनाव कल होगा। इस बार एनडीए के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन और विपक्ष के बी सुदर्शन रेड्डी के बीच मुकाबला है। जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद हो रहे इस मध्यावधि चुनाव में BRS और BJD ने मतदान से दूर रहने का फैसला किया है। जानें चुनाव से जुड़ी सभी अहम बातें, उम्मीदवारों का प्रोफाइल और राजनीतिक समीकरण।
By: Ajay Tiwari
भारत के नए उपराष्ट्रपति के नाम का एलान कल किया जाएगा। इस पद के लिए एनडीए प्रत्याशी सी. पी. राधाकृष्णन और विपक्ष के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी के बीच सीधा मुकाबला है। यह चुनाव जगदीप धनखड़ के 21 जुलाई को स्वास्थ्य कारणों से अचानक इस्तीफा देने के बाद हो रहा है।
चुनाव से ठीक एक दिन पहले दो प्रमुख राजनीतिक दलों - भारत राष्ट्र समिति (BRS) और बीजू जनता दल (BJD) - ने मतदान से दूर रहने का फैसला किया है। BRS के कार्यकारी अध्यक्ष के टी रामा राव और BJD नेता सस्मित पात्रा ने इसकी घोषणा की। इस फैसले से राजनीतिक विश्लेषकों को हैरानी हुई है।
सांसदों की संख्या के आधार पर, एनडीए के उम्मीदवार और महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन की जीत लगभग तय मानी जा रही है। वर्तमान में कुल 781 मतदाता हैं, जिनमें सात सीटें रिक्त हैं।
इस बार का मुकाबला बीजेपी के वरिष्ठ नेता सीपी राधाकृष्णन और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी के बीच है। राधाकृष्णन को बीजेपी संगठन का एक वफादार चेहरा माना जाता है, जबकि सुदर्शन रेड्डी अपनी ईमानदार और निष्पक्ष न्यायिक छवि के लिए जाने जाते हैं। यही वजह है कि इस चुनाव को राजनीति और न्यायपालिका के बीच की लड़ाई के तौर पर भी देखा जा रहा है।