सुप्रीम कोर्ट की सड़क सुरक्षा समिति के अध्यक्ष न्यायमूर्ति अभय मनोहर सप्रे ने भोपाल के 8 ब्लैक स्पॉट का दौरा किया। जानें कहां-कहां हुए निरीक्षण और अधिकारियों को क्या निर्देश दिए गए ताकि सड़क दुर्घटनाओं को रोका जा सके।
By: Ajay Tiwari
Aug 01, 20259 hours ago
भोपाल: स्टार समाचार वेब.
सुप्रीम कोर्ट की सड़क सुरक्षा समिति के अध्यक्ष, पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति अभय मनोहर सप्रे ने शुक्रवार को भोपाल के उन 'ब्लैक स्पॉट' (दुर्घटना संभावित क्षेत्रों) का दौरा किया, जहां सबसे ज्यादा हादसे होते हैं। उन्होंने करीब 3 घंटे तक 8 प्रमुख जगहों का जायजा लिया और अधिकारियों से चर्चा कर सुधार के निर्देश दिए।
न्यायमूर्ति सप्रे ने अधिकारियों से लेफ्ट टर्न, जेब्रा क्रॉसिंग और ट्रैफिक सिग्नल की व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। कुछ जगहों पर उन्होंने सीधे सवाल पूछा कि यहां दुर्घटनाएं क्यों होती हैं। इस निरीक्षण के दौरान निगम कमिश्नर हरेंद्र नारायण, स्मार्ट सिटी सीईओ अंजू कुमार, एडिशनल डीसीपी ट्रैफिक बीएस कौल समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
इन प्रमुख स्थानों का किया गया निरीक्षण:
प्लेटिनम प्लाजा चौराहा: यहां पुलिस अधिकारियों ने बताया कि तेज रफ्तार के कारण हादसे होते हैं। न्यायमूर्ति सप्रे ने करीब 20 मिनट तक यहां का निरीक्षण किया।
तरुण पुष्कर तिराहा: लेफ्ट टर्न की जगह कम होने पर उन्होंने चिंता जताई। अधिकारियों ने बताया कि स्मार्ट पोल शिफ्टिंग के बाद इसे ठीक किया जाएगा।
रेडक्रास हॉस्पिटल चौराहा: इस चौराहे की रोटरी को बेहतर करने और महाराणा प्रताप की प्रतिमा को शिफ्ट करने पर विचार किया जा रहा है। यहां देर रात बड़े हादसे होने की जानकारी दी गई।
जिला कोर्ट चौराहा: यहां भी लेफ्ट टर्न को बेहतर करने के निर्देश दिए गए।
पर्यावास भवन के पास का स्पॉट: इस जगह को करीब डेढ़ साल पहले बंद कर दिया गया था, जिसे फिर से देखा गया।
भेल चौराहा (अवधपुरी से पहले): टीम ने इस महत्वपूर्ण चौराहे का भी निरीक्षण किया।
रत्नागिरी चौराहा (रायसेन रोड): यहां भी हादसों की स्थिति की समीक्षा की गई।
न्यायमूर्ति सप्रे ने निरीक्षण के दौरान अधिकारियों से हादसों के कारणों, मृतकों की संख्या और वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी ली। उन्होंने अतिक्रमण हटाने और ब्लैक स्पॉट को जल्द से जल्द ठीक करने का निर्देश दिया। गौरतलब है कि पिछले तीन सालों में भोपाल के 16 ब्लैक स्पॉट्स पर 99 हादसों में 27 लोगों की मौत हो चुकी है। इसी मामले की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जजों की टीम भोपाल पहुंची है। गुरुवार को हुई बैठक में न्यायमूर्ति सप्रे ने कहा था कि हर व्यक्ति का जीवन अनमोल है और किसी की गलती से निर्दोष की जान नहीं जानी चाहिए।