भोपाल पुलिस ने बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कार्बाइड गन के अवैध उपयोग और बिक्री के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है। 170 से अधिक बच्चों की आंखों की रोशनी जाने के मामलों के बाद, पुलिस अब ई-कॉमर्स साइट्स पर इसकी ऑनलाइन बिक्री रोकने के लिए कंपनियों को पत्र लिखेगी। अब तक 74 गन और 11.5 किलो विस्फोटक जब्त किया गया है।
By: Ajay Tiwari
Oct 25, 202538 minutes ago
हाइलाइट्स
भोपाल. स्टार समाचार वेब
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में बच्चों और युवाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए भोपाल पुलिस ने खतरनाक कार्बाइड गन की अवैध बिक्री और उपयोग के खिलाफ व्यापक अभियान चलाया है। हाल ही में इस खतरनाक खिलौने के इस्तेमाल से 170 से अधिक बच्चों की आंखों की रोशनी जाने के गंभीर मामले सामने आने के बाद पुलिस प्रशासन अब और भी सख्त हो गया है।
मार्केट में तो जिला प्रशासन और पुलिस ने इसकी बिक्री पर रोक लगा दी है, लेकिन अब पुलिस ने ई-कॉमर्स साइट्स के माध्यम से हो रही इसकी ऑनलाइन बिक्री पर भी लगाम लगाने का फैसला किया है।
ई-कॉमर्स कंपनियों को लिखा जाएगा पत्र
भोपाल पुलिस आयुक्त हरिनारायणचारी मिश्र ने जानकारी दी है कि शहर में जगह-जगह कार्बाइड गन के खिलाफ गहन जांच की जा रही है। पुलिस को पता चला है कि कुछ ई-कॉमर्स कंपनियों की वेबसाइट पर यह खतरनाक गन अभी भी उपलब्ध है। इस खतरे को पूरी तरह खत्म करने के लिए पुलिस अब प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनियों को औपचारिक पत्र लिखकर यह सुनिश्चित करेगी कि इन खतरनाक गनों की ऑनलाइन बिक्री तत्काल रोकी जाए और ये किसी भी रूप में भोपाल के निवासियों, विशेषकर बच्चों तक न पहुंचे।
विस्फोटक अधिनियम के तहत कार्रवाई, 74 गन जब्त
भोपाल पुलिस ने कार्बाइड गन की अवैध बिक्री के खिलाफ अब तक कुल पांच मामले दर्ज किए हैं। इन कार्रवाइयों में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए 74 कार्बाइड गन और लगभग 11.5 किलो विस्फोटक जब्त किया है। इस दौरान पुलिस ने दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है:
निशातपुरा पुलिस ने विस्फोटक अधिनियम के तहत मोहम्मद ताहा अहमद (27) को गिरफ्तार किया और उसके कब्जे से 10 किलो विस्फोटक बरामद किया।
बागसेवनिया पुलिस ने भय्यू चौहान (25) को गिरफ्तार किया, जिसके पास से 42 कार्बाइड गन, 29 लाइटर और 1.15 किलो विस्फोटक बरामद हुए।
इसके अलावा, एमपीनगर पुलिस ने अवैध गन बेचते हुए भवानी पवार को गिरफ्तार कर 12 कार्बाइड गन जब्त की, नजीराबाद पुलिस ने सोनू सेन पर केस दर्ज कर 19 गन बरामद की, और पिपलानी पुलिस ने जंबूरी मैदान में दबिश देकर 5 कार्बाइड गन जब्त कीं, हालांकि आरोपित फरार होने में सफल रहा।
नियम उल्लंघन पर होगी कड़ी कार्रवाई
पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से इस तरह के खतरनाक उपकरण की बिक्री पर विशेष निगरानी रखी जाएगी। नियमों का उल्लंघन करने वाले किसी भी व्यक्ति या प्लेटफॉर्म के खिलाफ विस्फोटक अधिनियम और अन्य संबंधित धाराओं के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
क्या है कार्बाइड गन?
कार्बाइड गन दिखने में भले ही एक खिलौने जैसी लगती है, लेकिन इसका विस्फोटक प्रभाव बेहद खतरनाक होता है। यह कैल्शियम कार्बाइड और पानी के रासायनिक मिश्रण से बनती है, जो एक तेज आवाज और आग पैदा करता है। बच्चों द्वारा इसका इस्तेमाल कई गंभीर हादसों का कारण बन चुका है, जिसके चलते 150 से अधिक बच्चों ने अपनी आंखों की रोशनी गंवा दी है। पुलिस का यह कदम बच्चों को इस संभावित खतरे से बचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।