रीवा शहर के प्रसिद्ध चिरहुला हनुमान मंदिर के पहुंच मार्ग से बुधवार को नगर निगम द्वारा भारी विरोध के बीच अतिक्रमण हटाया गया। बुल्डोजर कार्रवाई में अवैध दुकानों और कब्जों को हटाया गया, जिससे भक्तों को अब सुगम मार्ग उपलब्ध हो सकेगा।
By: Star News
Jul 11, 2025just now
रीवा, स्टार समाचार वेब
शहर के प्राचीन चिरहुला हनुमान मंदिर को जाने वाले मार्ग में व्याप्त अतिक्रमण के खिलाफ बुधवार को बड़ी कार्रवाई की गई। नगर निगम अमला ने जिला प्रशासन की मदद से अवैध कब्जे को बुल्डोजर से नेस्तानाबूद कर दिया। इस दौरान स्थानीय दुकानदारों ने विरोध करते हुये कार्रवाई रोकने का प्रयास किया, लेकिन मौके पर मौजूद पुलिस ने स्थिति को काबू में कर लिया और अतिक्रमण शांतिपूर्ण तरीके से हटाया गया।
उल्लेखनीय है कि चिरहुला मंदिर की ओर जाने वाले मार्ग में दुकानदारों ने अवैध रूप से कब्जा कर रखा था। प्रसाद समेत फूल-माला व कास्मेटिक आइटम की दुकान सजा लिये थे। ऐसे में श्रद्धालुओ को मंदिर तक पहुंचने में काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा था। कई लोगों ने अवैध तरीके से नगर निगम की दुकानों पर भी कब्जा कर रखा था। जिसके खिलाफ बुधवार को व्यापक स्तर पर कार्रवाई की गई। नगर निगम की टीम मौके पर बुल्डोजर लेकर पहुंची और दुकानों के बाहर लगे हुये टीन शेड को नोच दिया। इसके अलावा ननि की दुकान में अवैध कब्जे को हटाया। कार्रवाई के दौरान मौके पर एसडीएम अनुराग तिवारी व तहसीलदार शिवशंकर तिवारी मौजूद रहे। इसके अलावा पुलिस की ओर से नगर पुलिस अधीक्षक राजीव पाठक समेत पुलिस अमला उपस्थि रहा। नगर निगम की ओर से एचके त्रिपाठी, पीएन शुक्ला, श्रीमती मनीषा उपाध्याय, मनोज सिंह, ज्ञानेन्द्र द्विवेदी, सुखेन्द्र चतुर्वेदी, अच्छेलाल पटेल, अतिक्रमण अमले के साथ मौजूद रहे।
पूर्व में दी गई थी नोटिस
अधिकारियों ने बताया कि अतिक्रमण हटाने के लिये पूर्व में कई बार कब्जा धारियों को नोटिस जारी की गई थी। मौखिक रूप से भी कई बार खुद से अतिक्रमण हटाने के लिये कहा गया था, लेकिन दुकानदार नहीं माने। जिसके चलते बुधवार को पुलिस की मौजूदगी में अतिक्रमण हटाया गया। इस दौरान स्थानीय लोगों ने विरोध किया, लेकिन उनकी एक न चली।
गुरु पूर्णिमा को लेकर की गई कार्रवाई
ज्ञात हो कि गुरुवार को गुरु पूर्णिमा है। ऐसे में प्राचीन चिरहुला मंदिर में भक्तों की अच्छीखासी भीड़ होगी। लेकिन अतिक्रमण के चलते यहां आने वाले भक्तों को काफी समस्या का सामना करना पड़ता। यही वजह है कि मंगलवार का दिन अतिक्रमण हटाने के लिये चुना गया। अतिक्रमण हटने के साथ ही पहुंच मार्ग अच्छा खासा चौड़ा दिखने लगा है।