By: Ajay Tiwari
Oct 22, 20256:54 PM
इंदौर. स्टार समाचार वेब.
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बुधवार को इंदौर के हातोद तहसील स्थित खजूरिया में नगर निगम द्वारा संचालित रेशम केंद्र गौशाला में गोवर्धन पूजा में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पूजा-अर्चना की और गौ-संवर्धन तथा प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं।
गौ-शालाओं का विकास और पोषण
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश की गौ-शालाओं को समाज और सरकार के सामूहिक सहयोग से 'गौ-मंदिर' के रूप में विकसित किया जाएगा। इन गौ-शालाओं को स्वावलंबी बनाने और सभी आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध कराने के लिए हर संभव मदद दी जाएगी। उन्होंने घोषणा की कि राज्य सरकार ने निराश्रित गायों को खुले में विचरण करने देने के बजाय गौ-शालाओं में सुरक्षित रखने और उनकी बेहतर देखभाल करने का निर्णय लिया है। उन्होंने यह भी बताया कि अब गौ-शालाओं का संचालन नगरीय निकायों द्वारा सुव्यवस्थित रूप से किया जाएगा।

प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहन
डॉ. यादव ने प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों को प्रोत्साहित करने की बात कही। उन्होंने घोषणा की कि प्राकृतिक रूप से तैयार उपज बेचने वाले किसानों को समर्थन मूल्य के अतिरिक्त राशि भी प्रदान की जाएगी, जिससे किसानों को जैविक खेती की ओर बढ़ने में प्रोत्साहन मिलेगा।
गोवर्धन पूजा और अन्य अवलोकन
मुख्यमंत्री ने गौ-माता के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गाय का दूध अमृत समान है और यह मानव जाति का दोहरा पोषण करती है। उन्होंने कार्यक्रम स्थल पर निर्मित गोवर्धन पर्वत की सराहना की और उसकी साज-सज्जा करने वाली बालिका महक शर्मा को 5,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि और 11,000 रुपये अतिरिक्त देने की घोषणा की। उन्होंने गौशाला में बने अखाड़े का भी अवलोकन किया, कुश्ती देखी और पहलवानों से संवाद करते हुए अखाड़े में मैट की व्यवस्था कराने का आश्वासन दिया।
मंत्रियों और गणमान्य व्यक्तियों के विचार

मुख्यमंत्री ने गोबर से बने स्वदेशी दीयों के स्टॉल का अवलोकन किया और सराहना करते हुए कहा कि यह पर्यावरण संरक्षण और स्थानीय अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने की दिशा में एक सराहनीय कदम है।